
दिल्ली को दहलाने वाले साहिल गहलोत ने निक्की यादव का कत्ल रात के अंधेरे में नहीं बल्कि दिन के उजाले में किया था. उस वक्त सड़क किनारे दर्जनों गाड़ियां उसकी कार के पास से गुजर रही थीं. कत्ल के बाद उसने निक्की के मुर्दा जिस्म को सीट बेल्ट से सीट पर बांध दिया था. उस वक्त सुबह के 9 बजे थे. उसी दिन रात के 9 बजे साहिल ने दूसरी लड़की से शादी की. और फिर बारात से लौटकर यानी अगली सुबह ठीक 9 बजे वो फिर से ढाबे पर जा पहुंचा, जहां उसने निक्की की लाश फ्रिज में छुपा रखी थी. ये कहानी है इस वारदात के आखरी चंद घंटों की.
कत्ल की कहानी, साहिल की जुबानी
निक्की यादव और उसकी मोहब्बत का कातिल साहिल गहलोत अब पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है. पुलिस ने उसे अदालत में पेशकर रिमांड पर ले लिया और अब लगातार उससे पूछताछ की जा रही है. गहलोत अपनी करतूत बताता जा रहा है, पुलिस उसे दर्ज करती जा रही है. दरअसल, ये पूरी कहानी साहिल गहलोत के उसी बयान पर आधारित है, जो उसने पुलिस के सामने दिया है.
9 फरवरी 2023
उस दिन दोपहर को नजफगढ़ के करीब साहिल गहलोत की सगाई थी. सगाई में दोनों परिवार के तमाम नजदीकी लोग शामिल थे. सगाई के कुछ घंटे बाद ही साहिल और उसकी होनेवाली दुल्हन की तस्वीर दिल्ली के बिंदापुर में रहनेवाली निक्की यादव को उसकी एक दोस्त वॉट्सएप पर भेजी. ये दोस्त निक्की और साहिल के रिश्ते के बारे में जानती थी और दोनों की कॉमन फ्रेंड थी. साहिल की सगाई की तस्वीर देखते ही निक्की भड़क उठती है. वो साहिल को फोन मिलाती है. मगर साहिल तब सगाई और मेहमानों के बीच फंसा हुआ था. लिहाजा, साहिल निक्की से कहता है कि वो रात को उससे मिलने आएगा.
आधी रात में निक्की के घर पहुंचा था साहिल
इधर निक्की घर पर परेशान थी. घर पर उसकी छोटी बहन भी साथ में थी. निक्की दो बैग में अपने कपड़े रखती है और साहिल का इंतजार करना शुरू कर देती है. जो सीसीटीवी की तस्वीरें सामने आईं हैं, वो उसी दिन और उसी मौके की हैं. सगाई की रस्म पूरी करने और शादी से पहले की बाकी रस्मों को निभाने के बाद साहिल रात करीब 1 बजे अपनी कार में घर से निकलता है. कार में वो अकेला सीधे बिंदापुर में मौजूद निक्की के घर पहुंचता है. निक्की गुस्से में थी. साहिल उससे कार में बैठने को कहता है. निक्की अपने दोनों बैग कार में रख कर साहिल के साथ वहां से निकल जाती है.
कार में हो रहा था दोनों झगड़ा
निकलने से पहले निक्की ने अपनी छोटी बहन से साहिल को मिलाया और ये कह कर गई कि वो ट्रिप पर बाहर जा रही है. वहां से निकलते ही कार में निक्की और साहिल के बीच झगड़ा शुरू हो जाता है. निक्की साहिल को समझाती है कि वो शादी तोड़ दे और दोनों शहर छोड़कर कहीं और चले जाते हैं. साहिल की शादी उसी दिन यानी 10 फरवरी की रात को थी. दोनों झगड़ा करते-करते देर रात निजामुद्दीन पहुंच जाते हैं.
निक्की ने कही थी पुलिस में शिकायत करने की बात
दोनों में अब भी बात नहीं बनी थी. निक्की बार-बार साहिल से यही कह रही थी कि वो उससे शादी करे. बीच-बीच में उसने साहिल को धमकी भी दी कि अगर उसने उससे शादी नहीं की, तो वो पुलिस में उसके खिलाफ रिपोर्ट लिखा देगी. इतना ही नहीं उसने खुदकुशी करने की भी धमकी दी थी. लड़ाई अब भी जारी थी. निजामुद्दीन से अब कार आनंद विहार पहुंच चुकी थी. रात अब धीरे-धीरे सुबह में बदल रही थी.
हिमाचल जाना चाहते थे निक्की और साहिल
निक्की की धमकी के बाद साहिल भी अब उसकी बात मानता नजर आ रहा था. वो इस बात पर तैयार हो गया था कि दोनों दिल्ली से हिमाचल चले जाएंगे और वहीं शादी कर लेंगे. आनंद विहार बस डिपो से पता चला कि उस वक्त वहां से हिमाचल के लिए कोई बस नहीं है. उन्हें बताया गया कि हिमाचल के लिए आईएसबीटी से बस मिल जाएगी. इसके बाद अब कार आनंद विहार से आईएसबीटी का रुख करती है. इरादा ये था कि कार को आईएसबीटी की पार्किंग में पार्क कर दोनों बस से हिमाचल चले जाएंगे.
पिता ने साहिल को लगाई थी डांट
दोनों अभी कश्मीरी गेट के करीब पहुंचे ही थे कि तभी साहिल के मोबाइल पर उसके घरवालों के फोन आने शुरू हो गए. साहिल अपनी शादी वाले दिन घर से गायब था. उसके घरवालों को निक्की और उसके रिश्ते के बारे में पहले से जानकारी थी. आखिरकार साहिल ने अपने पिता का फोन उठा लिया. उधर से पिता ने उसे बुरी तरह डांट लगाई और फौरन घर आने को कहा. शादी की रस्में सुबह से ही शुरू होनी थी और उसके लिए साहिल का वहां होना जरूरी था.
साहिल ने ऐसे बदला इरादा
पिता की बात सुनकर अचानक साहिल ने हिमाचल जाने का इरादा बदल दिया. उसने निक्की से साफ-साफ कह दिया कि वो अपने घरवालों के खिलाफ नहीं जा सकता. इस पर निक्की फिर से भड़क गई. उसने ये तक कहा कि दोनों खुदकुशी कर लेते हैं लेकिन साहिल तैयार नहीं हुआ. निक्की ने फिर से उसे पुलिस की धमकी दी. अब साहिल गुस्से में आ चुका था. दोनों के बीच तेज झगड़ा हो रहा था. उसी दौरान साहिल के मोबाइल पर लगातार घरवालों के फोन कॉल आ रहे थे.
चार्जिंग केबल से किया निक्की का कत्ल
इसी गुस्से में अचानक साहिल ने मोबाइल चार्जर का तार यानी डेटा केबल निकाल कर निक्की के गले में डाल दिया और उसे खींचने लगा. ये सबकुछ अचानक और बहुत तेजी से हुआ. कुछ ही पल में दम घुटने की वजह से निक्की ने दम तोड़ दिया. जब साहिल को अहसास हुआ कि निक्की मर चुकी है, तब वो घबरा उठा. जिस वक्त उसने कार के अंदर निक्की का कत्ल किया, तब सुबह के करीब 9 बज रहे थे.
लाश समेत ढाबे पर छोड़ी कार
थोडा संभलने के बाद साहिल ने मुर्दा निक्की को सीट पर बिठाकर सीट बेल्ट लगा दी. ताकि ऐसा दिखाई दे कि वो आराम से सीट पर बैठी है. अब साहिल उसी हालत में कार को लेकर नजफगढ़ के मित्राऊ गांव पहुंचा. करीब 12 घंटे बाद उसकी बारात निकलनी थी. उसके घरवाले अब भी उसे लगातार कॉल कर रहे थे. घर से कुछ पहले ही उसका एक ढाबा था- खाओ-पिओ ढाबा. मगर उसकी शादी के चलते तीन दिनों से वो ढाबा बंद था. ढाबे पर काम करनेवाले सारे कर्मचारी शादी की तैयारी में जुटे थे. साहिल ढाबे के कंपाउंड में पहुंचा और अपनी कार वहीं पार्क कर दी. इसके बाद उसने कार की सीट से निक्की की लाश हटाकर कार की डिग्गी में रख दी और फिर वो कार को लॉक करके घर चला गया.
शादी के बाद रात में वापस लौटी बारात
घर पहुंचने के बाद साहिल कपड़े बदलता है फिर शादी से पहले की तमाम रस्मों में हिस्सा लेता है. बारात निकलने का वक्त करीब आ गया था. साहिल की बारात मित्राऊ गांव से मंडोथी गांव जानी थी. बारात धूमधाम से निकली और रात करीब 9 बजे अपनी मंजिल पर जा पहुंची. तमाम दोस्त, रिश्तेदार, पड़ोसी शादी में शामिल थे. शादी हो जाने के बाद रात करीब एक बजे साहिल की बारात नई नवेली दुल्हन को लेकर मित्राऊ गांव वापस लौटी.
आधी रात के बाद ढाबे पर पहुंचा साहिल
बारात से लौटकर घरवालों के साथ-साथ सभी मेहमान थक चुके थे. साहिल उनके सोने का इंतजार करता है. इसके बाद तड़के करीब साढ़े तीन बजे जब सब सो गए तो वो चुपचाप अपनी टाटा नेक्सॉन कार में बैठकर घर से सात सौ मीटर की दूरी पर मौजूद अपने उसी ढाबे पर पहुंचा, जहां दूसरी कार में उसने निक्की की लाश छुपा रखी थी.
लाश फ्रिज में डालकर वापस घर आया साहिल
रात के अंधेरे में उसने वहां खड़ी अपनी कार की डिग्गी से निक्की की लाश निकाली और उसे ढाबे के अंदर एक कमरे में ले गया. कमरे में नीले रंग का एक फ्रिज रखा था. साहिल ने उस फ्रिज की सारी ट्रे बाहर निकाली और उसमें निक्की की लाश ठूंस दी. इसके बाद उसने फ्रिज का दरवाजे वाला हिस्सा दीवार की तरफ घुमा दिया. ताकि दरवाजा खुल भी जाए तो लाश बाहर ना निकले. निक्की के दोनों बैग को भी वो फ्रिज के पास ही रख देता है. मगर उसका फोन वो अपने पास रखता है. फोन रखने से पहले वो फोन से खुद के सारे चैट और कॉल डिटेल डिलीट कर देता है. इसके बाद वो चुपचाप घर वापस लौट आता है.
नहीं मिला लाश ठिकाने लगाने का मौका
अगले दो दिनों तक यानी 11 और 12 फरवरी को साहिल दो बार फिर से ढाबे पर जाता है. सिर्फ ये देखने के लिए कि फ्रिज में लाश अपनी जगह रखी हुई है. उसका इरादा ये था कि जैसे ही मौका मिलेगा, वो लाश को फ्रिज से निकाल कर उस बड़े बैग में ठूंस देगा, जो निक्की घर से लेकर आई थी. फिर बैग ले जाकर किसी नदी में फेंक आएगा. मगर इत्तेफाक से लाश ठिकाने लगाने का मौका उसे नहीं मिल रहा था. क्योंकि घर में शादी का माहौल था और तमाम मेहमान हर वक्त साहिल को घेरे हुए थे.
ऐसे खुला साहिल का राज
इससे पहले कि साहिल ढाबे से लाश को निकाल पाता, खुद उसका राज खुल गया. और इस तरह लाश ठिकाने लगाने से पहले ही वो पकड़ा गया. अब यहां तक कि कहानी तो खुद साहिल ने पुलिस को सुनाई. लेकिन साहिल के राज के खुलने की कहानी कैसे सामने आई, इसके दो पहलू हैं. एक पहलू दिल्ली पुलिस का है और दूसरा खुद निक्की के पिता का. तो पहले दिल्ली पुलिस की कहानी आपको बताते हैं.
13 फरवरी 2023
रात करीब दस बजे राजौरी गार्डन क्राइम ब्रांच में तैनात इन्स्पेक्टर सतीश कुमार को एक मुखबिर ने फोन किया. वो मुखबिर साहिल और निक्की के रिश्तों को जानता था. उसे ये बात बड़ी अजीब लगी कि साहिल की शादी कहीं और हो गई. और उससे भी अजीब ये कि पिछले कुछ दिनों से उसे निक्की दिखाई नहीं दी. पुलिस का ये मुखबिर एक भरोसेमंद मुखबिर था. लिहाजा क्राइम ब्रांच के मुलाजिम ने ये ख़बर फौरन अपने अफसरों को दी. इसी के बाद पुलिस की टीम साहिल के घर पहुंची. मगर साहिल घर पर नहीं था.
14 फरवरी 2023
कुछ देर बाद उसकी लोकेशन पता चली और 14 फरवरी की सुबह करीब 9 बजे पुलिस ने साहिल को हिरासत में ले लिया. इसके बाद जब उससे सख्ती से पूछताछ की, तो उसने सारा सच उगल दिया. इसी के बाद वो पुलिस को लेकर ढाबे पहुंचा. पुलिस ने साहिल की मौजूदगी में ही ढाबे के अंदर मौजूद नीले रंग के 165 लीटर के फ्रिज का दरवाजा खोला और निक्की यादव की लाश उनके सामने थी. ये तो थी पुलिस की कहानी.
निक्की के पिता ने सुनाई ये कहानी
पर पुलिस की कहानी से हटकर भी एक और कहानी है. और ये कहानी निक्की के पिता सुनील दत्त ने सुनाई है. सुनील दत्त के मुताबिक निक्की हर रोज कम से कम एक बार अपनी मां से फोन पर जरूर बात करती थी. ये उसका रूटीन था. आखिरी बार निक्की तीन हफ्ते पहले घर आई थी. उसके बाद से वो अपनी छोटी बहन के साथ बिंदापुर में रह रही थी. लेकिन जब नौ और दस फरवरी को निक्की का फोन नहीं आया, तो उन्हें अजीब लगा. उन्होंने अपनी छोटी बेटी यानी निक्की की बहन, जो उसी के साथ रह रही थी, उससे पूछा. निक्की की बहन ने कहा कि वो यहां भी नहीं है. घरवालों ने निक्की की दोस्तों से भी पूछा. पर निक्की का कहीं कोई पता नहीं चला. उसका मोबाइल भी बंद था. तब भी निक्की की छोटी बहन ने बताया कि वो आखिरी बार नौ और दस फरवरी की रात अपने दोस्त साहिल के साथ घर से निकली थी.
'निक्की शायद अब इस दुनिया में नहीं'
इसके बाद निक्की की छोटी बहन ने किसी तरह साहिल का नंबर लेकर अपने पिता को दे दिया. जब निक्की के पिता ने साहिल को फोन करना शुरू किया तो लगातार वो उन्हें घुमाता रहा. कभी कहता कि वो देहरादून में है तो कभी ऋषिकेश में. दो दिन बाद तो उसने फोन उठाना ही बंद कर दिया. तब निक्की के पिता ने साहिल के पिता को फोन किया. निक्की के पिता के मुताबिक 14 फरवरी की सुबह साहिल के पिता ने ही उन्हें पहली बार कहा कि साहिल ने शायद कुछ गड़बड़ कर दी है और पुलिस के सामने खुद को सरेंडर कर दिया है. साहिल के पिता ने ही तब पहली बार निक्की के पिता को कहा कि उन्हें लगता है कि निक्की अब इस दुनिया में नहीं है.
क्या साहिल ने पुलिस के सामने किया सरेंडर?
साहिल के पिता की ये बात सुनकर निक्की के पिता अभी कुछ समझ पाते तभी थाने से एक पुलिसवाले का उनके पास फोन आता है. उन्हें थाने बुलाया जाता है. थाने पहुंचते ही पहली बार उन्हें पता चलता है कि उनकी बेटी का कत्ल हो गया है. यानी निक्की के कत्ल की खबर पुलिस से पहले ही साहिल के पिता ने उन्हें दे दी थी. अब यहां सवाल ये है कि अगर साहिल के पिता ने ये खबर निक्की के पिता को पहले दी तो क्या उनका वो बयान भी सच है, जिसमें उन्होंने कहा था कि साहिल ने सरेंडर कर दिया है.