
प्रयागराज ही नहीं बल्कि पूरे यूपी को दहला देने वाले उमेश पाल मर्डर केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. जिस अंदाज में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया, वो किसी एक्शन फिल्म के सीन से कम नहीं था. महज कुछ सेकेंड में हमलावरों ने उमेश पाल को सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में छलनी कर दिया. लोग दहशत में आ गए. जब मौका-ए-वारदात पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई और जांच आगे बढ़ी तो 7 ऐसे नाम निकलकर सामने आए हैं, जिन्होंने एक बड़ी साजिश के तहत इस सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम तक पहुंचाया. आखिर कौन हैं वे लोग? आइए हम आपको इस केस से जुड़े उन किरदारों के बारे में बताते हैं.
1. बाहुबली अतीक अहमद
अतीक अहमद इस वक्त गुजरात की साबरमती जेल में बंद है. फूलपुर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद और माफिया अतीक अहमद का नाम जुर्म की दुनिया में नया नहीं है. अतीक ने जरायम की दुनिया से निकलकर ही सियासत की गलियाों में कदम रखा था. अतीक अहमद का नाम बसपा के दिवंगत विधायक राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी के तौर पर आता है. राजू पाल की पत्नी पूजा पाल का चचेरा भाई उमेश पाल उस हत्याकांड का अहम गवाह था. यही वजह है कि अब उमेश पाल के सनसनीखेज मर्डर ता मास्टरमाइंड अतीक अहमद को बताया जा रहा है. इससे पहले एक बार अतीक अहमद ने उमेश पाल का अपहरण भी करा लिया था. और उमेश को अपने बयान बदलने पर मजबूर कर दिया था. लेकिन बाद में उमेश पाल ने इस मामले को लेकर उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था.
2. अशरफ अहमद
इस मामले में दूसरा अहम किरदार है अशरफ अहमद. जो अतीक अहमद का छोटा भाई है. वो इस वक्त बरेली की जेल में बंद है. आरोप है कि अतीक अहमद के कहने पर ही अशरफ ने बरेली जेल में उमेश पाल की हत्या की साजिश रची थी. बरेली जेल में अशरफ से मिलने के बाद शूटरों का नाम और पूरा प्लान तय हुआ था. इस जेल में अतीक अहमद भी पहले बंद रह चुका है. उमेश पाल हत्याकांड के बाद बरेली के डीएम-एसएसपी ने अशरफ की बैरक समेत पूरी जेल की तलाशी ली और अशरफ से मिलने वालों की जांच के आदेश भी दिए हैं. भले ही अतीक इस मर्डर केस का मास्टरमाइंड था, मगर अशरफ ने ही पूरा प्लान तैयार किया था. अशरफ ही जेल में शूटरों से मिला. शूटरों की टीम उसी ने तैयार की थी.
3. सदाकत खान
वकील सदाकत खान एलएलबी का स्टूडेंट है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम हॉस्टल में रहता है. सदाकत के कमरे में ही शूटरों की मीटिंग हुई. प्लानिंग की एक-एक डिटेल यहीं तैयार हुई थी. सदाकत को गिरफ्तार किया जा चुका है. सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में सदाकत ने बताया कि साबरमती जेल में बंद अतीक ने उमेश पाल की हत्या की साजिश रची. उसके कहने पर दो लोग बरेली जेल में बंद अशरफ से मिलने पहुंचे थे. जहां शूटरों का नाम और हत्या का पूरा प्लान तैयार हुआ. बताया जा रहा है कि यूपी एसटीएफ ने बरेली जेल में अशरफ से मिलने वालों का ब्यौरा मांगा है.
4. मो. गुलाम
इस मामले की छानबीन के दौरान मंगलवार को इस मामले में एक शूटर की पहचान और हो गई. उसका नाम मोहम्मद गुलाम बताया जा रहा है. ये वो शूटर है, जो टोपी पहन कर पहले से उमेश पाल के घर के बाहर एक दुकान पर खड़ा था. वो 10 मिनट पहले से वहां खड़े होकर सामान खरीदने का नाटक कर रहा था. उसे बस उमेश पाल के आने का इंतजार था. जैसे ही उमेश पाल की गाड़ी वहां आकर रुकी, वो फौरन दुकान से निकल कर बाहर भागा और उसने सबसे पहले उमेश पाल पर गोली चलाई थी.
5. अरबाज
उमेश पाल मर्डर केस में शामिल एक आरोपी था अरबाज. दरअसल, अरबाज ही वो शख्स था जो हत्या में इस्तेमाल की गई क्रेटा कार को वारदात के दिन चला रहा था. 27 फरवरी को आरोपी अरबाज को पुलिस ने एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया. वो प्रयागराज पुलिस के हाथों मारा गया है. अरबाज फरार होने की प्लानिंग कर रहा था. लेकिन पुलिस ने उसके मंसूबों को मिट्टी में मिला दिया.
6. गुड्डू मुस्लिम
उमेश पाल की हत्या के मामले में शामिल एक अहम नाम है गुड्डू मुस्लिम. ये शख्स अतीक अहमद का करीबी बताया जाता है. ये पिछले कई बरसों से अतीक के लिए काम करता रहा है. उसका वफादार आदमी है. जब उमेश पाल को रास्ते से हटाने की साजिश रची गई तो इसका नाम भी उस साजिश में शामिल था.
7. साबिर
उमेश को मौत के घाट उतारने वाली टीम में साबिर नाम का एक किरदार है. जो अतीक फैमली का करीबी बताया जा रहा है. दरअसल, साबिर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता का पूर्व ड्राइवर है. साबिर उसका वफादार भी माना जाता है. इसलिए इस बड़ी खूनी साजिश में उसे भी शामिल किया गया था.
बेटे के शामिल होने का शक
बताया जा रहा है कि अतीक अहमद का छोटा बेटा असद. उसके दो बड़े भाई पहले से जेल में बंद हैं. असल में यूपी पुलिस का दावा है कि सीसीटीवी कैमरों में कैद लगभग सभी चेहरों की शिनाख्त कर ली गई है. जिनमें से एक अतीक अहमद का बेटा असद बताया जा रहा है. असद वारदात के समय घटना स्थल पर मौजूद था. इस बात के सबूत पुलिस को मिले हैं. हालांकि अभी तक इस बात पुष्टि नहीं हो सकी.
तीन लोकेशन
उमेश पाल की हत्या में तीन लोकेशन बड़ी अहम मानी जा रही हैं. सबसे पहले प्रयागराज शहर का वो इलाका है, जहां उमेश पाल का घर है. वारदात के वक्त कुछ शूटर वहां पहले से घात लगाए बैठे थे. जबकि कुछ आरोपी गाड़ी में राजू पाल की कार का पीछा कर रहे थे. जैसे ही उमेश की कार घर के बाहर आकर रुकी तभी उन्हें वहीं पर गोलियों से भून दिया गया. इसके बाद दूसरी अहम लोकेशन थी प्रयागराज का मुस्लिम हॉस्टल. जहां वकील सदाकत के कमरे में ही हमले से पहले सभी हमलावरों की मीटिंग हुई थी. वहीं अशरफ के इशारे पर हमले का सारा प्लान बनाया गया था. अब तीसरी अहम लोकेशन थी बरेली जेल. दरअसल, अतीक का भाई अशरफ बरेली जेल में ही बंद है. बताया जा रहा है कि अशरफ ने अतीक के कहने पर उमेश की मौत का फरमान जारी किया था. उसी ने हमले के लिए शूटर चुने थे. यही वजह है कि पुलिस के लिए ये तीन लोकेशन अहम मानी जा रही हैं.
उमेश की पत्नी दर्ज कराई FIR
इस हत्याकांड के बाद 25 फरवरी की सुबह उमेश पाल की पत्नी ने केस दर्ज कराया है. इस मुकदमे में माफिया अतीक अहमद, माफिया की पत्नी शाइस्ता परवीन, 2 बेटे और माफिया का भाई अशरफ साजिशकर्ता के रूप में नामजद हैं. इसके अलावा, माफिया अतीक अहमद के 2 अन्य साथियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है.
दो आईपीएस अधिकारियों पर संगीन इल्जाम
पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर दो पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए. शाइस्ता का कहना है कि प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश पर विरोधियों से मिलकर पति अतीक अहमद और देवर अशरफ की हत्या की सुपारी ली है.
कैबिनेट मंत्री पर भी गंभीर आरोप
शाइस्ता परवीन ने अपनी चिट्ठी में लिखा, 'बसपा से महापौर का प्रत्याशी घोषित करने के बाद से यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने महापौर का पद अपने पास रखने के लिए हम लोगों को चुनाव से दूर रखने की साजिश रचना शुरू कर दिया था, उसी साजिश के परिणाम स्वरूप एक ऐसे व्यक्ति की हत्या करवाई गई जिसकी हत्या का आरोप मेरे पति पर लगना अवश्यंभावी था.'
मामले की जांच कर रही हैं पुलिस की 10 टीम
पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स की 10 टीमें आरोपियों की तलाश में दिन-रात छापेमारी कर रही हैं. इसी बीच पूर्व सांसद अतीक अहमद के घर के पास से सफेद रंग की क्रेटा कार बरामद हुई है. बदमाश गोलियां बरसाने के बाद गाड़ी छोड़कर फरार हो गए थे. पुलिस ने क्रेटा कार को जब्त कर लिया है. ये कार अतीक अहमद के घर से 200 मीटर की दूरी पर खड़ी मिली है. इसी कार को अरबाज नाम का ड्राइवर चला रहा था. जो सोमवार को पुलिस एनकाउंटर में मारा गया.