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किसानों और CAA प्रदर्शनकारियों को भड़काने का प्लान! माओवादी संगठन PLGA के डॉक्यूमेंट से खुलासा

PLGA के डॉक्यूमेंट में किसान बिल का विरोध किया गया है, साथ ही उसे किसान विरोधी बताया गया है. इसमें यह भी लिखा है कि सीएए प्रदर्शनकारियों को सरकार के खिलाफ गुरिल्ला युद्ध में शामिल होना चाहिए.

प्रतीकात्मक चित्र प्रतीकात्मक चित्र
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली ,
  • 11 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 7:15 PM IST
  • PLGA के डॉक्यूमेंट में किसान बिल का विरोध
  • सरकार के खिलाफ गुरिल्ला युद्ध छेड़ने की बात
  • किसानों और CAA प्रदर्शनकारियों को भड़काने का प्लान

पीएलजीए यानी पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी के गठन को 20 साल पूरे हो रहे हैं. माओवादियों ने दिसंबर 2002 को PLGA का गठन किया था. इसकी 20वीं वर्षगांठ पर माओवादियों के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का एक डॉक्यूमेंट इंडिया टुडे और आजतक के हाथ लगा है, जिसमें किसानों और CAA प्रदर्शनकारियों को हथियार उठाकर सरकार के खिलाफ लड़ने की अपील की गई है.  

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इस डॉक्यूमेंट में किसान बिल का विरोध किया गया है, साथ ही उसे किसान विरोधी बताया गया है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि नक्सलियों की नजर इस फार्म बिल पर अक्टूबर से थी, तभी यह अपील जारी की गई थी. यह डॉक्यूमेंट 14 अक्टूबर को रिलीज किया गया था.

PLGA के डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि सीएए प्रदर्शनकारियों को सरकार के खिलाफ गुरिल्ला युद्ध में शामिल होना चाहिए. माओवादी सेंट्रल मिलिट्री कमीशन ने किसानों से भी हथियार उठाने और सरकार से लड़ने की अपील की है. 

PLGA डॉक्यूमेंट

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बता दें कि PLGA की 20वीं वर्षगांठ पर माओवादियों ने पूरे एक साल पीएलजीए वर्ष मनाने की घोषणा की है. उन्होंने साल 2021 को PLGA वर्ष का नाम दिया है. मालूम हो कि आमतौर पर स्थापना दिवस पर माओवादी पीएलजीए सप्ताह मनाते थे. इस दौरान वे मारे गए माओवादियों को याद करते हैं. साथ ही लोगों के बीच अपनी पैठ को बढ़ाने और दहशत फैलाने का काम करते हैं. बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों के हाथ माओवादियों का एक वीडियो भी लगा है.  

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