
Prayagraj Maha Kumbh Bathing Women Objectionable Videos: एक तरफ करोड़ों लोग अपने पाप धोने और प्रायश्चित करने के लिए कुंभ में पहुंचे और तो दूसरी तरफ कुंभ में ही कुछ लोग अपने पाप की दुकान चला रहे थे. ये लोग कुंभ में स्नान करने पहुंची हर उम्र की महिलाओं और लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो बना रहे थे. और फिर उस वीडियो कंटेंट को सोशल मीडिया पर बेच रहे थे. अफसोस की बात ये है कि ऐसे वीडियोज़ को खरीदकर देखने वालों की तादाद भी कम नहीं थी. यूपी पुलिस ने अब तक इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले की छानबीन अभी जारी है.
प्रयागराज में आस्था का जनसैलाब उमड़ा है. ये सब कुछ सिर्फ इसलिए है ताकि इस संगम पर पहुंचकर लोग डुबकी लगा सकें. 144 साल बाद ये महासंयोग बना है. इसलिए हर कोई प्रयागराज के इस संगम तट तक खींचा चला आ रहा है. अब अगली बार 144 साल बाद जब ये महासंयोग बनेगा तब तक शायद दो पीढ़ियों को इसका साक्षी बनने का मौका ही नहीं मिलेगा. बस इसीलिए हर कोई अपने पाप धोने और प्रायश्चित करने के लिए डुबकी लगाने चला आ रहा है.
लेकिन इसी पाप और प्रायश्चित ने कुछ लोगों को नए पाप का रास्ता दिखा दिया. ये वो पापी हैं जो मोक्ष में भी मौका ढूंढ रहे हैं. जानते हैं कैसे? इस महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने आने वाली औरतों, लड़कियों और बच्चियों की डुबकी लगाते वक्त उनके भीगे और गीले कपड़ों के साथ चोरी छुपे उनकी तस्वीरें और वीडियो बनाकर. ये वीडियो और तस्वीरें उतारने वाले तो खैर गिनती के होंगे. लेकिन अफसोस की बात ये है कि इनके खरीददार हजारों लाखों में हैं.
बीते 42 दिनों में महाकुंभ में लगभग 57 करोड़ लोगों ने यहां आकर डुबकियां लगाईं. एक आंकड़े के मुताबिक इनमें से लगभग 30 करोड़ औरतें थी. बहुत मुमकिन है कि आपके घर की भी कोई महिला डुबकी लगाने गई हो या डुबकी लगाकर लौट चुकी हो. अब जरा सोचिए उस घड़ी की तस्वीरें आपको अचानक किसी सोशल मीडिया पर तैरती नजर आ जाए तो आप क्या करेंगे? न जाने कितनी ही महिलाओं के साथ ऐसा हो चुका है. शायद आपको पता भी ना हो डुबकी लगाती ऐसी एक वीडियो को देखने या खरीदने के लिए लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक डॉलर से लेकर बीस डॉलर तक, यानि लगभग 90 रुपए से लेकर 1800 रूपये तक खर्च कर रहे हैं. जानते हैं महाकुंभ की डुबकी की ये सारी तस्वीरें सबसे ज्यादा कहां खरीदी और बेची, या देखी और दिखाई जा रही है? टेलीग्राम चैनल पर.
दरअसल, इस खुलासे की शुरुआत हुई कुछ अफ्वाहों और सोशल मीडिया पर डाले जा रहे महाकुंभ के कुछ रील्स से. कुंभ आने वाले बहुत से श्रद्धालुओं ने सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफॉर्म पर डुबकी के वक्त की तस्वीरें अपलोड की थी. इनमें से बहुत सी तस्वीरें तो वो थी जो सच में खुद महिलाओं और लड़कियों ने सोशल मीडिया पर अपनी मर्जी से डाली थी. पर इन तस्वीरों में ऐसा कुछ नहीं था. ऐसी तस्वीरें डालने के पीछे उनका मकसद बड़ा सीधा था कि वो भी इस महाकुंभ का एक हिस्सा बनीं.
लेकिन तभी 17 फरवरी को कुंभ मेला पुलिस को कुछ शिकायतें मिली. शिकायतें ये थीं कि कुंभ में स्नान करने वाली महिलाओं की आपत्तिजनक वीडियो बिना उनकी मर्जी के सोशल मीडिया पर डाली जा रही हैं. इन वीडियो को कुछ इस अंदाज में शूट किया गया था कि इन्हें देखते ही आसानी से पता चल रहा था कि इसे किस मकसद से शूट किया गया है. इन्हीं शिकायतों की जब कुंभ मेला पुलिस ने जांच शुरु की तो ऐसे कुछ वीडियो उन्हें टेलीग्राम चैनल की तरफ ले गए. अब जब पुलिस ने उन चैनल्स के लिंक पर जाकर उसे देखना शुरु किया तो खुद पुलिस हैरान रह गई. वहां ऐसी-ऐसी तस्वीरें दिखाई जा रही थी जिन्हें देखते ही यूपी पुलिस को सामने वाले की सारी मंशा समझ में आ गई. संगम किनारे डुबकी से पहले, डुबकी के दौरान और डुबकी के बाद महिलाओं के कपड़े बदलते हुए अनगिनत वीडियो पुलिस को नजर आई. अब पुलिस ने अपनी जांच शुरु की.
सबसे पहले पुलिस ये पता लगाना चाहती थी कि इन वीडियो को शूट कैसे किया गया और शूट करने वाले कौन थे? जांच करने पर पता चला कि ये तमाम वीडियो किसी हिडन कैमरे से नहीं बल्कि खुलेआम ज्यादातर मोबाइल के कैमरे से ही शूट किए गए थे. शूट करने वाला बाकायदा कपड़े बदलते या डुबकी लगाते वक्त उन महिलाओं के इर्द-गिर्द ही होता. भीड़ की वजह से ये पता ही नहीं चलता कि मोबाइल पर वीडियो बनाने वाला शख्स अपने कैमरे में किस महिला को, किस एंगल से कैद कर रहा है.
वीडियो की सच्चाई जानने के बाद अब पुलिस ने टेलीग्राम चैनल के जब अलग अलग अकाउंट्स को खंगालना शुरु किया तो कुल 17 चैनल ऐसे नजर आए, जिनमें इन वीडियो को अपलोड कर दिखाया जा रहा था. बेचा जा रहा था. आप जान कर हैरान रह जाएंगे कि महाकुंभ में महिलाओं के इसी स्नान के नाम पर चैनल को देखने के लिए न सिर्फ एक तय फीस वसूली जा रही थी बल्कि ऐसे खास वीडियो को देखने या खरीदने के लिए एक से बीस डॉलर तक पैसे वसूले जा रहे थे. अफसोस की बात तो ये कि इन चैनल्स पर दिखाए जाने वाले ऐसे वीडियो के नीचे लोगों ने बेशुमार कमेंट्स भी डाल रखे थे. और इससे भी अफसोस की बात ये कि कमेंट्स लिखने वाले ये तक लिख रहे थे कि वो महाकुंभ की ऐसी वीडियो और भी देखना चाहते हैं.
इन वीडियो और चैनल की सच्चाई जानने के बाद यूपी पुलिस ने आनन फानन सोशल मीडिया पर मौजूद ऐसे 15 अकाउंट्स के खिलाफ फौरन एफआईआर दर्ज की। बाद में इसमें दो और सोशल मीडिया के अकाउंट्स जोड़े गए। ये सभी टेलीग्राम पर अलग अलग नामों से महाकुंभ में डुबकी लगाने वाली महिलाओं की अश्लील वीडियो दिखा रही थी. जिन चैनल्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है उनमें फेसबुक, इंस्टा और यूट्यूब के कई चैनल शामिल हैं. एफआईआर में दर्ज इन सभी 17 चैनलों के नाम ज्यादा लोगों तक ना पहुंच पाए इसी मकसद से हम इनका नाम यहां नहीं बता रहे हैं.
हालाकि यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार के मुताबिक पुलिस ऐसे तमाम वीडियो और उन्हें दिखाने वाले चैनल की बारीकी से जांच कर रही है और अब तक इस सिलसिले में तीन अलग अलग एफआईआर दर्ज की गई है. हैरानी की बात ये है कि यूपी पुलिस के दावे और दर्ज एफआईआर के बावजूद टेलीग्राम और सोशल मीडिया पर अब भी ऐसे वीडियो लगातार दिखाए जा रहे हैं. यानी ये अकाउंट अब तक डिलीट ही नहीं हुए हैं. उल्टे इस पर नए-नए वीडियो पोस्ट किए जा रहे हैं. उन्हें शेयर किए जा रहे हैं और हजारों की तादाद में लोग लाइक भी कर रहे हैं.
आजतक/इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने जब कुंभ वाली इन वीडियो की पड़ताल की तो तीन चौंकाने वाली बातें सामने आई. पहली महाकुंभ से जुड़े महिलाओं के स्नान के जितने भी वीडियो या तस्वीरें पोस्ट किए जा रहे हैं उन्हें बाकायदा एक खास हैशटैग के साथ पोस्ट किया जा रहा है. मसलन हैशटेग महाकुंभ 2025, हैशटैग गंगा स्नान और हैशटैग प्रयागराज कुंभ. इन हैशटैग पर जो भी आपत्तिजनक वी़डियो अपलोड हो रहा है उसे ब्लर कर अपलोड किया जा रहा है. फिर लोगों से कहा जाता है कि अगर वो ऐसे और वीडियो साफ साफ देखना चाहते हैं तो उन्हें टेलीग्राम के कुछ प्राइवेट चैनल को ज्वाइन करना होगा. इन तस्वीरों या वीडियो को देखने के लिए जो लोग टेलीग्राम के इन चैनल्स को ज्वाइन करते हैं उन्हें डेढ़ से तीन हजार रुपए के बीच फीस देनी पड़ती है. इनमें से कुछ टेलीग्राम के वो प्राइवेट चैनल हैं, जो सिर्फ एक से दो दिन तक एक्टिव रहते हैं. और फिर बाद में किसी और नाम से नया चैनल खोल लेते हैं.
हमारी फैक्ट चेक टीम ने जब इन चैनल्स पर फॉरवर्ड की जा रही वीडियो की जांच की तो एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ. पता चला कि दरअसल ये सारे वीडियो सिर्फ महाकुंभ के नहीं हैं बल्कि इनमें से बहुत सारे वीडियो हरिद्वार और दूसरे स्थानों पर स्नान करने के हैं. पर चूंकि इस वक्त महाकुंभ सुर्खियों में है लिहाजा, इन वीडियो को महाकुंभ का ही बता कर बेचा जा रहा है.
हमारी फैक्ट चेक टीम ने जांच के दौरान हैरान कर देने वाली एक और सच का भी पता लगाया। ये कड़वा सच ये है कि डुबकी वाली ये वीडियो बेशक कुछ लोग बना और बेच रहे हैं. लेकिन एक बड़ी तादाद ऐसे लोगों की भी है जो बाकायदा टेलीग्राम ऐप पर ऐसी आपत्तिजनक वीडियो को लगातार सर्च भी कर रहे हैं. 12 फरवरी से 18 फरवरी के दरम्यान भारत में अकेले टेलीग्राम ऐप पर बहुत सारे लोगों ने ओपन बाथिंग लिखकर सर्च किया था. वैसे अकेले सर्फ टेलीग्राम पर ही ऐसे वीडियो को अपलोड नहीं किया जा रहा है. बल्कि यूट्यूब और फेसबुक पर कई ऐसे अकाउंट्स हैं जहां महाकुंभ के इसी तरह के वीडियो अपलोड किए जा रहे हैं. अकेले यूट्यूब पर एक ऐसा अकाउंट है जिसमें एक दो नहीं बल्कि बल्कि पचास से ज्यादा ऐसे वीडियो अपलोड किए गए हैं, जिनमें महाकुंभ में महिलाएं और लड़कियां संगम में स्नान करती हुई दिख रही हैं. ये ऐसे वीडियो हैं जिन्हें ब्लर करना पड़ रहा है.
आपको याद होगा महाकुंभ शुरु होने से पहले सरकार ने जोरो शोर से इस बात का ऐलान किया था कि ये पहला डिजिटल महाकुंभ भी होगा. सोशल मीडिया के जरिए महाकुंभ की खबर करोड़ों लोगों तक पहुंची. इसी महाकुंभ में गंगा, यमुना और संगम के जिन घाटों पर पवित्र स्नान होता है वहां पर मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर सरकार की तरफ से कोई पाबंदी नहीं है. और बस इसी का फायदा कुछ गंदे जहन के लोगों ने उठाया. महाकुंभ के खत्म होने में अब सिर्फ 2 दिन बचे हैं. महाकुंभ के आखिरी यानि पांचवे दिन महाशिवरात्रि है. अंदाजा है कि महाशिवरात्रि के मौके पर डुबकी लगाने वालों की एक बड़ी भीड़ संगम पहुंचेगी. यूपी पुलिस को भी इस बात का एहसास है. इसीलिए इस मौके पर ऐसे लोगों पर नकेल कसने के लिए इस बार बाकी चीजों के अलावा अनजाने मोबाइल के उन आवारा कैमरों पर भी खास नजर होगी.
वैसे यूपी पुलिस ने ये भी कहा है कि संगम आने वाली किसी भी महिला या लड़की की मर्जी के बिना अगर कोई उसकी तस्वीरें या वीडियो उतार रहा हो या उन्हे जरा भी शक हो तो वो फौरन नजदीकी पुलिस से इसकी शिकायत कर सकती है. हालाकि कुंभ जाने वाली ऐसी महिलाओं या लड़कियों को वारदात टीम की भी एक सलाह है कि वो स्नान करते वक्त की अपनी कोई भी तस्वीर या वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड ना करें. ऐसे लोग उनका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं.