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Ludhiana blast: लुधियाना ही नहीं, दिल्ली-लखनऊ-फैजाबाद की अदालतें भी दहल चुकी हैं धमाकों से

Ludhiana blast: कोर्ट में धमाके का यह पहला मामला नहीं है, पिछले 10 वर्षों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जब अपराधियों ने कोर्ट को धमाकों से दहला कर रख दिया.

कोर्ट परिसर के धमाकों के बाद हर बार सुरक्षा पर सवाल उठाए गए हैं कोर्ट परिसर के धमाकों के बाद हर बार सुरक्षा पर सवाल उठाए गए हैं
परवेज़ सागर
  • नई दिल्ली,
  • 23 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 2:43 PM IST
  • धमाके से दहला लुधियाना कोर्ट परिसर
  • इसी माह रोहिणी कोर्ट में भी हुआ था धमाका
  • अदालतों को सुरक्षा को लेकर उठ रहे हैं सवाल

पंजाब में लुधियाना के कोर्ट परिसर जोरदार धमाका हुआ है. जिसमें दो लोगों की जान चली गई है. जबकि चार लोगों के जख्मी होने की खबर है. इस धमाके ने कोर्ट परिसर को सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. कोर्ट में धमाके का यह पहला मामला नहीं है, पिछले 10 वर्षों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जब अपराधियों ने कोर्ट को धमाकों से दहला कर रख दिया. 

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23 दिसंबर 2021

लुधियाना कोर्ट की 6 मंजिला इमारत के तीसरे माले पर गुरुवार को जबरदस्त धमाका हुआ. जिसने पूरी इमारत को हिलाकर रख दिया. धमाका इतना तेज था कि उसकी आवाज़ और कंपन लोगों ने दूर तक महसूस किया. धमाके के बाद वहां अफरा तफरी मच गई. तीसरी मंजिल पर धुंआ ही धुंआ था. लोग इधर-उधर भाग रहे थे.गनीमत ये रही कि वकीलों की हड़ताल के चलते कोर्ट में ज्यादा भीड़ नहीं थी. इस धमाके में दो लोगों की जान चली गई और 5 लोग घायल हो गए. 

9 दिसंबर 2021

इसी माह राजधानी दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में सुबह के वक्त बम धमाका हुआ. धमाके से कोर्ट में हड़कंप मच गया. इस धमाके में कोर्ट नंबर 102 में तैनात एक पुलिसकर्मी घायल हुआ था. पुलिस का कहना था कि यह लो इंटेसिटी बम ब्लास्ट था. यह एक तरह का क्रूड बम है. जांच में हुए खुलासे ने दिल्ली पुलिस और खुफिया एनेजंसियों की नींद उड़ा दी. दरअसल, वो ब्लास्ट एक IED था. उसे स्टील के टिफिन में रखकर बनाया गया था. फिर उसे एक पुराने काले रंग के बैग में रखा गया था. लेकिन IED ठीक से असेंबल नहीं हो पाने की वजह से धमाका के ज्यादा असर नहीं हुआ. इस मामले में DRDO के एक वैज्ञानिक को गिरफ्तार किया गया. जिसने एक वकील को मारने के लिए यह धमाका किया था.

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24 सितंबर 2021

उस दिन दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वो भी कोर्ट रुम में जज के सामने. इसके बाद कोर्ट परिसर में शूटआउट हुआ और सुरक्षाकर्मियों ने दोनों हमलावरों को भी मार गिराया. इस शूटआउट में पेशी पर आए गैंगस्टर और उसे मारने आए दोनों शूटर मारे गए थे. मारा गया जितेंद्र उर्फ गोगी तिहाड़ जेल में बंद था, उसे पेशी के लिए रोहिणी कोर्ट लाया गया था. इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया था.

13 फरवरी 2020

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले साल एक बड़ी वारदात हुई थी. वहां वजीरगंज कोर्ट में एक बम धमाका हुआ था और तीन तीन जिंदा बम भी बरामद किए गए थे. पुलिस ने मौके पर जाकर तीनों जिंदा बम कब्जे में लिए थे. उस धमाके में कई वकील घायल हो गए थे. वारदात के वक्त कई वकील और अन्य लोग वहां मौजूद थे. धमाका होने के कारण परिसर में भगदड़ मच गई थी. पुलिस ने जांच के बाद बताया था कि वजीरगंज कोर्ट में धमाका एक देसी बम से किया गया था. इस धमाके की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई थी.

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10 जुलाई 2014

सात साल पहले यूपी के फैजाबाद जिले की एक अदालत में बम धमाका हुआ था. जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी और कुछ लोग घायल हुए थे. बाद में खुलासा हुआ था कि यह बम धमाका एक हमला था, जो सुलतानपुर के पूर्व विधायक सोनू सिंह और उनके भाई ब्लॉक प्रमुख मोनू सिंह पर किया गया था. धमाके के बाद अदालत में भगदड़ मच गई थी. उस धमाके के बाद नाराज वकीलों ने नगर कोतवाल शैलेंद्र सिंह की पिटाई भी कर दी थी. पुलिस ने बताया था कि पूर्व विधायक सोनू सिंह और उनका भाई मोनू सिंह पेशी पर आए थे. वे दोनों जैसे ही गेट नंबर 3 के पास पहुंचे थे, तभी कुछ लोगों ने उन पर बम से हमला किया था. हमले में पूर्व विधायक बाल-बाल बच गए थे, लेकिन उनके भाई को चोट लगी थी. बम से हमला करने वाला एक शख्स भी इस घटना में मारा गया था. 

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7 दिसंबर 2011

दिल्ली हाई कोर्ट में साल 2011 के अंत में 7 दिसंबर को एक जोरदार धमाका हुआ था. इस धमाके ने अति सुरक्षित माने जाने वाले कोर्ट परिसर में अफरा तफरा मचा दी थी. हर तरफ दहशत और खौफ का माहौल था. वकील और अन्य लोग इधर-उधर भाग रहे थे. जब धमाके का धुंआ छटा था, तो कई लाशें वहां बिखरी हुई थी. यह धमाका हाई कोर्ट के गेट नंबर 4 और 5 के बीच में हुआ था. इस बम विस्फोट में 15 लोगों ने अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था. जबकि 79 लोग जख्मी हो गए थे. जब ये धमाका हुआ था तो करीब 200 से ज्यादा लोग कोर्ट में अंदर जाने के लिए अपना पास बनवाने के लिए लाइन में लगे हुए थे.

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