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विदेशी नस्ल के कुत्ते, इंपोर्टेड हथियार... घोड़े पर बैठकर लोगों पर कोड़े बरसाता था लखनऊ का ये 'गब्बर'

लखनऊ में खुलेआम फायरिंग कर ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम देने वाले बाप-बेटे की जोड़ी को पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन अब इस जोड़ी के बारे में जो जानकारी सामने आ रही है, वो चौंकाने वाली है.

पुलिस ने गब्बर और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया है पुलिस ने गब्बर और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया है
संतोष शर्मा
  • लखनऊ,
  • 06 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 8:11 PM IST

1975 में फिल्म आई थी शोले. जिसका विलेन था गब्बर सिंह. लखनऊ के मलिहाबाद का रहने वाला लल्लन खान इस किरदार से इतना प्रभावित हुआ कि उसने अपना नाम ही गब्बर सिंह रख लिया. इस गब्बर के ऊपर भी 40 से ज्यादा मुकदमें दर्ज थे. लेकिन यूपी पुलिस भी इन मामलों को भूल चुकी थी. मगर हाल ही में उसी गब्बर ने अपने इलाके में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी, तो यूपी पुलिस को उसकी याद आई और आखिरकार लखनऊ का गब्बर पकड़ा गया. चलिए जानते हैं इस गब्बर की पूरी कहानी.

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70 साल का है ये 'गब्बर'
लखनऊ में खुलेआम फायरिंग कर ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम देने वाले बाप-बेटे की जोड़ी को पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन अब इस जोड़ी के बारे में जो जानकारी सामने आ रही है, वो चौंकाने वाली है. पुलिस की मानें तो तीन हत्याओं का मुल्जिम 70 साल का लल्लन उर्फ सिराज ना सिर्फ मलिहाबाद का पुराना हिस्ट्रीशीटर रहा है, बल्कि उसके शौक भी अजीबोगरीब हैं. 

विदेशी कुत्तों और हथियारों का शौक
पुलिस ने जब लखनऊ के गब्बर को गिरफ्तार किया तो उसके पास से एक डबल बैरल बंदूक बरामद की है, जो चेकोस्लोवाकिया की बनी है. लल्लन खान उर्फ गब्बर ने विदेशी नस्ल के कुत्ते पाल रखे हैं. जिसमें पिटबुल, रॉट विलर, वूल्फ डॉग, अमेरिकन बुलडॉग जैसी प्रजाति के कुत्ते भी शामिल हैं. उसके घर में कबूतर भी पाले गए हैं. वह विदेशी असलहों का पुराना शौकीन रहा है.

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हाई कोर्ट जाकर हासिल किए थे दो लाइसेंस
इससे पहले 1985 में जब तत्कालीन एसपी सिटी और उत्तर प्रदेश के डीजीपी बृजलाल ने लल्लन को चौक इलाके से गिरफ्तार किया था, तब भी उसके पास से डेढ़ दर्जन असलहे बरामद हुए थे. जिसमें एक माउजर शामिल थी. 8 मुकदमे होने के बावजूद लल्लन को दो लाइसेंस लखनऊ जिला प्रशासन से जारी किए गए थे.

हालांकि, जिला प्रशासन ने जब इसके आपराधिक गतिविधियों को देखते हुए लाइसेंस निरस्त किए तो असलहों का शौक ही था कि लल्लन अपने लाइसेंस को हासिल करने के लिए हाईकोर्ट तक चला गया और हाई कोर्ट के निर्देश पर लल्लन को दोनों लाइसेंस वापस मिल गए. अब एक बार फिर पुलिस लल्लन के हथियारों का लाइसेंस कैंसल करने जा रही है. 

पोलैंड भागने की फिराक में था लल्लन
परिवार की बात करें तो लल्लन के 2 बेटे विदेश (पोलैंड) में रहते हैं. एक बेटा फराज साथ रहता है, जो हत्याकांड के समय लल्लन के साथ था. पुलिस का कहना है कि इस वारदात के बाद भी लल्लन नेपाल के रास्ते पोलैंड भागने की कोशिश कर रहा था, ताकि वो अपने बेटों के पास आराम से पनाह ले सके, लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद आखिरकार उसके मनसूबों पर पानी फिर गया.

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घोड़े की सवारी और कोड़े बरसाने का शौक
लखनऊ ट्रिपल मर्डर केस का मुख्य आरोपी लल्लन खान के खिलाफ दो दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं. वो अपने दौर का छंटा हुआ बदमाश रह चुका है. 1980 के दशक में उसकी तूती बोलती थी. वो घोड़े से चलता था और खुद को गब्बर सिंह कहलाना पसंद करता था. और तो और जब अपने इलाके में उसका खौफ था, उन दिनों वो लोगों पर कोड़े भी बरसाता था.

इंसाफ मांग रहा पीड़ित परिवार
साल 1985 में उसके घर कई हथियार बरामद हुए थे. और अब उसी हथियार के शौक और बेअंदाज़ रवैये ने उसके हाथों एक साथ तीन-तीन क़त्ल करा डाले. फिलहाल इस वारदात के बाद पीड़ित परिवार इंसाफ मांग रहा है. 

ऐसे किया तीन लोगों का कत्ल
मलिहाबाद में बीते शुक्रवार को जमीन की पैमाइश के बाद विवाद हो गया था. इसी दौरान फरहीन नाम की महिला और उसके बेटे हम्जला व देवर ताज की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस वारदात को फरहीन के चचिया ससुर लल्लन खान उर्फ गब्बर और उसके बेटे ने लाइसेंसी राइफल से अंजाम दिया. आरोपियों ने ताबड़तोड़ 5 गोलियां चलाईं थी. इस शूटआउट की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गईं.

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