
पिछले साल बंगलुरु में हुए धमाके की जांच कर रही एनआईए ने एक आरोपी रफिक को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी प्रतिबंधित संगठन सिमी और इंडियन मुजाहीद्दिन से संबंधित है. इस धमाके में एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि पांच लोग घायल हो गए थे.
जानकारी के मुताबिक, धमाके में मारी गई 37 साल की महिला का नाम भवानी था. वह तमिलनाडु की रहने वाली थी. वह अपने भाई कार्तिक और चाची भवानी के साथ एक गेमिंग प्लेस अमोएबा जा रही थी. एक रेस्टोरेंट के पास से गुजरते समय तेज धमाका हुआ था.
इस धमाके में महिला और उसके भाई गिर गए. भवानी के सिर और चेहरे पर गंभीर चोट लगी, जबकि उसका भाई कार्तिक भी मामूली तौर पर घायल हो गया. दोनों को फौरन नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया था, लेकिन वहां भवानी को बचाया नहीं जा सका.
हमले में सिमी की संलिप्तता के मिले सबूत
इस धमाके के बाद केंद्र सरकार ने माना था कि यह एक आतंकी हमला है. इसमें प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी के हाथ होने के सबूत मिले थे. गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजु ने कहा था कि हमले के पीछे सिमी का हाथ हो सकता है. इसकी जांच एनआईए को सौंपी दी गई.
आईईडी बम के जरिए किया गया धमाका
यह धमाका आईईडी बम के जरिए किया गया था. इसे रेस्टोरेंट में दो गमलों के बीच में रखा गया था. बम को अखबार और एक सफेद कपड़े में लपेट कर रखा गया. एनआईए इसकी तहकीकात में जुटी हुई थी. रेस्टोरेंट के सीसीटीवी फुटेज की भी पड़ताल की गई थी.