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श्रद्धा केस से क्या है वशिष्ठ गुफा का कनेक्शन? आफताब को लेकर उत्तराखंड जा सकती है पुलिस

यह जगह ऋषिकेश से 25 किलोमीटर दूर है. यहीं से श्रद्धा ने अपनी हत्या से 15 दिन पहले आखिरी रील बनाई थी. श्री पुरुषोत्तमानंद आश्रम द्वारा Vashishtha Cave की देखरेख की जाती है. उसके मैनेजर प्रसिद्ध मिश्रा ने बताया कि शांति और सुकून की तलाश में लोग यहां आते हैं.

श्रद्धा मर्डर केस पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है श्रद्धा मर्डर केस पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है
अंकित शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 19 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 9:09 AM IST

उत्तराखंड में मौजूद वशिष्ठ गुफा (Vashishtha Cave) वैसे तो अपने पौराणिक महत्व और आध्यात्मिक श्रद्धा के लिए जानी जाती है. लेकिन फिलहाल यह दूसरी वजहों से चर्चा में है. श्रद्धा वॉल्कर, जिसका मर्डर उसके लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने बेरहमी से कर दिया, उसने अपने जीवन की आखिरी इंस्टाग्राम रील यहीं बनाई थी.

श्री पुरुषोत्तमानंद आश्रम द्वारा Vashishtha Cave की देखरेख की जाती है. उसके मैनेजर प्रसिद्ध मिश्रा ने बताया कि शांति और सुकून की तलाश में लोग यहां आते हैं. श्रद्धा की फोटो दिखाने पर मिश्रा ने कहा कि वहां देश-दुनिया से बहुत लोग आते हैं, ऐसे में लड़की को पहचान पाना मुश्किल है. मिश्रा ने बताया कि आश्रम में रात में रुकने की भी कोई व्यवस्था नहीं है.

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भारतीय पौराणिक कथाओं के मुताबिक, हजारों साल पहले जब ऋषि वशिष्ठ के बेटों का निधन हो गया था, तब वह खुद की जान लेना चाहते थे. उनको किसी ने ध्यान करके मोक्ष पाने का रास्ता बताया. तो वह इसी जगह आए. बता दें कि ऋषि वशिष्ठ सप्तऋषियों में से एक थे. बाद में साल 1929 में आध्यात्मिक गुरु पुरुषोत्तमानंद उस इलाके में पहुंचे. फिर उन्होंने इस जगह को आश्रम और धार्मिक विरासत के रूप में विकसित किया.

माना जा रहा है कि श्रद्धा भी एकांत और शांति की तलाश में ऋषिकेश आई होंगी. बता दें कि यह जगह ऋषिकेश से 25 किलोमीटर दूर है. यहीं से श्रद्धा ने अपनी हत्या से 15 दिन पहले आखिरी रील बनाई थी.

श्रद्धा को ऋषिकेश में ही मारने की थी प्लानिंग

जानकारी के मुताबिक, आफताब ने श्रद्धा को ऋषिकेश में ही मारने की प्लानिंग बनाई थी. लेकिन पकड़े जाने के डर से वह ऐसा नहीं कर पाया था और अपना प्लान बदल लिया था. अब दिल्ली पुलिस को आफताब की पांच दिन की रिमांड और मिली हुई है. वह उसे लेकर उत्तराखंड में इसी जगह आ सकती है. क्योंकि यहां वह श्रद्धा के साथ रहा था. 

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ऋषिकेश में तलाशे जाएंगे सबूत

ऋषिकेश के तपोवन में मौजूद इंटेलिजेंस को भी दिल्ली पुलिस ने एक्टिव किया हुआ है. पुलिस को अबतक श्रद्धा का सिर और हत्या के लिए इस्तेमाल हुआ हथियार नहीं मिला है. पुलिस इस एंगल से भी जांच करेगी कि कहीं दोनों चीजों को आफताब ने ऋषिकेश में ही कहीं तो नहीं फेंका है.

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