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Murder Mystery: गिरफ्त में कातिल, जुर्म किया कुबूल और बताया मोटिव... फिर भी पुलिस के लिए चुनौती बन गया ये मर्डर केस

एक महिला का कत्ल हुआ. पुलिस कातिल तक जा पहुंची. उसने अपना गुनाह भी कुबूल कर लिया. कत्ल का मकसद भी पुलिस के सामने बयां कर दिया. लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी कत्ल की ये पहेली उलझी हुई है. पुलिस इसका हल तलाश रही है.

गुड्डी शादीशुदा थी और वारदात के दिन वो तैयार होकर घर से निकली थी गुड्डी शादीशुदा थी और वारदात के दिन वो तैयार होकर घर से निकली थी
केशाराम गढ़वार/सुप्रतिम बनर्जी
  • नागौर,
  • 23 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:18 PM IST

एक महिला अचानक गायब हो जाती है. कुछ दिन बाद उसके कत्ल की बात सामने आती है. पुलिस कातिल तक पहुंच जाती है. अब कातिल गिरफ्तार हो चुका है. कत्ल के शुरुआती सबूत सामने आ चुके हैं. और तो और कातिल अपना गुनाह कबूल कर चुका है. उसने कत्ल का मोटिव भी बता दिया है. लेकिन उस पूरे मामले में हैरानी की बात ये है कि करीब महीने भर का वक्त बीत जाने के बावजूद पुलिस मकतूल की लाश बरामद नहीं कर पा रही है. और कत्ल की ये पहेली उलझती जा रही है. सवाल है कि लाश कहां है?

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कुएं के चारों तरफ पुलिस
राजस्थान का नागौर जिले का डेरवा गांव. चारों ओर ऊंचे-ऊंचे रेतीले टीलों से घिरा इलाका और इसी इलाके में मौजूद है 308 फीट गहरा एक कुआं. कुएं के इर्द-गिर्द मौजूद पुलिसवाले और खास जंप सूट पहने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान. ये मंजर देखकर किसी को भी इस कुएं में किसी बड़े हादसे के होने या फिर किसी मॉक ड्रिल का गुमान हो सकता था. लेकिन जब ये पता चले कि ये सबकुछ पुलिस एक कत्ल की पहेली यानी मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने की खातिर कर रही है, तो वाकई हैरानी होना लाजमी है. 

कहां गई महिला की लाश?
असल में एक महिला की लाश एक ऐसी अबूझ पहेली बन चुकी है, जिसका हल पुलिस को ढूंढे नहीं मिल रहा है. महिला का कत्ल हुआ है. कत्ल के शुरुआती सबूत मिल चुके हैं और तो और कातिल भी गिरफ्तार किया जा चुका है, जो खुद अपनी जुबान से कत्ल करने की बात कबूल कर रहा है. लेकिन इतना सबकुछ होने के बावजूद पुलिस उसकी निशानेदही पर लाश बरामद नहीं कर पा रही. ऐसे में सवाल यही है कि आखिर बीच शहर से एक महिला की लाश गई तो कहां गई?

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22 जनवरी 2023
इस कहानी की शुरुआत होती है इसी साल 22 जनवरी से. नागौर जिले के श्रीबालाजी पुलिस स्टेशन की हद में आनेवाले गांव बालासर की रहनेवाली एक महिला गुड्डी घर से नागौर में ही अपने ससुराल जाने की लिए निकली थी. लेकिन ना तो वो ससुराल पहुंची और ना ही उसका कुछ पता चला. और तो और रहस्यमयी तरीके से कुछ ही घंटों के बाद उसका मोबाइल फोन भी स्विच्ड ऑफ हो गया. 

दो दिन बाद दर्ज कराई FIR
घरवाले दो दिनों तक अपनी बेटी की तलाश करते रहे और जब काफी कोशिश के बावजूद गुड्डी का कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई. लेकिन मामले की तफ्तीश कर रही पुलिस को भी तब झटका लगा जब उन्होंने देखा कि गुड्डी का मोबाइल फोन तो 22 जनवरी से ही स्विच्ड ऑफ हो चुका है और उसका बाद कभी ऑन ही नहीं हुआ. मोबाइल फोन की लास्ट लोकेशन नागौर शहर में ही दिख रही थी.

पुलिस को मिली अहम जानकारी
लेकिन इससे पहले कि पुलिस गुड्डी की गुमशुदगी का सच जान पाती, तब तक पुलिस को एक अहम जानकारी मिली. गुड्डी के गांव के रहनेवाले एक शख्स ने बताया कि उसने 22 जनवरी को गुड्डी को नागौर के ही डेरवा गांव के रहनेवाले अनोपाराम नाम के साथ जाते हुए देखा था. ये एक नई जानकारी थी. अब पुलिस ने बिना देर के लिए अनोपाराम को हिरासत में ले लिया. 

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अवैध संबंध और गुड्डी का कत्ल
छानबीन से पता चला कि गुड्डी और अनोपाराम ना सिर्फ एक दूसरे कई सालों से जानते हैं, बल्कि शादीशुदा होने के बावजूद दोनों का एक दूसरे से चोरी-छिपे अफेयर चल रहा है. शादीशुदा गुड्डी जब भी मायके आती थी, वो अक्सर बहाने से अनोपाराम से मिला करती थी. इस बार भी मायके से ससुराल जाते हुए उसने अनोपाराम से मुलाकात की थी. पुलिस की पूछताछ में अनोपाराम ने ये बातें तो कबूल की ही, लेकिन उसने ये कह कर पुलिसवालों को सन्नाटे में डाल दिया कि गुड्डी अब इस दुनिया में नहीं है, क्योंकि वो गुड्डी का कत्ल कर चुका है.

गुड्डी बना रही थी शादी का दबाव
अनोपाराम का कहना था कि चूंकि वो दोनों शादीशुदा थे, इसलिए चोरी-छिपे एक दूसरे से मिलने के सिवाय उनके पास और कोई चारा भी नहीं था, लेकिन गुड्डी उस पर अपनी शादी तोड़कर खुद से शादी कर लेने के लिए दबाव बना रही थी और इसी के लिए चलते उसने गुड्डी की हत्या कर दी. पुलिस को अब अनोपाराम की बातों का एक-एक सच पता करना था. 

2 फरवरी 2023
लेकिन इससे पहले कि पुलिस गुड्डी का कुछ पता लगा पाती, इस मामले में एक और बड़ा ट्विस्ट आ गया. इस रोज़ पुलिस को नागौर शहर में केंद्रीय विद्यालय के पीछे झाड़ियों में एक महिला के कपड़े, कुछ बाल और एक इंसानी जबड़ा मिला. ये सारी चीजें अपने आप में बहुत अजीब थी और किसी बड़ी वारदात की तरफ इशारा कर रही थीं. पुलिस ने फौरन झाड़ियों से मिली ये चीजें कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच और पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दीं. 

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घरवालों ने की कपड़ों की पहचान
इन चीज़ों के बरामद होने के साथ ही पुलिस को इस बात का शक हो रहा था कि कहीं ये सारी चीजें श्रीबालाजी इलाके से गायब गुड्डी की तो नहीं हैं? ये सवाल अपने आप में काफी बड़ा था. अब पुलिस ने गुड्डी के घरवालों को जंगल से बरामद चीजों की शिनाख्त के लिए बुलाया. लेकिन पहले से ही किसी अनहोनी की आशंका से सहमे गुड्डी के घरवालों को तब जोर का झटका लगा, जब उन्होंने ये चीजें देखीं. जंगल से बरामद कपड़े गुड्डी के ही थे, जिन्हें पहन कर वो ससुराल के लिए निकली थी. यानी गुड्डी के कत्ल को लेकर अनोपाराम सच कह रहा था.

गुड्डी के घरवालों से मैच हुआ DNA
पुलिस ने अब सच जानने के लिए जबड़े के टुकड़े के साथ गुड्डी के घरवालों का डीएनए टेस्ट करवाया और ये जानकर हैरान रह गई कि जंगल से बरामद ये सारी चीजें गुड्डी की ही थीं. जंगल से बरामद इन चीज़ों को लेकर जब पुलिस ने गुड्डी के पेमी अनोपाराम से पूछताछ की, तो उसने उसी जंगल में गुड्डी का कत्ल कर लाश निपटा देने की बात कही. 

कत्ल के 7 दिन बाद किए थे लाश के टुकड़े
लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यही था कि आखिर अनोपाराम ने गुड्डी की लाश कहां निपटा दी? अब पुलिस ने अनोपाराम से सख्ती करने की शुरुआत की और तब अनोपाराम ने कहा कि 22 जनवरी को ही जंगल में चाकू मार कर गुड्डी का क़त्ल करने के बाद वो लाश को वहीं फेंक कर चला गया था. करीब हफ्ते भर बाद वो सबूत मिटाने के लिए फिर मौके पर लौटा और उसने लाश के टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे.

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कुएं में ले जाकर फेंकी थी बोरी
आरोपी अनोपाराम इसके बाद भी नहीं रुका. उसने गुड्डी की लाश के टुकडों को जंगल से समेटा और एक बोरे में भर लिया. इसके बाद वो मौका देखकर लाश के टुकड़ों से भरी बोरी लेकर डेरवा गांव के बाहर उस कुएं पर पहुंचा और बोरी कुएं में फेंक दी.

झूठी निकली लाश को ठिकाने लगाने की कहानी
अब पुलिस अनोपाराम की निशानदेही पर पूरे तीन दिनों तक डेरवा गांव के कुएं में लाश के टुकड़ों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाती रही. एनडीआरएफ से लेकर एसडीआरएफ से मदद ली गई, लेकिन इन सारी कोशिशों का नतीजा जीरो रहा. इसके बाद अनोपाराम पर नए सिरे से शिकंजा कसा गया. इस बार उसने एक खेत में लाश दफ्नाने की बात कही. पुलिस मजदूरों के साथ-साथ स्निफर डॉग की मदद ले लाश ढूंढती रही, लेकिन लेकिन इसका भी नतीजा सिफर रहा.

नार्को और लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की तैयारी
इससे पहले उसने केंद्रीय विद्यालय के पीछे जंगल में ही लाश निपटाने की बात कही थी. वहां भी पुलिस ने मैराथन सर्च ऑपरेशन चलाया था, लेकिन वहां से भी पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा. ऐसे में अब पुलिस अनोपाराम का नार्को एनालिसिस और लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाने की तैयारी कर रही है. ताकि उसके सीने में दफ्न राज उगलवा सके.

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दृश्यम और क्राइम सीरिज देखकर मिला आइडिया
अनोपाराम ने पुलिस को बताया है कि उसने गुड्डी की लाश के टुकड़े-टुकड़े कर निपटाने से पहले दृश्यम फिल्म समेत कई मर्डर मिस्ट्रीज़ और क्राइम सीरीज़ देखी, जिसके बाद उसने लाश को ठिकाने लगाने का आइडिया मिला. फिलहाल, अनोपाराम को रिमांड पर लेकर उससे लंबी पूछताछ करने के बावजूद पुलिस गुड्डी का लाश का पता नहीं सकी है. 

15 दिन की रिमांड फिर भी नहीं मिला सुराग
नागौर पुलिस के मुताबिक, आरोपी अनोपाराम को 15 दिन की रिमांड पर लिया गया लेकिन इन 15 दिनों के दौरान आरोपी पुलिस को कई बार गुमराह करता रहा यही वजह है कि गुड्डी की लाश के अवशेषों के अलावा पुलिस कुछ बरामद नहीं कर पाई. अब देखना होगा कि लाश को ठिकाने लगाने का सच कब तक सामने आएगा.
 

 

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