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नॉर्थ कोरिया और अमेरिका के बीच होगी एटमी जंग!

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने साफ तौर पर कह दिया है कि अब सवाल ये नहीं है कि एटमी जंग होगी या नहीं बल्कि अब सवाल ये है कि जंग कब होगी? क्योंकि एटमी जंग होनी तो तय है. जाहिर है उत्तर कोरिया के इस ऐलान के बाद दुनिया भर में बेचैनी बढ़ गई है. अब ले देकर उम्मीद यही बची है कि किसी तरह चीन, उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच की जंग को टाल दे.

किम और ट्रंप की खींचतान पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं किम और ट्रंप की खींचतान पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं
परवेज़ सागर/शम्स ताहिर खान
  • नई दिल्ली,
  • 19 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 3:09 PM IST

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने साफ तौर पर कह दिया है कि अब सवाल ये नहीं है कि एटमी जंग होगी या नहीं बल्कि अब सवाल ये है कि जंग कब होगी? क्योंकि एटमी जंग होनी तो तय है. जाहिर है उत्तर कोरिया के इस ऐलान के बाद दुनिया भर में बेचैनी बढ़ गई है. अब ले देकर उम्मीद यही बची है कि किसी तरह चीन, उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच की जंग को टाल दे. उधर, दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका भी मिलकर नार्थ कोरिया को काबू करने की तैयारी कर रहे हैं.

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दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका ने साम दाम दंड भेद सब कर के देख लिया मगर नॉर्थ कोरिया का ये तानाशाह किसी के काबू में नहीं आया. लिहाज़ा अब इन तीनों देशों ने मिलकर किम जोंग उन की ताकत पर वार करने का प्लान बनाया है. इस नए प्लान के मुताबिक नॉर्थ कोरिया के दुश्मन देश जापान और दक्षिण कोरिया ऐसी मिलिट्री ड्रिल कर रहे हैं जिससे हवाई हमले के ज़रिए किम जोंग उन के हथियारों के ज़खीरे को तबाह और बर्बाद किया जा सके.

नॉर्थ के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन ने अभी अपने सबसे दूर तक मार करने वाले इंटर कॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल के सफल परीक्षण का जश्न मनाया भी नहीं था कि अमेरिका ने उसे अपनी ताकत दिखाने के लिए शुरू कर दी है. इन तीनों देशों ने मिलकर की अब तक सबसे बड़ी एयरफोर्स एक्सरसाइज़. जिसमें छह F-22 और अट्ठारह F-35 फाइटर जेट के साथ इस मिलिट्री ड्रिल में 250 एयरक्राफ्ट और 12 हज़ार सैनिकों ने हिस्सा लिया. 5 दिन तक चली अमेरिका और दक्षिण कोरिया की इस मिलिट्री ड्रिल का मक़सद अपनी वायु सेना की क्षमता का प्रदर्शन करना था.

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अमेरिका और दक्षिण कोरिया की ये मिलिट्री नॉर्थ कोरिया की तरफ से पैदा हुए नए खतरे की वजह से की गई. आपको बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही नॉर्थ कोरिया ने ह्वासोंग-15 नाम की बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है. जिसकी मारक क्षमता 13 हज़ार किमी है. और इसी के साथ अब उत्तर कोरिया के पास ऐसी मिसाइल भी आ गई है जो अमेरिका के किसी भी शहर तक मार कर सकती है.

सूत्रों के मुताबिक किम जोंग उन को अपनी ताकत दिखाने के लिए अमेरिका अपने सबसे घातक बमवर्षक विमान B-1B को भी इस ड्रिल में शामिल करने का मन बनाया है. आपको बता दें कि जंग के हालात को देखते हुए अमेरिका ने B-1B बॉम्बर को पहले से ही कोरियाई पेनिनसुला में उतार रखा है.

कभी परमाणु बम का परीक्षण तो कभी पड़ोसियों के ऊपर से मिसाइल टेस्ट. मार्शल किम जोंग उन की सनक पूरी दुनिया को लगातार परेशान कर रही है. लिहाज़ा जब बार-बार जुबानी चेतावनी का किम पर असर नहीं हुआ तो अमेरिका ने आखिरकार उत्तर कोरिया को अपने विनाशक जेट और सेना को उतारकर मिलिट्री ड्रिल करने का फैसला किया. ताकि अमेरिका की ताकत देखकर मार्शल अपनी हरकतों से बाज आएं. मगर बाज़ आना तो दूर नॉर्थ कोरियाई मीडिया ने इसे परमाणु युद्ध के लिए खुली अमेरिकी चुनौती करार दिया है.

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