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देशद्रोहियों से संपर्क, नक्सलवाद को समर्थन...कौन हैं गौतम नवलखा, जिनके घर पहुंची दिल्ली पुलिस!

Gautam Navlakha NewsClick case: दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम न्यूजक्लिक केस की जांच के लिए मुंबई स्थित सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा के घर पहुंची है. उनके साथ मुंबई पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारी भी हैं. न्यूजक्लिक वेबसाइट को चीन से फंडिंग और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से कनेक्शन संबंधित आरोपों पर पूछताछ होनी है.

न्यूजक्लिक केस की जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस की एक स्पेशल टीम मुंबई पहुंची है. न्यूजक्लिक केस की जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस की एक स्पेशल टीम मुंबई पहुंची है.
aajtak.in
  • नई दिल्ली/मुंबई,
  • 30 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 5:52 PM IST

न्यूजक्लिक केस की जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस की एक स्पेशल टीम मुंबई पहुंची है. इस केस के एक आरोपी गौतम नवलखा से पूछताछ होनी है. इसके लिए दिल्ली पुलिस की टीम मुंबई पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गौतम के नवी मुंबई के अगरोली स्थित उनके घर पर पहुंची है. यहां न्यूज वेबसाइट को चीन से हुई फंडिंग और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से कनेक्शन संबंधित आरोपों को लेकर विस्तृत पूछताछ संभावित है. इसके साथ ही गौतम नवलखा और सैयद गुलाम नबी फाई के बीच के रिश्ते को लेकर भी पूछताछ की जाएगी, जिसे एफबीआई ने हालही में गिरफ्तार किया था, जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल था. 

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दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस जांच टीम का नेतृत्व सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) स्तर के अधिकारी कर रहे हैं. इसी साल अगस्त में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने न्यूजक्लिक के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत केस दर्ज किया था. इस पर आरोप था कि "भारत की संप्रभुता को बाधित करने" और "देश के खिलाफ असंतोष" पैदा करने के लिए चीन से बड़ी मात्रा में फंडिंग हुई है. इस मामले में न्यूज पोर्टल के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ और एचआर प्रमुख अमित चक्रवर्ती को 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था. दोनों को कोर्ट फिलहाल न्यायिक हिरासत में भेज चुकी है.

दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में दावा किया गया है कि चीनी फंड को कथित तौर पर गौतम नवलखा, तीस्ता सीतलवाड, जावेद आनंद, पत्रकार उर्मिलेश, अरात्रिका हलदर, परंजय गुहा ठाकुरता और अभिसार शर्मा के बीच वितरित किया गया था. नवलखा साल 1991 से प्रबीर पुरकायस्थ से जुड़े हुए हैं. साल 2018 से पीपीके न्यूजक्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड के शेयरधारक भी हैं. इसमें यह भी आरोप लगाया गया है कि पुरकायस्थ ने साल 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने के लिए एक समूह पीपुल्स अलायंस फॉर डेमोक्रेसी एंड सेक्युलरिज्म (पीएडीएस) के साथ मिलकर साजिश रची थी, जिसमें आरोपी शामिल थे. 

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नवलखा के बारे में पांच प्रमुख बातें...

1. गौतम नवलखा एक नागरिक स्वतंत्रता और मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं. वो एक कार्यकर्ता के रूप में पीपुल्स यूनियन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स के साथ सक्रिय रूप से जुड़े रहे हैं.

2. नवलखा कश्मीर में मानवाधिकार और न्याय पर अंतर्राष्ट्रीय पीपुल्स ट्रिब्यूनल के संयोजक रहे हैं.

3. उन्होंने कश्मीर में भी काम किया है. उनका मानना है कि कश्मीर में विसैन्यीकरण के विषय पर जनमत संग्रह होना चाहिए. उन पर अलगावादियों से संबंध के आरोप रहे हैं.

4. छत्तीसगढ़ के माओवादियों के प्रभाव वाले इलाके उनके काम का केंद्र रहे हैं. उन पर नक्सलियों से संबंध के आरोप लगते रहे हैं.

5. गौतम न्यूजक्लिक के साथ इकोनॉमिक एंड पॉलिटिकल वीकली के लिए भी लिखते रहे हैं.

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साल 2017 में हुई हिंसा में जेल

इस तरह से देखा जाए तो गौतम नवलखा पर संगीन आरोप लगते रहे हैं. मानवाधिकार के नाम पर उन पर अलगाववाद, नक्सलवाद से लेकर देशद्रोह तक के आरोप लगे हैं. 31 दिसंबर, 2017 को पुणे में एल्गार परिषद सम्मेलन आयोजित किया गया था. आरोप है कि इस नक्सली संगठनों ने प्रायोजित किया था. यहां जमकर भड़काऊ भाषण हुए थे. इसकी वजह से पुणे के कोरेगांव-भीमा युद्ध स्मारक पर हिंसा हुई थी. इस केस में गौतम को साल 2018 में गिरफ्तार किया गया था. वह तभी से तलोजा सेंट्रल जेल में बंद थे. नवंबर 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने उनको उनकी खराब सेहत का हवाला देकर हाउस अरेस्ट की मंजूरी दी थी. 20 दिसंबर को बॉम्बे हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी. 

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जानिए क्या है न्यूजक्लिक केस? 

अगस्त 2023 में अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट छापी थी. इसमें दावा किया गया कि न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक एक ग्लोबल नेटवर्क का हिस्सा है. इसे अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम से फंड मिल रहा था. दिल्ली पुलिस ने 17 अगस्त को आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए और आईपीसी की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया था. पुलिस ने यूएपीए की धारा 16, 17, 18 और 22सी के तहत केस दर्ज किया था. इस मामले में 46 लोगों से पूछताछ की गई थी. इनमें 37 पुरुषों से स्पेशल सेल के दफ्तर में और 9 महिलाओं से उनके घर पर पूछताछ की गई थी. ईडी ने भी फंडिंग के सोर्से की जांच के लिए न्यूजक्लिक के कई परिसरों पर छापेमारी की थी.

 

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