Advertisement

क्या इमरान खान और आतंकी हाफिज सईद के बीच हो गई है 'सीक्रेट डील'

पूरी दुनिया में घूम-घूमकर जो खुद को पाक दामन पाक साफ पुर-अमन कहते हैं, उनकी हकीकत पाकिस्तान के चप्पे चप्पे में चस्पा हुई पड़ी है. वहां ऐसे पोस्टर लगे हैं जो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को किसी भी वक्त नोबल पीस प्राइज़ दिला सकते हैं.

लाहौर में कई जगह आतंकी सईद के साथ पाक पीएम के पोस्टर लगे हुए हैं लाहौर में कई जगह आतंकी सईद के साथ पाक पीएम के पोस्टर लगे हुए हैं
परवेज़ सागर
  • नई दिल्ली,
  • 27 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 12:38 PM IST

कहते हैं घी जब सीधी उंगली से ना निकले तो उंगली को ज़रा टेढ़ा कर देना चाहिए. पड़ोसी मुल्क के वज़ीर-ए-आज़म इमरान खान ने भारत के खिलाफ दुनिया को इकट्ठा करने के लिए जो शराफत का चोला ओढा था उससे बात नहीं बनीं. कश्मीर मसले पर दुनिया के बाकी देश तो छोड़िए खुद उसके पुराने दोस्त चीन और रूस ने उसका साथ नहीं दिया और अब तो अमेरिका ने भी हाथ खींच लिया. लिहाज़ा खान साहब ने अब शराफत का लबादा उतार दिया है और दुनिया के नंबर वन आतंकी और 26/11 हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज़ सईद के साथ पोस्टर में नज़र आ रहे हैं. मानों इमरान खान ये कहना चाहते हों कि अब तुम्हीं से उम्मीद है हाफिज़ भाईजान.

Advertisement

पूरी दुनिया में घूम-घूमकर जो खुद को पाक दामन पाक साफ पुर-अमन कहते हैं, उनकी हकीकत पाकिस्तान के चप्पे चप्पे में चस्पा हुई पड़ी है. वहां ऐसे पोस्टर लगे हैं जो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को किसी भी वक्त नोबल पीस प्राइज़ दिला सकते हैं. इस पोस्टर में एक तरफ तो वही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान हैं. जो खुद को आतंक का भुक्त भोगी और उससे लड़ने वाला बताते हैं. और उनके ठीक दूसरी तरफ बिल्कुल बीचोबीच में नज़र आ रहे हैं.. बकौल इमरान खान अमन के वो मसीहा जो हज़ारों बेगुनाहों के खून का जिम्मेदार है. 26/11 मुंबई हमलों का मास्टमाइंड हाफिज़ सईद.

पहले इस पोस्टर के मज़मून को समझ लीजिए जो उर्दू ज़ुबान में है. इस पोस्टर में बीच में मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और अंतर्राष्ट्रीय आतंकी हाफिज़ सईद की तस्वीर है. उसके बिल्कुल बगल में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और दूसरी तरफ उनकी पार्टी और लोकल नेताओं की तस्वीर है. ये पोस्टर पाकिस्तानी स्वतंत्रा दिवस यानी 14 अगस्त को पूरे लाहौर में लगाया गया. इसके अलावा पाकिस्तान के कुछ और इलाकों में भी ये पोस्टर देखा गया. इसमें नीले रंग से हाफिज़ मोहम्मद सईद लिखा और नीचे पीले रंग के बड़े अक्षरों में जश्न-ए-आज़ादी मुबारक लिखा हुआ है.

Advertisement

ये पोस्टर सिर्फ पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया के ज़रिए पूरी दुनिया में वायरल हो चुके हैं.. जो इमरान खान के अमन पसंद होने की गवाही दे रहे हैं. इमरान खान एक तरफ तो दुनिया के सामने अपने मुल्क में आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की बात करते हैं और दूसरी तरफ अंतर्राष्ट्रीय आतंकी हाफिज़ सईद के साथ उनके ऐसे पोस्टर उनके आतंकी एजेंडे को बेनकाब कर रहे हैं. लाहौर में सड़कों पर लगे ये पोस्टर बताते हैं कि आतंकी हाफिज सईद के प्रधानमंत्री इमरान खान से कितने गहरे रिश्ते हैं.

पोस्टर से साफ ज़ाहिर हो रहा है कि पाकिस्तान सरकार वहां मौजूद आतंकी संगठनों को पूरी तरह से संरक्षण दे रही है. और उन पर किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है. हां मगर दुनिया को दिखाने के लिए हाफिज़ सईद को जहां जेल के आलीशान गेस्ट हाउस में रखा गया है. वहीं बाकी आतंकियों को अंडरग्राउंड रहने का फरमान सुना दिया गया है.

पाकिस्तान अपने आपको जितना भी पाक साफ होने का ढिंढोरा पीट रहा हो. लेकिन दुनिया के सामने अक्सर पाकिस्तान का नापाक चेहरा बेनकाब हो ही जाता है. और अब इस पोस्टर के साथ आतंक पर लगाम के इमरान खान के दावों की पोल खुल रही है. इस पोस्टर से साफ है कि पाकिस्तान की सरकार हाफिज़ सईद के सामने कितनी मजबूर है. तो क्या इसी तरह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान आतंक के निजात पाने की कोशिश कर रहे हैं. इन तस्वीरों के साथ आतंक की फैक्ट्री चलाने वाले पाकिस्तान की हकीकत एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने आ गई है.

Advertisement

कुछ दिनों पहले ही अमेरिका में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि उनके देश में पिछली सरकारों ने अमेरिका को सच नहीं बताया कि पाकिस्तान में 40 अलग-अलग आतंकवादी समूह सक्रिय थे. लेकिन पाकिस्तान में आतंकवाद पर कितनी नकेल कसी गई है उसका खुलासा इस पोस्टर से साफ हो जाता है. जिसमें खुद पाकिस्तान का प्रधानमंत्री एक अंतर्राष्ट्रीय आतंकी के साथ दिखाई दे रहा है. क्या इस तरह इमरान खान आतंकवाद के निजात पाने का प्लान बना रहे हैं.

अब खुद पाकिस्तानी पत्रकार ही इन तस्वीरों के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान को घेर रहे हैं. और सोशल मीडिया पर इमरान खान की इस हरकत की जमकर खिंचाई हो रही है. इमरान खान से पूछा जा रहा है कि हाफिज़ सईद के सामने घुटने टेकने से देश का कौन सा भला होने वाला है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement