
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ये जुमला दोहराते हुए कभी नहीं थकते कि ये नया पाकिस्तान है, लेकिन सच्चाई तो ये है कि पाकिस्तान में कुछ भी नहीं बदला. पाकिस्तान अब भी अपनी ज़मीन पर आतंकवादियों को खाद-पानी मुहैया करा रहा है. अपनी ही ज़मीन से दुनिया भर में टेटर एक्सपोर्ट कर रहा है और हद तो ये है कि इन करतूतों को छुपाने के लिए झूठ पर झूठ बोल रहा है. आलम ये है कि पाकिस्तान सुबह एक झूठ बोलता है और शाम तक उसकी कलई खुल जाती है. ताज़े मामलों में पाकिस्तान के कई चेहरे बेनक़ाब हुए हैं.
2 मार्च 2019
सबसे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का ये इंटरव्यू देखिए, जिसमें उन्होंने ये कबूल किया कि जैश-ए-मोहम्मद का चीफ़ मौलाना मसूद अज़हर पाकिस्तान में ही है और कुछ इतना बीमार है कि बिस्तर से उठ भी नहीं सकता. ऐसे में आख़िर वो पुलवामा में आतंकवादी हमला कैसे करा सकता है?
5 मार्च 2019
इसके ठीक तीन दिन बाद हुए पाकिस्तान के आतंरिक मामलों के मंत्री शहरयार आफरीदी ने एक प्रेस कांफ्रेंस की. जिसमें मंत्री महोदय ने खुद पाकिस्तान में चल रहे 70 से ज़्यादा आतंकवादी संगठनों पर बैन लगाने का ऐलान किया और कहा कि उनकी सरकार ने पाकिस्तान के मुस्तकबिल के लिए चालीस से ज़्यादा आतंकवादियों को हिरासत में ले लिया है.
6 मार्च 2019
मगर इसके एक दिन गुज़रते-गुज़रते इस मामले में तब एक जबरदस्त यू टर्न आ गया, जब उसी पाकिस्तान के फ़ौज के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ़ ग़फ़ूर ने इस बात से ही इनकार कर दिया कि जैश-ए-मोहम्मद नाम की कोई चीज़ पाकिस्तान में है भी. जब जैश यहां है ही नहीं, तो फिर यहां से पुलवामा में हमला कराए जाने का सवाल ही कहां पैदा होता है. आसिफ़ ग़फूर ने कहा कि पुलवामा हमले को लेकर जैश-ए-मोहम्मद ने पाकिस्तान से कोई दावा ही नहीं किया है, क्योंकि जैश ए मोहम्मद पाकिस्तान में है ही नहीं और संयुक्त राष्ट्र संघ से लेकर पाकिस्तान सरकार तक ने उस पर पाबंदी लगा रखी है.
6 मार्च 2019
लेकिन ये भी मानों हद नहीं थी. पाकिस्तान ने इसके बाद जो कुछ किया, वो तो अब तक की तमाम बातों पर ही पानी फेर गया. पाकिस्तान में बैठे पुलवामा हमले के गुनहगार मौलाना मसूद अज़हर ने एक ऑडियो टेप जारी कर ना सिर्फ़ अपनी मौत और बीमारी की तमाम खबरों को झुठला दिया, बल्कि पाकिस्तान सरकार को आतंकी संगठनों के खिलाफ़ की जा रही कार्रवाई के लेकर धमकी भी दे डाली.
आतंकी सरगना मसूद अज़हर ने अपने ऑडियो में कहा कि मस्जिदों, मदरसों और मुजाहिदिनों पर कार्रवाई करना बंद करो. याद रखो जब एक मुसलमान काफ़िरों के खिलाफ़ जंग में पीठ दिखाकर भागता है, तो उस पर खुदा का कुफ्र नाज़िल होता है. पूरी दुनिया में मेरी मौत की खबरें चल रही हैं, लेकिन इसमें कोई शक़ नहीं कि एक अल्लाह ही है जो हमारी ज़िंदगी और मौत का निगेहबान है. आज का दिन भी गुज़र गया, अब रात हो रही है और ये कोई नहीं जानता कि जब आप ये ऑडियो क्लिप सुन रहे होंगे, तब में ज़िंदा रहूंगा भी या नहीं!
अब सवाल ये उठता है कि आख़िर पाकिस्तान में ये चल क्या रहा है? आख़िर पाकिस्तान में सच कौन बोल रहा है और झूठ कौन? और ये सवाल इसलिए बेहद वाजिब और मौज़ू है. क्योंकि पाकिस्तान में चल रहे आतंकी संगठनों को लेकर इस वक्त हिंदुस्तान के साथ-साथ पूरी दुनिया की निगाहें पाकिस्तान पर टेढ़ी हो चुकी हैं. लेकिन पाकिस्तान है कि अपनी झूठ और पर्दादारी से बाज़ नहीं आ रहा. इस खेल में पाकिस्तान में पनपने वाले और फलने-फूलने वाले आतंकी संगठनों से लेकर वहां के मंत्री और फ़ौज के कर्ता-धर्ता तक शामिल हैं. ऐसे में अब सवाल ये है कि एक ऐसा मुल्क जिसमें हर दूसरा आदमी झूठ बोल रहा हो, आख़िर इंसान भरोसा करे तो किस पर करे, ऐतबार करे तो किस पर?