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मोनू मानेसर, कुख्यात गैंगस्टर और वीडियो कॉल... क्या भारत का दूसरा 'दाऊद' बनना चाहता है लॉरेंस बिश्नोई?

मोनू का मोबाइल फोन बता रहा है कि वो सिर्फ गौरक्षा के नाम पर अपना गिरोह ही नहीं चला रहा था, बल्कि कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से भी उसका डायरेक्ट कनेक्शन है. वो लॉरेंस बिश्नोई, जिसके सिर पर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के क़त्ल समेत फिल्म स्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी देने जैसे सैकड़ों गुनाहों के इल्ज़ाम हैं.

शातिर बदमाश मोनू मानेसर डायरेक्ट गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में था शातिर बदमाश मोनू मानेसर डायरेक्ट गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में था
अरविंद ओझा/सुरेश फौजदार
  • नई दिल्ली/भरतपुर,
  • 19 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 5:43 PM IST

गौ तस्करी रोकने के नाम पर कानून का मजाक बनाने वाले शातिर बदमाश मोनू मानेसर की करतूतों के बारे में आपने कई बार सुना होगा. लेकिन अब आपको मोनू मनेसर का वो सच बताते हैं, जो अब तक दुनिया के सामने पोशीदा था. 12 सितंबर को हरियाणा की नूंह पुलिस ने मोनू को गिरफ्तार क्या किया कि असली कहानी सामने आने लगी. मोनू के मोबाइल फोन ने ऐसे-ऐसे राज़ उगलने शुरू कर दिए कि अब तक मोनू का पीछा कर रही पुलिस भी हैरान रह गई.

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मोबाइल ने खोले राज
मोनू का मोबाइल फोन बता रहा है कि वो सिर्फ गौरक्षा के नाम पर अपना गिरोह ही नहीं चला रहा था, बल्कि कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से भी उसका डायरेक्ट कनेक्शन है. वो लॉरेंस बिश्नोई, जिसके सिर पर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के क़त्ल समेत फिल्म स्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी देने जैसे सैकड़ों गुनाहों के इल्ज़ाम हैं. 

लॉरेंस से वीडियो कॉल पर बातचीत
दरअसल, पुलिस को मोनू के मोबाइल से एक ऐसा वीडियो मिला है, जिसमें वो जेल में बैठे लॉरेंस से मोनू आराम से वीडियो कॉल पर बात करता हुआ दिखाई दे रहा है. ये वीडियो मोनू के गैंगस्टर लॉरेंस से कनेक्शन का सबसे ताज़ा सबूत है, जिसमें ना सिर्फ लॉरेंस बल्कि उसका एक और खासमखास गैंगस्टर राजू बसोदी भी मानेसर से बातचीत करता हुआ दिख रहा है. 

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मिलेंगे तमाम सवालों जवाब
लेकिन ये वीडियो ठीक कब का है? दोनों के बीच इस वीडियो में क्या बातचीत हो रही है? आखिर दोनों बातचीत का एजेंडा क्या है? क्या लॉरेंस मोनू को अपने गैंग में मिलाना चाहता है? या फिर मोनू किसी मामले पर गैंगस्टर लॉरेंस से मदद मांग रहा है? हम आज आपको इन सारे सवालों के जवाब बताएंगे, लेकिन आइए सबसे पहले ये समझ लीजिए कि इस कहानी की शुरुआत कब और कहां से हुई? और आखिर कैसे मोनू और लॉरेंस का एक दूसरे से संपर्क हुआ? 

मोनू और लॉरेंस का वीडियो वायरल
मोनू मानेसर के मोबाइल फोन से मिले इस वीडियो ने सिर्फ पुलिस की ही नींद नहीं उड़ाई है, बल्कि ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है. मोनू फिलहाल नासिर और जुनैद नाम के कथित गौ तस्करों के कत्ल के इल्जाम में भरतपुर की सेवर जेल में बंद है. और इसी बीच मोनू का ये वीडियो सामने आया है. 38 सेकेंड के इस वीडियो क्लिप में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और राजू बसौदी मोनू के साथ बातचीत करते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में लॉरेंस लाल रंग की टी शर्ट पहने दिखाई दे रहा है, जबकि मोनू बनियान पहले हुए किसी गाड़ी में बैठा है. इस वीडियो का ऑडियो तो खैर क्लीयर नहीं है, लेकिन सूत्रों की मानें तो ये वीडियो 21 मई 2021 का है, जब लॉरेंस दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था. और ये तारीख अपने-आप में ये भी इशारा करती है कि मोनू और लॉरेंस का कनेक्शन कोई नया-नया नहीं जुड़ा, बल्कि दोनों सालों से एक दूसरे से संपर्क में हैं. 

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अनमोल और मोनू की चैट आई सामने
मानेसर और बिश्नोई से इस कनेक्शन को समझने के लिए सबसे पहले आपको लॉरेंस बिश्नोई के अमेरिका में छुपे बैठे गैंगस्टर भाई अनमोल बिश्नोई के साथ मोनू की चैट वाली बात भी समझनी चाहिए. ये चैट 27 अगस्त और 10 सितंबर 2023 का है, जिसमें मोनू मनोसर अनमोल बिश्नोई से लॉरेंस बिश्नोई से बात करवाने की बात कह रहा है, बदले में अनमोल बिश्नोई उसे लॉरेंस से बात कर लेने के लिए अपनी तरफ से हरी झंडी दे रहा है. 

अनमोल के जरिए लॉरेंस तक पहुंचा मोनू
उस चैट में मोनू अपनी तरफ से अनमोल से पूछता है कि क्या लॉरेंस इस वक्त पुलिस रिमांड पर है, तो अनमोल बताता है कि नहीं पुलिस रिमांड में नहीं, बल्कि जेल में है. यानी एक तरह से ये ईशारा दे रहा है कि वो जेल में बंद है और वहां से कभी भी किसी से भी बात कर सकता है. इसके बाद मोनू, अनमोल बिश्नोई से लॉरेंस को अपना नंबर दे देने को कहता है, ताकि लॉरेंस उसका नंबर देखते ही पहचान ले और उसका फोन उठा ले. इसके बाद मोनू अनमोल से अपना नंबर भी शेयर करता है. जाहिर है, पहले लॉरेंस बिश्नोई के साथ वीडियो कॉल पर बात और अब लॉरेंस के अमेरिका में बैठे गैंगस्टर भाई अनमोल के साथ मोनू का चैट, ये वो सबूत हैं, जिन्होंने पुलिस को नए सिरे से इस कनेक्शन पर सोचने को मजबूर कर दिया है.

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हरियाणा-राजस्थान में पकड़ बनाने की कवायद
अब सवाल ये है कि क्या लॉरेंस मोनू मानेसर को भी अपने सिंडिकेट में शामिल करने के फिराक में था? और क्या मोनू अपने किसी स्वार्थ में लगातार लॉरेंस और उसके भाई अनमोल से बातें कर रहा था? सूत्रों की मानें तो मोनू की हरियाणा और उसके आस-पास के इलाकों में सैकड़ों नौजवानों पर अच्छी पकड़ है. यानी उसके पास अपना अलग ही गिरोह है. मजबूत मैन पावर है और जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की नजर मोनू के उसी मैन पावर पर है. समझा जाता है कि लगातार देश विदेश में अपने क्राइम सिंडिकेट को मजबूत करने की कोशिश में जुटा लॉरेंस बिश्नोई मोनू मानेसर के जरिए हरियाणा और राजस्थान में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहता है, इसलिए दोनों ने अंदरखाते हाथ मिला रखा है.

कई राज्यों में एक्टिव है लॉरेंस का गैंग
पुलिस और खुफिया सूत्रों की मानें तो लॉरेंस बिश्नोई अपने इन्हीं हथकंडों की बदौलत फिलहाल देश में एक बड़ा क्राइम सिंडिकेट खड़ा कर चुका है. यहां तक कि उसके सिंडिकेट में इंटरेशनल लेवल के अपराधी भी जुड़े हैं, जिनमें से कई भारत के बाहर फरारी काटने वाले आसामी हैं. लॉरेंस का सिंडिकेट दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, यूपी, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों में काफी एक्टिव है और लगातार बढ़ रहा है. विदेशों में लॉरेंस के खासमखास गोल्डी बराड़ और अनमोल बिश्नोई जैसे लोग बैठे हैं, गोल्डी जहां कानाडा में चुपा है, वहीं अनमोल के बारे में कहा जाता है कि वो अमेरिका में है.

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दाऊद जैसा नेटवर्क बनाना चाहता है लॉरेंस
जुर्म की दुनिया में लॉरेंस के बढ़ते दबदबे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हाल ही में आतंकवाद विरोधी एजेंसी और नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने लॉरेंस के खिलाफ यूएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई की है. यूएपीए यानी अनलॉफुल एक्टिविटीज़ प्रिवेंशन एक्ट को एक सख्त कानून के तौर पर देखा जाता है. इतना ही नहीं एनआईए ने अपनी एक चार्जशीट में लॉरेंस के बारे में यहां तक लिखा है कि वो ठीक उसी तरह अपना क्राइम सिंडिकेट फैलाने में लगा है, जैसे 1990 में माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम ने फैला रखा था. 

डी कंपनी जैसा सिंडिकेट बनाने की तैयारी
एनआईए ने उस चार्जशीट में लिखा है "लॉरेंस बिश्नोई और उसके तेजी से फैलते आतंकी सिंडिकेट में और दाऊद इब्राहिम के सिंडिकेट में कई समानताएं हैं. लॉरेंस का सिंडिकेट कुछ वैसा ही है, जैसा वॉन्टेड आतंकवादी दाऊद कभी डी कंपनी के नाम से क्राइम सिंडिकेट, संगठित आतंकवाद और ड्रग सिंडिकेट चलाया करता था."  जाहिर है इसे कानून की कमजोरी कहें या फिर कुछ और... जुर्म की दुनिया में लॉरेंस बिश्नोई का नाम इस वक्त काफी बड़ा है और उसका मोनू मानेसर से ये कनेक्शन एक नई कहानी कहता है.

हिंदू डॉन बनने की कोशिश कर रहा है लॉरेंस बिश्नोई?
लॉरेंस बिश्नोई और मोनू के इस कनेक्शन को देखते हुए पुलिस और खुफिया एजेंसियों को ये लगने लगा है कि लॉरेंस बिश्नोई खुद को छोटा राजन की तरह एक नए हिंदू डॉन की तरह पेश करने की कोशिश में लगा है. वैसे भी लॉरेंस का पुराना ट्रैक रिकॉर्ड और उसके ऑपरेट करने का तरीका भी कुछ इसी तरफ इशारा करता है. अपनी हर बातचीत में लॉरेंस और गैंग के लोग अक्सर अलग-अलग हिंदू देवी-देवताओं के नाम से जयकारा लगाते हैं. एक दूसरे का अभिभावदन कुछ इसी अंदाज में करते हैं. और अब जिस तरह से लॉरेंस का मोनू मनेसर से रिश्ता सामने आया है, वो भी कुछ यही कहता है.

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इसलिए सलमान को मारना चाहता था लॉरेंस
लॉरेंस ने फिल्म स्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी देकर भी यही ईशारा देने की कोशिश की है. लॉरेंस ने ये कई बार रहा है कि उसकी सलमान से कोई निजी दुश्मनी नहीं है, बल्कि वो सलमान को इसलिए मारना चाहता है, क्योंकि सलमान ने राजस्थान में हिरनों का शिकार कर उसकी धार्मिक भावनाओं का अनादर किया है. और वो अपने इसलिए किए के लिए माफी तक नहीं मांग रहा. यानी लॉरेंस ये बताने की कोशिश कर रहा है, सलमान के साथ उसकी दुश्मनी धार्मिक भावनाओं को लेकर है. 

डबल मर्डर मामले में मोनू की गिरफ्तारी
और अब जिस तरह से उसने मोनू मानेसर से हाथ मिलाया है, वो भी खुद को हिंदू डॉन के तौर पर पेश करने की एक कोशिश हो सकती है, क्योंकि मोनू मनोसर हरियाणा और आस-पास के इलाकों में गौ रक्षा करने का दावा करता है. यानी एक तरह से खुद को एक कट्टर हिंदू के तौर पर पेश करता है. नूहं के दंगों में भी उसका नाम सामने आ चुका है. रही बात ठौर और दबदबे की, तो मोनू मनेसर के पास भी ना सिर्फ सैकड़ों लड़कों का बड़ा गिरोह है, बल्कि बेहद अत्याधुनिक और सॉफिस्टिकेटेड हथियारों के साथ उसकी कई तस्वीरें भी सामने आ चुकी हैं. इतना ही नहीं मोनू पर गौ तस्करी रोकने के नाम पर कई गौ तस्करों के साथ मारपीट का भी इल्जाम है. फिलहाल तो उस पर नासिर और जुनैद को जिंदा जला कर मारने के इल्जाम है, इसी मामले में उसे गिरफ्तार किया गया है. 

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लॉरेंस के पास 700 से ज्यादा लड़कों का गैंग
दूसरी ओर छोटे-मोटे अपराधों से अपनी शुरुआत करनेवाले लॉरेंस बिश्नोई का सिंडिकेट लगातार बड़ा हो रहा है. पुलिस सूत्रों की मानें तो इस वक्त उसके गैंग से 700 से ज्यादा लड़के यानी आपराधी जुडे हुए हैं, जिनमें से 300 तो पंजाब से ही आते हैं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान, झारखंड समेत कई राज्यों में उसका नेटवर्क है. एनआईए ने अपनी चार्जशीट में बताया है कि बहुत से नौजवानों को उसके गैंग के लोग सोशल मीडिया पर कनाडा में सेट्ल करा देने का झांसा देकर अपने साथ जोड़ लेते हैं. एनआईए ने जिन 16 गैंगस्टर पर यूएपीए एक्ट के तहत चार्जशीट फाइल की है, उनमें लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का नाम सबसे ऊपर है.

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