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ऐप कामयाब ना होने पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने की खुदकुशी

हाल के दिनों में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की खुदकुशी करने की अनोखी और चौंकाने वाली कहानी सामने आई है. एक ऐसी कहानी, जिसमें खुदकुशी करने वाले शख्स ने दुनिया में मौजूद खुदकुशी के तमाम तरीकों में सबसे आसान और सबसे कम दर्द वाले तरीके का पता लगाया और जान दे दी.

नाइट्रोजन गैस सूंघकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने दी जान नाइट्रोजन गैस सूंघकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने दी जान
सना जैदी
  • नई दिल्ली,
  • 22 अप्रैल 2016,
  • अपडेटेड 4:25 AM IST

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर लकी गुप्ता अग्रवाल ने अजीबो गरीब तरीके से जान दे दी. शहर के अमीरपेट इलाके के रहने वाला लकी जब रोज की तरह गुरुवार की सुबह नींद से नहीं उठा, तो घरवालों ने उसे जगाने की कोशिश की. लेकिन कई बार दस्तक देने के बावजूद जब कमरे का दरवाजा नहीं खुला, तो घरवालों को शक हुआ.

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जब लोग दरवाजा तोड़ कर अंदर गए तो कमरे का मंजर देखकर सबके पैरों तले जमीन खिसक गई. लकी सौफे पर अधलेटा पड़ा था. लग रहा था कि जैसे गहरी नींद में सो रहा हो. लेकिन उसके पास ही पड़े नाइट्रोजन गैस सिलेंडर, लकी के चेहरे पर लगा गैस मास्क और दो-दो सुसाइड नोट्स अपने-आप में पूरी कहानी कह रहे थे.

बिस्तर पर मिले दो सुसाइड नोट
बिस्तर पर पड़े पहले सुसाइड नोट में जहां कमरे में दाखिल होने वाले लोगों की हिफाजत के लिए एहतियात बरतने की बात लिखी थी, वहीं दूसरे नोट में मौत का वक्त और तरीका लिखा था. पहले नोट में लकी ने लिखा था कि 'सुरक्षा के लिए सिलेंडर स्विच ऑफ कर दें, खिड़की दरवाजे खोल दें, कमरे में हवा भरी है.' जबकि टेबल पर रखे दूसरे सुसाइड नोट में उसने मौत का वक्त, तारीख और तरीका लिखा था. लेकिन खुदकुशी करने की वजह नहीं लिखी. इस नोट लकी ने लिखा था कि 'मैं लकी अपनी जिंदगी खुद खत्म कर रहा हूं. मैं चाहता हूं हर कोई शांति और खुशी से रहे.'

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लकी ने 20 अप्रैल 2016 की तारीख के साथ सुबह साढ़े चार बजे का वक्त लिखा और दो बार दस्तखत किए और फिर पुलिस के लिए लिखा कि 'इंटरनेट पर मौजूद तरीकों में नाइट्रोजन गैस और दम घुटना ही सबसे कम दर्दवाले मौत के तरीकों में से एक है.' ऐसे में इन सुसाइड नोट्स को देख कर इतना तो साफ था कि लकी ने अपनी मर्जी से जान दी और इसके लिए उसने नाइट्रोजन गैस को चुना था. बाद में छानबीन में ये बात साफ हुई कि वो एक सोशल नेटवर्किंग ऐप डवलप करना चाहता था. लेकिन इसमें कामयाब नहीं हो सका और पिछले कई दिनों से डिप्रेशन में था. वह 17 मार्च को नाइट्रोजन गैस का सिलेंडर खरीद कर लाया था.

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