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Crime Katha: सास, बहू और कत्ल... NRI पति की मां ने रची खौफनाक साजिश, ढाई साल बाद ऐसे खुला था राज

मर्डर के कुछ केस ऐसे भी होते हैं, जो पुलिस के लिए चुनौती बन जाते हैं. उनकी तफ्तीश करना और कातिल तक पहुंचना एक अनसुलझी पहेली हो जाता है. ऐसा ही एक मामला कुछ साल पहले पंजाब से सामने आया था, जिसमें कातिल ने कत्ल की ऐसी साजिश रची थी कि जांच अधिकारी भी हैरान रह गए थे.

बलजीत कौर ने ही पुलिस थाने जाकर अपनी बहू के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी बलजीत कौर ने ही पुलिस थाने जाकर अपनी बहू के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी
परवेज़ सागर
  • नई दिल्ली,
  • 22 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:43 AM IST

किसी इंसान का कत्ल करना सबसे संगीन जुर्म माना जाता है. और जब भी कत्ल के मामले पुलिस के सामने आते हैं, तो पुलिस कातिल तक पहुंचने की हर मुमकिन कोशिश करती है. लेकिन मर्डर के सभी मामले इतने आसान नहीं होते कि चंद दिनों में ही उनका खुलासा हो जाए. बल्कि कुछ ऐसे केस भी सामने आते हैं जो पुलिस के लिए चुनौती बन जाते हैं. उनकी तफ्तीश करना और कातिल तक पहुंचना एक अनसुलझी पहेली बन जाता है. ऐसा ही एक मामला कुछ साल पहले सामने आया था, जिसमें कातिल ने कत्ल की ऐसी साजिश रची थी कि जांच अधिकारी भी हैरान रह गए थे. क्राइम कथा में इस बार कहानी एक सास, बहू और मर्डर मिस्ट्री की.

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रोहणों खुर्द गांव का हंसता खेलता परिवार

खन्ना जिले में एक गांव है रोहणों खुर्द. जहां बलजीत का कौर का परिवार रहता था. बलजीत कौर का बेटा गुरजीत सिंह एनआरआई था. विदेश में अच्छा काम करता था. लिहाजा उसकी शादी बलजीत कौर ने धूमधाम से की थी. गुरजीत की पत्नी का नाम गुरमीत कौर था. शादी के बाद दोनों खुश थे. घर में किसी जीज की कमी नहीं थी. सबकुछ ठीक चल रहा था. शादी के करीब सालभर बाद ही गुरमीत कौर ने एक बेटे को जन्म दिया. पोता पाकर बलजीत कौर बेहद खुश थी. उसका बेटा गुरजीत भी साल में दो तीन बार विदेश से गांव आ जाता था.  

11 दिसंबर 2017, खन्ना, पंजाब

उस साल दिसंबर में गुरजीत तो विदेश में ही था. लेकिन गांव में कुछ ऐसा हो गया कि सबके होश उड़ गए. उस रोज तारीख थी 11 दिसंबर. बलजीत कौर गांव के कुछ जिम्मेदार लोगों के साथ अचानक इलाके के पुलिस थाने पहुंची. बलजीत कौर ने पुलिस को बताया कि 10 दिसबंर की रात अचानक उसकी बहू घर से कहीं गायब हो गई है. वो साथ में करीब 22 लाख रुपये भी ले गई है. जबकि उसका मासूम बेटा घर ही था. बलजीत कौर ने पुलिस को ये भी बताया कि उसकी बहू गुरमीत कौर जब भी कहीं जाती थी तो कहकर जाती थी. मगर इस बार वो बिना बताए ही गायब हो गई. उसका यूं गायब हो जाता हैरान कर रहा था.

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सामने आया बहू के पूर्व प्रेमी का नाम

पुलिस ने बलजीत कौर की बात ध्यान से सुनी. फिर पुलिस ने बलजीत कौर से पूछा कि क्या उन्हें बहू के गायब हो जाने के पीछे किसी पर शक है? या कोई ऐसी बात जिससे पुलिस को सुराग मिल सके. तो बलजीत कौर ने फौरन पुलिस के सामने एक शख्स का नाम बताया. वो नाम था सतिंदर सिंह उर्फ बब्बू. असल में ये शख्स बलजीत कौर की बहू गुरमीत कौर के गांव घड़ुआं का रहने वाला था. शादी से पहले गुरमीत और सतिंदर सिंह उर्फ बब्बू के प्रेम संबंध हुआ करते थे. बलजीत कौर ने शक जताते हुए पुलिस को बताया कि सतिंदर सिंह उर्फ बब्बू ही उनकी बहू को भगाकर कहीं ले गया है. 

सतिंदर सिंह के खिलाफ अपहरण का मामला

पुलिस ने बलजीत कौर की बात संजीदगी के साथ सुनी और इसके बाद गुरजीत कौर का पूर्व प्रेमी सतिंदर सिंह उर्फ बब्बू पुलिस के रडार पर आ गया. पुलिस ने बलजीत कौर की तहरीर के आधार पर उसके खिलाफ अपहरण और धोखाधड़ी का नामजद मुकदमा दर्ज किया और मामले की तहकीकात शुरू कर दी. पुलिस ने सबसे पहले घड़ुआं गांव में छापेमारी की लेकिन सतिंदर सिंह उर्फ बब्बू वहां नहीं मिला. इस दौरान पुलिस ने गुरमीत कौर के घरवालों, दोस्तों और गांव के लोगों से भी पूछताछ की, लेकिन कोई अहम जानकारी नहीं मिली.

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पूछताछ और तफ्तीश में भी नहीं मिला सुराग 

पुलिस के लिए अब घड़ुआं गांव का रहने वाला सतिंदर सिंह उर्फ बब्बू वॉन्टेड बन चुका था. पुलिस का पूरा फोकस उसी पर था. लेकिन ना तो उसका कुछ पता चल रहा था और ना ही बलजीत कौर की बहू गुरमीत का सुराग पुलिस को मिल रहा था. इस दौरान बलजीत कौर का बेटा गुरजीत भी विदेश से लौटकर घर आ चुका था. पुलिस ने उससे भी सवाल जवाब किए थे. साथ ही दोनों गांव में लोगों से पूछताछ की जा चुकी थी. मगर फिर भी पुलिस के हाथ खाली थे. अब ये मामला पुलिस के लिए एक मिस्ट्री बन गया था.

साल 2020 में पुलिस को मिली अहम जानकारी

इस दौरान इस मामले में काफी वक्त बीत गया. पहले महीने बीते और फिर साल. बलजीत कौर और उसका बेटा गुरजीत भी अब हार मान चुके थे. उन्होंने पुलिस के पास जाना भी बंद कर दिया था. मगर पुलिस अभी भी इस मामले पर काम कर रही थी. इस दौरान पुलिस को एक अहम जानकारी मिली, जो अब तक इस केस में पुलिस की नजरों में नहीं आई थी. और ना ही पुलिस ने इस बात के बारे में किसी से सुना था. यहां तक कि इतने लोगों ने भी पूछताछ के दौरान ये बात नहीं बताई थी कि गुरजीत की पत्नी गुरमीत और उसकी मां बलजीत कौर के बीच सबकुछ ठीक नहीं था. उन दोनों के बीच संबंध खराब हो चुके थे. आए दिन दोनों के बीच झगड़े हुआ करते थे. 

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ऐसे खुला पूरा मामला

ये अहम जानकारी मिलने के बाद पुलिस को ऐसा लगा कि अंधेरे में कहीं से रोशनी आ गई. अब पुलिस के शक की सुई बलजीत कौर की तरफ घूम चुकी थी. लिहाजा, पुलिस ने बलजीत कौर को पूछताछ के लिए थाने बुलाया. महिला पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में बलजीत कौर से सवाल जवाब किए जाने लगे. पहले तो वो पुलिस को पुरानी कहानी ही बताती रही कि उसकी बहू अपने प्रेमी के साथ भाग गई है. जिससे उसके अवैध संबंध थे. लेकिन पुलिस को सतिंदर सिंह उर्फ बब्बू के खिलाफ कोई सुराग या सबूत नहीं मिला था. लिहाजा पुलिस ने बलजीत कौर के साथ जब सख्ती दिखाई तो वो टूट गई और उसने जो कहानी पुलिस के सामने बयां की, उसे जानकर सबके रोंगटे खड़े हो गए.

मकसद और इरादा

अब पुलिस सुन रही थी और गुरजीत सिंह की मां बलजीत कौर बोलती जा रही थी. बलजीत कौर ने पुलिस को बताया कि उसका बेटा गुरजीत सिंह विदेश में था. और वो यहां गांव में अपनी बहू गुरमीत कौर और पोते के साथ रहती थी. लेकिन उसे अपनी बहू गुरमीत कौर के चाल-चलन पर शक होने लगा था. वो बहू को रोकने टोकने लगी थी. इसी बात को लेकर गुरमीत कौर और सास बलजीत कौर में आए दिन झगड़ा होता था. दोनों के बीच मारपीट भी होती थी. बलजीत कौर ने पुलिस को बताया कि उसकी बहू गुरमीत कौर उसकी पिटाई भी करती थी. बहू के इस बर्ताव से वो तंग आ चुकी थी. लिहाजा एक दिन उसने अपनी बहू को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. 

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10 दिसंबर 2017, वारदात की रात

अपनी साजिश के तहत बलजीत कौर ने अपने मायके यानी गांव में रहने वाले एक शख्स कश्मीर सिंह से संपर्क किया. उसे अपनी बहू की कहानी बताई और उसका कत्ल करने के लिए एक लाख रुपये में डील कर डाली. उस साल 10 दिसंबर की रात रोज की तरह बलजीत कौर और उसकी बहू ने खाना खाया. इसी दौरान बलजीत कौर ने खाने में मिलाकर ही अपनी बहू को नींद की गोलियां खिला दीं. इसके बाद बलजीत कौर के गांव से आया सुपारी किलर कश्मीर सिंह उनके घर पहुंचा और गहरी नींद में सो रही गुरमीत कौर का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.

घर के बरामदे में दफ्न थी लाश

अब बलजीत कौर को अपनी बहू गुरमीत से मुक्ति मिल चुकी थी. लेकिन अभी एक सबसे बड़ी परेशानी उनके सामने थी कि गुरमीत की लाश को कहां ठिकाने लगाया जाए. फिर दोनों ने मिलकर एक तरकीब निकाली. बलजीत कौर के घर में बड़ा सा बरामदा था. वहीं उन्होंने एक बड़ा गड्ढा खोदा और गुरमीत की लाश को उसमें दफ्न कर दिया. इसके बाद कश्मीर सिंह वहां से चला गया. फिर अगली सुबह बलजीत कौर ने पुलिस को जाकर शिकायत दर्ज कराई थी.

सड़ी गली लाश जमीन से निकालकर किए थे टुकड़े

बलजीत अपनी करतूत पुलिस को बता चुकी थी. लेकिन बाद में उसने एक खुलासा और किया. उसने बताया कि गुरमीत का कत्ल करने के 11 महीने बाद कश्मीर सिंह फिर से उसके घर आया था. उस गुरजीत विेदेश में ही था. बलजीत और कश्मीर ने मिलकर फिर से गड्ढे में दफ्न सड़ी गली लाश को बाहर निकाला और उसके कंकाल की हड्डियों को तेजधार हथियार से काटकर छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट दिया. यही नहीं उन दोनों गुरमीत के कपड़ों को भी जला दिया था. इसके बाद दोनों घर से निकले और लाश काटने वाले औजार, गुरमीत की शॉल, एक कैप और हड्डियों के टुकड़ों को गांव के एक पुराने कुएं में फेंक दिया था. पुलिस भी बलजीत की कौर की ये बात सुनकर दंग रह गई.

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वारदात के वक्त भारत में नहीं था सतिंदर सिंह

इसके बाद पुलिस ने बलजीत कौर की निशानदेही पर लाश के अवेशष और तेजधार हथियार उस पुराने कुंए से बरामद कर लिए. साथ ही दबिश देकर कत्ल की इस साजिश में बलजीत के पार्टनर रहे कश्मीर सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया था. इस सनसनीखेज कत्ल  का खुलासा साल 2020 में हुआ. पुलिस ने ये भी पता लगा लिया था कि जिस सतिंदर सिंह के खिलाफ बलजीत कौर ने केस दर्ज कराया था, वो वारदात के वक्त और दिन भारत में मौदूज ही नहीं था, बल्कि वो उस दिन दुबई में था. बाद में तफ्तीश पूरी हो जाने पर जब पुलिस ने चार्जशीट फाइल की थी, तो सतिंदर का नाम उसमें नहीं था. उसके खिलाफ दर्ज मामला भी खत्म कर दिया गया था. अब कातिल सास बलजीत कौर और उसका सहयोगी कश्मीर सिंह दोनों जेल में हैं. 
 

 

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