
SDM Nisha Murder Case: मध्य प्रदेश में एक एसडीएम (SDM) के कत्ल का सनसनीखेज मामला सामने आया तो हड़कंप मच गया. एसडीएम का कत्ल किसी और ने नहीं बल्कि खुद उसी के पति ने किया. हालांकि कातिल पति ने इस कत्ल को हार्ट अटैक साबित करने की भरपूर कोशिश भी की. लेकिन खून की चंद बूंदों ने सारा राज खोल कर रख दिया. इस कत्ल की जो वजह सामने आई, उसने सभी को हैरान कर दिया. आइए जान लेते हैं इस कत्ल की इनसाइड स्टोरी.
शहपुरा की SDM थीं निशा नापित
ये सच्ची कहानी है निशा नापित की, जो मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले के शहपुरा की एसडीएम थीं. एसडीएम यानी सब डिविजनल मजिस्ट्रेट. यानी एक मजिस्ट्रेट. और एसडीएम साहिबा के पति हैं मनीष शर्मा. एसडीएम निशा नापित अब इस दुनिया में नहीं हैं. और उनके पति मनीष अब घर की बजाय जेल में हैं. दरअसल, एसडीएम का कत्ल उन्हीं के घर में हुआ और कातिल कोई और नहीं बल्कि उन्हीं का पति यानी मनीष निकला.
अस्पताल लाने से पहले ही हो चुकी थी मौत
शहपुरा कस्बे में 28 जनवरी को शाम करीब 4 बजे उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एसडीएम साहिबा के पति मनीष खुद ही उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे. अस्पताल लाते ही उन्होंने डॉक्टरों से बताया कि अचानक उनकी पत्नी की तबीयत काफी खराब हो गई. दरअसल, वो पहले से ही बीमार थीं, इसके बावजूद वो व्रत कर रही थीं.
इसी व्रत की हालत में उन्होंने फल खाए थे, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई. पति मनीष ने अपनी बीवी को हार्ट अटैक आने की बात भी कही. लेकिन जब डॉक्टरों ने एसडीएम साहिबा की जांच की, तो ना सिर्फ उन्हें मृत पाया, बल्कि ये भी देखा कि उनकी मौत कोई तीन से चार घंटे पहले हो चुकी है.
पति के साथ चल रही थी निशा की अनबन
ये अपने आप में एक अजीब बात थी. अब डॉक्टरों ने ना सिर्फ निशा नापित को ब्रॉट डेड यानी अस्पताल लाए जाने से पहले ही मुर्दा करार दिया, बल्कि पूरे सिलसिले की जानकारी पुलिस को भी दी. आनन-फानन में पुलिस ने एसडीएम निशा की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और उनके घरवालों को फोन कर जानकारी दी. निशान के घरवाले हैरान रह गए. लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी खुलासा किया कि उनकी अपने पति मनीष के साथ अनबन चल रही थी. अब ऐसे में निशा के पति शक के घेरे में आ चुके थे.
SDM के घर की तलाशी में हैरान करने वाली बातें
अब शहपुरा पुलिस ने एसडीएम के घर की तलाशी लेने का फैसला किया, ताकि अगर उनकी मौत से जुड़ा कोई सबूत मिले, तो उसे इकट्ठा किया जा सके. लेकिन घर पहुंचने पर पुलिस को जो कुछ दिखाई दिया, वो चौंकाने वाला था. घर में ऐसे कई कपड़े थे, जिन्हें अभी-अभी धो कर सुखाया गया था. जांच में पता चला कि पति मनीष ने एसडीएम की नाक और मुंह से निकले खून के धब्बों को साफ किया था और उनके कपड़ों को धोया था. यहां तक कि उनके घर में वॉशिंग मशीन में उनका एक तकिया भी मिला, जिस पर लगे खून के धब्बों को धो कर साफ करने की कोशिश की गई थी. ये सबकुछ शक पैदा करने वाला था.
खून के धब्बों और सबूतों को मिटाने की कोशिश
ऐसे में पुलिस ने मनीष के साथ सख्ती की शुरुआत की. पहले तो वो अपनी पत्नी की मौत को एक सामान्य मौत बता रहा था, लेकिन मौत की वजह गलत बताने, मौत के वक्त को लेकर झूठ बोलने, और तो और घर में मौजूद खून के धब्बों और दूसरे सबूतों को मिटाने की कोशिश करने पर जब उससे कड़ाई से पूछताछ हुई, तो वो टूट गया और उसने कबूल कर लिया कि उसी ने अपनी पत्नी निशा नापित यानी एसडीएम निशा की हत्या की है और वो भी तकिये से उनकी सांस रोक कर.
घरवालों को बिना बताए निशा ने की थी शादी
लेकिन अब सवाल ये था कि आखिर मनीष ने अपनी एसडीएम पत्नी की जान क्यों ले ली? तो इसके पीछे की वजह जानने से पहले आपको दोनों के रिश्तों के बारे में थोड़ा जान लेना चाहिए. निशा के घरवालों की मानें तो 50 साल की निशा ने ग्वालियर के रहने वाले 45 साल के प्रॉपर्टी डीलर मनीष शर्मा से करीब दो साल पहले शादी की थी. दोनों की मुलाकात एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए हुई और निशा ने अपने घरवालों को बताए बगैर मनीष से शादी कर ली थी.
पति का सच जान चुकी थी निशा
लेकिन शादी के कुछ समय बात से ही पति-पत्नी में अनबन शुरू हो गई. जल्द ही निशा को अपने पति की हकीकत पता चल गई. पता चला कि मनीष पहले बस कंडक्टर हुआ करता था, लेकिन बाद में वो प्रॉपर्टी का काम करने लगा. हालांकि इस काम में भी उसे कोई खास कामयाबी नहीं मिली. ऊपर से उसकी कई बुरी आदतें थीं. वो शराब पीता रहता था और कथित तौर पर कई लड़कियों से उसके रिश्ते भी थे. उसकी पत्नी निशा को जब ये जानकारी हुई, तो अनबन शुरू हो गया.
इस बात से नाराज था मनीष
निशा ने अपनी प्रॉपर्टी के सारे कागजात, बैंक खाते सभी में अपने पति की जगह अपनी बहन और उनके बच्चों को नॉमिनी बना रखा था. जिसके चलते मनीष कुछ ज्यादा ही नाराज रहता था. और इसी नाराजगी में मनीष ने निशा की हत्या कर दी. मनीष ने निशा की मौत को लेकर झूठ बोला. उसने बताया कि निशा की तबीयत खऱाब थी और वो देर तक सोती रही. जब कई बार उठाने के बावजूद वो नहीं जगी, तो उसे अहसास हो गया कि उसे हार्ट अटैक हो गया है.
जांच में खुला सच
इसके बाद उसने अपनी पत्नी को सीपीआर देने की कोशिश की और तब अस्पताल लेकर आया. लेकिन जांच में ये सारी कहानी झूठी निकली. पता चला कि उसने तकिये से मुंह दबा कर निशा की हत्या कर दी थी और कत्ल को एक सामान्य मौत दिखाने के लिए खुद ही लाश लेकर अस्पताल पहुंच गया था. लेकिन जांच के दौरान उसकी हकीकत सामने आ गई और वो पकड़ा गया.
(डिंडौरी से डेविड सूर्या का इनपुट)