Advertisement

पुलिस कस्टडी, लॉकअप में मौत और जांच में ट्विस्ट... कैसे सुलझेगी सलमान खान के घर फायरिंग केस की पहेली

14 अप्रैल को सामने आई गैलेक्सी अपार्टमेंट पर हमले की तस्वीरों ने पूरे देश को दहला दिया था. जब देश के चहेते स्टार सलमान खान के घर बाइक से आए दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. इसके बाद जांच आगे बढ़ी और फायरिंग करने वाले दोनों शूटर गुजरात के भुज से पकड़ लिए गए थे.

अनुज थापन की मौत से पूरा मामला उलझता नजर आ रहा है अनुज थापन की मौत से पूरा मामला उलझता नजर आ रहा है
दिव्येश सिंह/दीपेश त्रिपाठी
  • मुंबई,
  • 02 मई 2024,
  • अपडेटेड 5:09 PM IST

Galaxy Apartment Firing Case: सुपर स्टार सलमान खान के घर यानी गैलेक्सी अपार्टमेंट पर पिछले महीने की 14 तारीख को फायरिंग करने वाले हमलावरों को जिस शातिर अपराधी ने हथियार मुहैया कराए थे, उसने पुलिस लॉकअप में खुदकुशी कर ली. अनुज थापन नाम इस अपराधी को गिरफ्तार करने के बाद मुंबई पुलिस के मुख्यालय में क्राइम ब्रांच ने लॉकअप में रखा था. हालांकि वहां हर वक्त सीसीटीवी कैमरों से निगरानी होती है, लेकिन इसके बावजूद अनुज ने लॉकअप में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. जिसकी वजह से ये मामला और भी उलझता नजर आ रहा है.

Advertisement

शूटआउट के 17 दिन बाद आया नया ट्विस्ट
14 अप्रैल को सामने आई गैलेक्सी अपार्टमेंट पर हमले की तस्वीरों ने पूरे देश को दहला दिया था. जब देश के चहेते स्टार सलमान खान के घर बाइक से आए दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. इसके बाद जांच आगे बढ़ी और फायरिंग करने वाले दोनों शूटर गुजरात के भुज से पकड़ लिए गए थे. लेकिन अब उस वारदात के 17 दिन बाद इस मामले में आए एक नये ट्विस्ट ने हर किसी को चौंका दिया है. 

ट्विस्ट ये है कि इस केस के एक अहम आरोपी ने मुंबई पुलिस की हिरासत में ही फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली है. ये वो मुल्जिम है, जिसे मुंबई क्राइम ब्रांच ने शूटआउट के सिलसिले में गिरफ्तार किया था और उस पर सलमान के घर पर फायरिंग करने वाले शूटरों को हथियार सप्लाई करने का इल्जाम था.

Advertisement

1 मई 2024, सुबह 12.15 बजे, मुंबई पुलिस हेडक्वार्टर 
मुंबई पुलिस के मुख्यालय में मौजूद क्राइम ब्रांच के दफ्तर में रोज की तरह काम काज चल रहा था. इसी बीच हवालात के बाहर पहरा ड्यूटी पर तैनात पुलिसवालों ने ये गौर किया कि एक हवालात में बंद एक मुल्जिम काफी देर से वॉशरूम से बाहर नहीं निकल रहा है. ये वॉशरूम हवालात के अंदर ही मौजूद है. अब पुलिसवालों ने पहले वॉशरूम में दस्तक दी और जब अंदर से कोई जवाब नहीं आया, तो उन्होंने दरवाजा खोल दिया. 

फंदे पर लटका हुआ था आरोपी
अंदर की तस्वीर देख कर पुलिसवालों की पैरों तले जमीन खिसक गई. वॉशरूम के अंदर मुल्जिम फंदे से लटक रहा था. आनन-फानन में उसे नीचे उतारा गया और पुलिस फौरन उसे लेकर पास के ही जीटी अस्पताल में पहुंची. लेकिन डॉक्टरों ने उसे ब्रॉट डेड करार दिया. पुलिस हिरासत में खुदकुशी करने वाला ये शख्स कोई और नहीं सलमान खान के घर पर हुए शूटआउट के सिलसिले में पकड़े गए उन दो बदमाशों में से एक था, जिन पर शूटरों को हथियारों की सप्लाई करने का इल्जाम है और इस आरोपी का नाम था अनुज थापन.

पंजाब से पकड़ा गया था अनुज थापन
सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल के खुलासे के बाद क्राइम ब्रांच ने अनुज थापन और उसके एक साथी सोनू कुमार बिश्नोई को पंजाब से गिरफ्तार किया था. इनमें अनुज थापन पंजाब के अबोहर का रहनेवाला था. पुलिस की मानें तो दोनों पंजाब में ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करते थे और इन्हीं दोनों ने मुंबई में शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को शूटआउट के लिए हथियार मुहैया करवाए थे. 

Advertisement

क्राइम ब्रांच ने ली थी रिमांड
अब जाहिर है पुलिस को तफ्तीश के लिए इनसे पूछताछ की जरूरत थी. ऐसे में 25 अप्रैल को दोनों को गिरफ्तार करने के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम उन्हें पंजाब से मुंबई लेकर आई और अदालत में पेश किया. वहां से मेडिकल ग्राउंड पर दूसरे आर्म्स सप्लायर सोनू कुमार बिश्नोई को तो जेल भेज दिया गया, लेकिन अनुज थापन को रिमांड पर क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया गया. लेकिन इससे पहले कि मुंबई पुलिस थापन से ज्यादा कुछ पता कर पाती, उसने खुद ही अपनी जिंदगी खत्म कर ली.

CCTV कैमरे की नजर से बचकर लगाई फांसी
पुलिस सूत्रों की मानें तो दोपहर करीब सवा 12 बजे उनकी नजर थापन पर पड़ी, जिसने उसे सोने के लिए दिए गए एक चादर को फंदा बना कर बाथरूम में खुदकुशी कर ली थी. जानकारी के मुताबिक इन हवालात के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं ताकि हवालात की गतिविधियों को मॉनिटर किया जा सके. लेकिन सीसीटीवी कैमरे सिर्फ वॉशरूम के बाहर तक के एरिया को कवर करते हैं. पुलिस अनुज थापन और सोनू बिश्नोई से ये जानना चाहती है कि आखिर उन्होंने शूटरों को देने के लिए पिस्टल और कारतूस का इंतजाम कहां से किया?

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के इशारे पर मिले थे पिस्टल
शूटआउट के लिए दोनों शूटरों को लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से दो पिस्टल दिए गए थे, जिनमें से एक का इस्तेमाल हुआ. लेकिन इसके बाद मुंबई से भुज भागने के दौरान शूटरों ने उन पिस्टल और मैगजीन को तापी नदी में फेंक दिया था, जिन्हें बाद में क्राइम ब्रांच की टीम ने पानी की गहराई से ढूंढ निकाला. पुलिस ने इस सिलसिले में लॉरेंस बिश्नोई और उसके भाई अनमोल बिश्नोई समेत सभी के सभी छह आरोपियों पर मकोका की धारा लगा दी है. जिससे उन्हें फिलहाल जमानत मिलना मुश्किल है और दोष सिद्ध होने पर कम से कम पांच साल की सजा तय है. लेकिन अभी इस मामले में जांच आगे बढ़ती, साजिश के सारे तार, तार-तार होते, उससे पहले ही मुंबई पुलिस के हाथ से एक मुल्जिम फिसल गया. उसने अपनी जिंदगी खत्म कर ली.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement