
Renu Sinha Murder Case: यूपी के नोएडा में एक महिला वकील के कत्ल का मामला पुलिस के लिए जितना संगीन है, उतना ही उलझा हुआ भी था. वजह है आलीशान कोठी में क़त्ल के पीछे चौंकानेवाली कहानी. रेनू सिन्हा, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती रहीं. उनके पति नितिन नाथ सिन्हा का ताल्लुक इंडियन इनफॉर्मेशन सर्विसेस यानी IIS से रहा. जब रेनू के कत्ल का खुलासा हुआ तो कातिल के बारे में जानकर सब हैरान रह गए. क्योंकि रेनू का कत्ल किसी और ने नहीं बल्कि उनके पति नितिन नाथ सिन्हा ने ही किया था.
नोएडा के सेक्टर 30 में मौजूद कोठी नंबर डी40 में हुए हत्याकांड ने एक बार फिर आरुषि मर्डर केस की याद दिला दी. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि रेनू के मर्डर की कहानी में भी कई ट्विस्ट हैं. हाई कोर्ट की वकील रेनू सिन्हा पिछले दो दिनों से फोन नहीं उठा रही थी. कोठी में दो लोग रहते हैं. रेनू सिन्हा और उनके पति नितिन नाथ सिन्हा. रेनू हाई कोर्ट में लॉयर हैं, जबकि उनके पति साल कुछ साल पहले तक आईआईएस यानी इंडियन इनफॉर्मेशन सर्विसेस से जुड़े रहे हैं.
रेनू के परिवार को दामाद पर था शक
मगर नितिन नाथ सिन्हा के साथ रेनू की अक्सर अनबन भी रहती थी. जिसकी खब़र रेनू के घरवालों की थी. ऐसे में जब रेनू ने अचानक ही फोन उठाना बंद कर दिया, तो वो बेचैन हो गए. वो दो दिनों से लगातार रेनू को कॉल कर रहे थे, लेकिन फोन अन आनसर्ड जा रहा था. यानी फोन ऑन तो था, लेकिन कॉल उठ नहीं रही थी. इन हालात में रेनू के भाई ने आखिरकार पुलिस को अपनी बहन की गुमशुदगी की खबर दी. साथ ही उन्होंने अपने बहनोई पर शक भी जताया.
रविवार, 10 सितंबर 2023
रेनू के घरवालों ने दोपहर को ही उसके ना मिलने की खबर पुलिस को दे दी थी. दोपहर को ही ये भी पता चल गया था कि रेनू और उसके पति के मोबाइल फोन की लोकेशन उनकी कोठी के आस-पास है. लेकिन ना तो पुलिस ने तब कोठी की तलाशी ली और ना ही कोठी और आस-पास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की. इस बीच घरवाले लगातार पुलिस से जांच में तेजी लाने की गुहार लगाते रहे. शाम करीब 7 बजे पहली बार पुलिस मौके पर पहुंची.
ACP और DCP की मौजूदगी में तोड़ा ताला
तब कोठी में दोनों तरफ से ताला लगा था. रेनू का परिवार ताला तोड़ने की फरियाद कर रहा था, पर पुलिस टाल-मटोल कर रही थी. आखिरकार पुलिस ताला तोड़ने पर राजी हुई, लेकिन दिक्कत ये थी कि पुलिस के पास ताला तोड़ने का कोई सामान तक नहीं था. आखिरकार घरवालों ने ही ताला तोड़ने का सामान इकट्ठा किया. ऐसा तब है, जब मौके पर इलाके के एसएचओ, एसीपी और डीसीपी जैसे बड़े अधिकारी भी मौजूद थे. आखिरकार करीब दो घंटे की हिला-हवाली के बाद कोठी का ताला तोड़ा गया.
बाथरूम में पड़ी थी रेनू की लाश
लेकिन इसके बाद सामने जो मंजर था, वो डरावना था. कोठी में दाखिल होने पर रेनू की लाश भी मिल गई. लेकिन तब भी पुलिस ने ठीक से कोठी की तलाशी नहीं ली. जबकि उस वक्त भी बाथरूम में रेनू की लाश पड़ी थी. 61 साल की रेनू के सिर और कान से खून बह रहा था. जिस्म के दूसरे हिस्सों में भी चोट के कई निशान थे. अब पुलिस ने पूरी कोठी की तलाशी लेने की शुरुआत की. घर का सारा सामान इंटैक्ट था, यानी कोई लूटपाट या डकैती जैसी बात नहीं थी.
फरार था रेनू का पति नितिन
लेकिन हैरानी भरे तरीके से रेनू का पति नितिन फरार था. तब पुलिस ने कोठी की तलाशी तो ली, लेकिन नितिन का कुछ पता नहीं चला. जबकि उस वक्त भी नितिन के मोबाइल फोन की लोकेशन उसी डी-40 कोठी के आस-पास की नजर आ रही थी.
रात में पुलिस ने लिया एक्शन
आखिरकार रात 12 बजे पुलिस दोबारा और सही मायने में हरकत में आई. तब पुलिस ने कोठी और उसके आस-पास की सीसीटीवी फुटेज चेक की. और इसी दौरान पुलिस ने ये गौर किया कि रेनू का पति नितिन पिछले 24 घंटों से ज्यादा वक्त में कभी बाहर ही नहीं निकला है. ऐसे में पुलिस ने एक बार फिर से रेनू के घरवालों को मौके पर बुलाया. सीसीटीवी कैमरे में नितिन के घर से बाहर ना जाने की पुष्टि होने की बात कही और फिर से घर की तलाशी लेने का फैसला किया.
कोठी के स्टोर रूम में छुपा था नितिन
सच पूछिए तो रात 12 बजे ही पुलिस ने सही मायने में तफ्तीश की शुरुआत की. लेकिन कहानी में असली टिवस्ट तब आया, जब रेनू का पति नितिन पुलिस को उसी कोठी में छुपा हुआ मिला. असल में नितिन अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद अपने ही मकान के पहले माले में बने स्टोर रूम में छिपा हुआ था. स्टोर रूम में दो दरवाजे हैं, एक दरवाजा अंदर से बंद था, जबकि दूसरे पर बाहर से ताला लगा था. पुलिस ने जब लाश बरामद की थी, तब उसने स्टोर रूम में छोड़ कर पूरे घर की तलाशी ली थी. चप्पा-चप्पा छान मारा था, लेकिन तब वो ये नहीं सोच पाई थी कि वो जिस कातिल की तलाश कर रहे हैं, लेकिन वो घर के स्टोर रूम में ही छिपा मिलेगा.
पुलिस कार्रवाई पर इसलिए उठे सवाल
पुलिस ने जब स्टोर रूम का दरवाजा खोला, अंदर नितिन मोबाइल फोन, चार्जर, कॉफी मग सबकुछ लेकर इत्मीनान से बैठा हुआ था. तभी रात के कोई तीन बज रहे थे. यानी जो शख्स पिछले 20 घंटों से लाश मिलने वाली से महज 2 मीटर के फासले पर छुपा था. पुलिस को उस तक पहुंचने में कत्ल का खुलासा होने के बाद भी 8 घंटे का वक्त लग गया. अगर सीसीटीवी फुटेज की जांच, कोठी की सही तरीके से तलाशी गई होती और यही सारे काम जो पुलिस आधी रात को कर रही थी, अगर वो दोपहर को ही कर लेती, तो मामले की तफ्तीश और आगे बढ़ चुकी होती, संदिग्ध कातिल पहले ही पकड़ा जा चुका होता. हालत ये थी कि मौका-ए-वारदात पर जो चीजें मिल रही थीं, पुलिस वाले खुद उन चीजों की जांच करने की जगह उनके बारे में घरवालों से ही पूछताछ कर रहे थे.
आरोपी के पास है ब्रिटिश पासपोर्ट
सीन ऑफ क्राइम को देख कर साफ था कि कातिल ने रेनू की हत्या करने के बाद घर में बिखरा सारा खून साफ कर दिया था. और तो और रेनू का लैपटॉप, उसकी गाड़ी की चाबी ये सारी चीजें भी ठिकाने लगा दी थी, ताकि अगर कोई उन्हें देखे तो ये लगे कि रेनू शायद कहीं बाहर गई हैं. ऐसे में शक है कि रेनू का पति नितिन उसकी जान लेने के बाद उसकी लाश ठिकाने लगाने के लिए सही मौके का इंतजार कर रहा था. नितिन के पास ब्रिटिश पासपोर्ट है. जिससे वो आसानी से भारत से बाहर भाग सकता था और सच्चाई तो यही है कि वो सही मौके के फिराक में था.
5 करोड़ 70 लाख रुपये में किया था कोठी का सौदा
अब तक की तफ्तीश में पुलिस ने रेनू सिन्हा के कत्ल की वजह उनकी कोठी को ही बताया है. पुलिस का कहना है कि नितिन इस कोठी को बेचना चाहता था, जबकि रेनू इसके हक में नहीं थी. नितिन ने एक पार्टी से बात कर पांच करोड 70 लाख रुपये में इस कोठी का सौदा भी तय कर दिया था. हैरानी की बात ये है कि कत्ल से महज 2 घंटे बाद पार्टी ये कोठी देखने भी आई थी और तब नितिन ने संभावित खरीदार को पूरी कोठी दिखाई भी थी, सिवाय उस बाथरूम के, जहां उसकी बीवी की लाश पड़ी थी. नितिन ने खरीददार को बताया था कि उसकी बीवी को कैंसर है, इसलिए बाथरूम की तरफ ना ही जाएं तो ठीक है, क्योंकि इससे इनफेक्शन का खतरा रहता है. पुलिस ने जिस तरह से नितिन को कोठी के अंदर से गिरफ्तार किया, उससे लगता है कि वो मामले के थोड़ा शांत हो जाने के बाद लाश ठिकाने लगा कर और कोठी का सौदा पूरा कर चुपचाप पैसा लेकर विदेश भागने की तैयारी में था. लेकिन इससे पहले कि वो ऐसा कर पाता, उसकी पोल खुल गई.
नितिन ने दीवार में दे मारा था रेनू का सिर
पुलिस सूत्रों ने कत्ल की शुरुआती वजह पति-पत्नी के बीच की लड़ाई को बताया है. पुलिस का कहना है कि मौत के तरीके की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही साफ हो सकेगी, लेकिन शुरुआती छानबीन के मुताबिक दो दिन पहले रेनू और उसके पति नितिन के बीच प्रॉपर्टी को लेकर ही विवाद हुआ था. जिसके बाद रविवार को गुस्से में नितिन ने पहले तकिये से मुंह दबा कर रेनू की सांस रोकने की कोशिश की और फिर उसके बाद रेनू का सिर दीवार पर दे मारा, जिससे उसके सिर में घातक चोट आई थी. नितिन इसके बाद रेनू को घसीट कर बाथरूम तक ले आया. जहां वो तड़पती रही, उसके सिर से खून बहता रहा और आखिरकार उसकी जान चली गई.
पुलिस से सिगरेट मांग रहा था नितिन
पुलिस ने जब मौके का मुआयना किया, तो बाथरूम के पास ही सिगरेट की राख भी पडी थी. नितिन को सिगरेट पीने की बहुत ज्यादा लत है. ऐसे में पुलिस को शक है कि अपनी बीवी की जान लेने के बाद नितिन ने पहले उसकी लाश के पास बैठ कर सिगरेट भी पी और फिर बचने के लिए उसने खुद को स्टोर रूम में बंद कर लिया. पुलिस सूत्रों की मानें तो जब कत्ल के करीब 18 घंटे बाद पुलिस ने उसे स्टोर रूम से ढूंढ निकाला, तब भी वो पुलिस से सिगरेट मांग रहा था.
रेनू मर्डर केस ने याद दिलाया आरुषि हत्याकांड
यकीनन इस मामले ने एक बार फिर नोएडा के ही आरुषि हत्याकांड की याद ताज़ा करा दी. आपको याद होगा कि जब आरुषि की हत्या हुई थी, तो उसके परिवार का नौकर हेमराज भी रहस्यमयी तरीके से गायब था. तब लोगों के साथ-साथ नोएडा पुलिस ने भी ये मान लिया था कि हेमराज ने ही आरुषि की हत्या की होगी और फरार हो गया होगा. यहां तक कि नोएडा पुलिस ने हेमराज की तलाश में टीमें भी रवाना कर दी थीं. लेकिन अगले दिन हेमराज की लाश आरुषि के घर की छत से बरामद हुई थी. और तब नोएडा पुलिस की जबरदस्त किरकिरी हुई थी. ये मामला भी कुछ वैसा ही है. क्योंकि इस मामले में भी जिस पति पर कत्ल का शक था और पुलिस जिसे जमाने भर में ढूंढ रही थी, वो लाश के पास से बमुश्किल दो मीटर के फासले पर छुपा बैठा था और पुलिस को 8 घंटे तक इसका पता ही नहीं चला.