
महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर लगे इल्जामों से हर कोई वाकिफ हो चुका है, लेकिन उनके माता-पिता पर भी कम गंभीर आरोप नहीं हैं. पुलिस ने काफी कोशिश के बाद उनकी मां मनोरमा खेडकर को हिरासत में ले लिया है, जबकि पिता दिलीप खेडकर की तलाश में पुलिस लगातार जुटी हुई है. उनकी मां पर पिस्तौल से किसानों को डराने-धमकाने का आरोप है.
उनके पिता पर किसानों की जमीन हड़पने जैसे संगीन इल्जाम हैं. इसकी जांच एसीबी कर रही है. पुणे पुलिस को दिलीप खेडकर की तलाश है. इसके लिए पुलिस ने तीन टीमें भी गठित कर दी हैं. अहमदनगर जाकर पड़ताल भी की है. लेकिन दिलीप गायब हैं. पूजा खेडकर भी अपनी मां के पिस्तौल वाले वीडियो पर खामोश हैं. खेडकर परिवार के तीनों सदस्यों पर अब प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है.
ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पर महाराष्ट्र सरकार खामोश है. जो नीतिगत लापरवाही हुई और अब जो सवाल उठ रहे हैं, उस पर सियासी हलकों में शोर है. मुख्यमंत्री ने भी तमाम सवालों से किनारा कर लिया है. बात यहीं तक नहीं रुकती है. खुलासा ये भी हुआ है कि आईएएस मैडम के पास करोड़ों की संपत्ति है, जिसके जरिए उन्हें हर साल करीब 44 लाख रुपए की आमदनी होती है.
मौजूद दस्तावेज के मुताबिक पूजा खेडकर ने बताया है कि पुणे में चार प्लॉट और अहमदनगर में 7 प्लॉट उनके नाम हैं. इसमें पुणे वाले प्लॉट की कीमत ही 6 से 8 करोड़ बताई है, जबकि उनकी सालाना आय 44 लाख रुपए है. ये खेडकर परिवार के सिर्फ एक सदस्य की कहानी है. पूजा की मां मनोरमा खेडकर के अंदाज भी जुदा हैं, जो हाथों में पिस्तौल लेकर किसानों को धमकाती हैं.
सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो कि साल 2023 का बताया जा रहा है. उस वक्त मनोरमा अपने पति दिलीप की खरीदी हुई जमीन पर कब्जे के दौरान आसपास के किसानों को धमकाती दिखी थीं. बताया जाता है कि दिलीप राव खेडकर ने नौकरशाह रहते हुए अथाह संपत्ति बनाई थी. इतना ही नहीं उन्होंने 25 एकड़ की एक जमीन पुणे के मुल्शी तहसील में भी ली थी.
आरोप है कि उसी पर कब्जे के दौरान खेडकर परिवार ने आसपास के किसानों की जमीन भी हड़पने की कोशिश की थी. जब किसानों ने इसका विरोध किया तो मनोरमा खेडकर अपने बाउंसर्स के साथ मौके पर पहुंच गई. खुद पिस्तौल लहराने लगीं और धौंस दिखाते हुए किसानों को धमका दिया. इसके साथ ही 11 जुलाई को उनका गुस्सा पुलिस और मीडियाकर्मियों पर भी फूटा था.
इस घटना के बाद से अब तक मनोरमा खेडकर फरार चल रही थीं, जो काफी मशक्कत के बाद पुलिस के हाथ लगी हैं. उनसे जुड़े विवाद का दूसरा वीडियो भी सामने आ चुका है. ये वीडियो 2022 का है. इसमें वो मेट्रो अधिकारियों और पुलिस से बहस करती नजर आ रही हैं. ये वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. उधर एसबी यानी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने अपनी जांच भी तेज कर दी है.
IAS मैडम के विवादों की लिस्ट...
- निजी ऑडी कार पर लाल बत्ती लगाई, हनक दिखाई. ऑडी पर 'महाराष्ट्र सरकार' का साइनबोर्ड लगाया.
- ऑफिशियल कार, आवास, ऑफिस और अतिरिक्त स्टाफ की मांग की.
- पिता दिलीप खेडकर ने बेटी की मांग पूरी करने के लिए डीएम पर दबाव डाला. पूजा ने अपने सीनियर अजय मोरे के ऑफिस पर कब्जा करने के लिए उनका नेम प्लेट तक हटा दिया.
- IAS की नौकरी के लिए फर्जी दिव्यांगता सर्टिफिकेट दिया. 3 दिव्यांगता सर्टिफिकेट के लिए 3 अलग-अलग पते का इस्तेमाल किया.
- पुणे में अपनी ट्रेनिंग के दौरान कई अधिकारियों को परेशान भी किया.
पूजा की ट्रेनिंग कैंसिल, एकेडमी ने वापस बुलाया
लग्जरी ऑडी कार पर लाल बत्ती की चमक से अपनी हनक दिखा रही थीं पूजा खेडकर. लेकिन अब बात आगे बढ़ चुकी है. इतने विवाद सामने आए हैं कि मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री एडमिनिस्ट्रेटिव एकेडमी ने ट्रेनिंग आईएएस पूजा खेडकर को एकेडमी में वापस बुला लिया है. इसके साथ ही महाराष्ट्र में जारी उनके ट्रेनिंग प्रोग्राम को तत्काल रद्द भी कर दिया है.
महाराष्ट्र सरकार ने पूजा खेडकर को नोटिस थमाया
एकेडमी ने महाराष्ट्र सरकार को चिट्ठी लिखी तो उसने भी आईएएस पूजा खेडकर को नोटिस थमा दिया. उनसे कहा गया कि जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित रखने और आगे की जरूरी कार्रवाई के लिए तुरंत वापस बुलाने का निर्णय लिया गया है. उनको महाराष्ट्र के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम से मुक्त भी कर दिया गया. 23 जुलाई तक एकेडमी पहुंचने का निर्देश है.
डीएम के खिलाफ दर्ज कराई उत्पीड़न की शिकायत
पूजा खेडकर अभी तक महाराष्ट्र के वाशिम में बतौर असिस्टेंट कलेक्टर नौकरी कर रही थीं. लेकिन अब मसूरी से बुलाया आ गया है, तो वापस जाना होगा. लेकिन जाते जाते मैडम ने पुणे के डीएम के खिलाफ गंभीर शिकायत कर दी है. खुद को विक्टिम बताते हुए आरोप लगाया है कि डीएम सुहास दिवसे ने उनका उत्पीड़न किया है. उन्होंने मुख्य सचिव को चिट्ठी भी लिखी है.
तीन अलग-अलग पतों पर बने तीन सर्टिफिकेट
ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर की सबसे बड़ी मुश्किल उनको जारी किए गए दिव्यांगता सर्टिफिकेट हैं. उन्होंने तीन बार दिव्यांगता सर्टिफिकेट बनवाए थे और तीनों अलग-अलग पते पर. साल 2019 में अहमदनगर के अस्पताल ने उन्हें दृष्टि बाधित होने का सर्टिफिकेट दिया. साल 2021 में अहमदनगर के ही अस्पताल ने उन्हें मानसिक तौर पर बीमार होने का सर्टिफिकेट दिया.
सिविल सर्जन ने दो सर्टिफिकेट को मिला दिया
साल 2021 में अहमदनगर के सिविल सर्जन ने दोनों सर्टिफिकेट को मिला दिया. इस समय पूजा ने अहमदनगर के पथरादी तहसील का पता इस्तेमाल किया. इसके बाद में उन्होंने पिंपरी चिंचवड़ के पते पर वाईसीएम अस्पताल से लोकोमोटर दिव्यांगता का सर्टिफिकेट लिया. फिर उन्होंने शिवाजीनगर के पते पर पुणे के औंध अस्पताल में सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई किया.
पूजा खेडकर की उम्र को लेकर भी उठ रहे सवाल
एक सवाल पूजा खेडकर की उम्र को लेकर भी उठ रहा है. इस पर उन्होंने चुप्पी साध रखी है. उन्होंने साल 2022 में UPSC परीक्षा दी थी. साल 2023 में रिजल्ट आया. 841वीं रैंक आई. दिव्यांगता सर्टिफिकेट के आधार पर ही IAS अधिकारी बन गईं. अब सवाल उठे हैं तो सरकार ने जांच बिठा दी है. केंद्र ने 11 जुलाई को एक सिंगल मेंबर कमेटी का गठन किया है.
भ्रष्टाचार के आरोप में 2 बार निलंबित हुए पूजा के पिता
पूजा खेडकर को लेकर विवाद बढ़ रहा है तो वहीं उनके माता-पिता को लेकर भी नए खुलासे हो रहे हैं. पता चला है कि उनके पिता दिलीप खेडकर नौकरी के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप में दो बार निलंबित हो चुके हैं. उन पर आय से ज्यादा संपत्ति का भी आरोप है. इस बीच पुणे नगर निगम के नोटिस के बाद पूजा के परिवार ने अपने घर के बाहर का अतिक्रमण हटा लिया है.