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बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी इतना परेशान क्यों है?

माफिया डॉन मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद है. उसके सभी केस की सुनवाई जेल के अंदर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही है. बाराबंकी के एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई के दौरान बाहुबली कहे जाने वाला मुख्तार काफी परेशान दिखा. उसके धमकाने के बावजूद गवाहों के आने से वो असहज था. जज के सामने बार-बार पानी पी रहा था.

माफिया डॉन मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद है. माफिया डॉन मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद है.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 11:34 AM IST

एक वक्त था जब उनकी तूती बोलती थी. जरायम की दुनिया से लेकर सियासी गलियारों तक उनकी हनक थी. हर तरह के कानूनी और गैर-कानूनी धंधों पर वो अपना हक समझते थे. रेलवे ठेका हो या फिर रियल स्टेट का कारोबार... उनके सामने कोई नहीं टिक पाता था. सड़क पर खुली जीप में हथियार लहराते हुए घूमा करते थे. उनकी तरक्की के रास्ते में जो भी रोड़ा बना, समझो वो मर गया. एक नहीं न जाने कितनी हत्याओं के आरोप लिए आज जी रहे हैं. जी हां, हम पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की बात कर रहे हैं. उनकी आज बद से बदतर हालत हो गई है. यहां तक कि उनकी धमकी का असर भी अब किसी पर नहीं हो रहा है. उनके धमकाने के बावजूद गवाह कोर्ट आ रहे हैं. 

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मुख्तार अंसारी को ये बात इतनी खल रही है कि वो आजकल परेशान है. बांदा जेल में बंद इस गैंगस्टर को अब अपना सबकुछ खत्म होता नजर आ रहा है. सरकार तो पहले से ही उनके पीछे हाथ धोकर पड़ी है. उनके विशाल साम्राज्य को खत्म करने में लगी है. लेकिन उनको सबसे ज्यादा ये बात चुभ रही है कि लोगों के बीच उनका डर खत्म हो रहा है. तभी तो बांदा जेल में बंद बाहुबली वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए सुनवाई के दौरान भी काफी परेशान दिख रहा है. अपने गवाह को देखकर बार-बार पानी पी रहा है. दरअसल, सोमवार को बाराबंकी के एमपी-एमएलए कोर्ट में फर्जी एंबुलेंस कांड में सुनवाई चल रही थी. इस दौरान केस के तीसरे अहम गवाह दारोगा सुरेंद्र सिंह गवाही देने के लिए कोर्ट में पहुंचे हुए थे. 

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दारोगा सुरेंद्र सिंह को देखते ही मुख्तार अंसारी पसीने से तर-बतर हो गया. अपनी परेशानी को छुपाने के लिए बार-बार पानी पीता रहा. उसे एमपी-एमएलए कोर्ट नंबर 4 में कमलकांत श्रीवास्तव के सामने हुई वर्चुअली पेश किया गया था. दूसरी तरफ कोर्ट में उसके खिलाफ गवाही हो रही थी. गवाह जैसे-जैसे उसके करतूतों से पर्दा उठा रहा था, मुख्तार वैसे-वैसे परेशान होता जा रहा था. उसके वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि तीसरे गवाह की गवाही पूरी होने के बाद 19 अक्टूबर को अगली तारीख मिली है. पंजाब जेल में बंद होने के दौरान पेशी पर जाने के लिए फर्जी नाम पते पर एंबुलेंस करने के आरोप में मुख्तार के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. इसमें गैंगस्टर एक्ट के तहत 13 लोग आरोपी हैं.

बांदा जेल में बंद माफिया डॉन के परेशानी की वजह समझिए...

पहली वजह:- माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की परेशान की सबसे बड़ी वजह ये है कि उसका इकबाल खत्म होता जा रहा है. यूपी सरकार तो उसके पीछे पड़ी ही है, अब लोगों के मन में उसका डर भी खत्म होता जा रहा है. वरना एक वक्त था जब वो गवाहों को एक कॉल कर देता तो डर मारे वो अपना घर तक छोड़ देते थे. लेकिन अब उसकी गीदड़ भभकी से लोग डर नहीं रहे हैं. उल्टे उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा रहे हैं. हालही में एक कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई के दौरान ही उसने एक गवाह को धमका दिया. इतना ही नहीं अपने वकील से सभी गवाहों की फोटो भी मांग दी. लेकिन उल्टे पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. उस गवाह ने बताया कि उसे फोन पर भी गवाही न देने की धमकी दी गई थी.

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दूसरी वजह:- यूपी सरकार लगातार मुख्तार अंसारी की बेमानी संपत्तियों को जब्त करने का काम कर रही है. नया अपडेट ये है कि लखनऊ इनकम टैक्स विभाग मुख्तार अंसारी की डाली बाग स्थित दो कीमती जमीनों को जब्त करने की तैयारी कर रहा है. पुलिस इन्हें पहले ही कुर्क कर चुकी है. इस संपत्ति को गाजीपुर निवासी तनवीर शहर के नाम से खरीदा गया था, जो कि पहले मुख्तार की पत्नी अफसा अंसारी के नाम पर था. इससे पहले मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़ और लखनऊ में स्थित उसकी करीब 200 करोड़ की संपत्ति पहले ही जब्त की जा चुकी है. इतना ही नहीं उसकी मां, बहन और गुर्गों के नाम पर मौजूद संपत्ति की जांच कराकर उसे भी जब्त किया जा रहा है. इससे डॉन की आर्थिक कमर टूट गई है.

तीसरी वजह:- माफिया मुख्तार अंसारी की परेशानी की एक सबसे बड़ी वजह ये भी है कि उसका एक करीबी शूटर राम दुलारे गिरफ्तार हो गया है. उस पर मन्ना सिंह हत्याकांड में गवाह राम सिंह मौर्या और उसके गनर की हत्या का आरोप है. उस पर गैंगस्टर एक्ट में केस दर्ज करके 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था. वो साल 2010 से फरार चल रहा था. उसके पास से एक पिस्टल और दो कारतूस भी बरामद किया गया है. राम दुलारे को मुख्तार का बहुत करीबी माना जाता है. बताया जा रहा है कि उसके पकड़े जाने के बाद मुख्तार के कई काले कारनामों का खुलासा हो सकता है. मन्ना सिंह हत्याकांड में भी उसकी भूमिका तय करने में पुलिस को मदद मिल सकती है. मुख्तार के खिलाफ एक और केस तैयार होने जा रहा है.

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चौथी वजह:- बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी वहां पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिलने की वजह से भी परेशान है. बांदा से पहले वो पंजाब के रोपड़ जेल में बंद था. वहां उसकी खूब आवाभगत हुई थी. वो साल 2019 से 2021 के बीच में वहां बंद था. उसे जेल में न सिर्फ विशेष सुविधाएं दी गईं, बल्कि जिस मामले में पंजाब पुलिस उसको ट्रांजिट रिमांड पर लाई थी, उसका चालान भी पेश नहीं किया गया था. यहां तक पंजाब पुलिस ने उसकी सुविधा के नाम पर 55 लाख रुपए खर्च कर दिए थे. ये सबकुछ कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यकाल में हुआ था. इसी बीच पंजाब में कांग्रेस की सरकार चली गई और यूपी की योगी सरकार ने उसे वापस लाने की कोशिश तेज कर दी. आखिरकार उसे पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी की बांदा जेल शिफ्ट कर दिया गया.

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