
देश-दुनिया के अनेक चोरों के किस्से आपने सुने होंगे. लेकिन एक ऐसी वारदात जिसकी कारस्तानी देख कर आप यकीन नहीं कर पाएंगे कि ऐसे भी चोर हो सकते हैं. जरा सोचें चोरी करते-करते कोई चोर सीधे जज की ही कुर्सी पर जा बैठे और अपने जैसे दूसरे चोरों का इंसाफ भी करने लगे. तो क्या आप यकीन करेंगे?
आलीशान गाड़ियों में घूमते हैं ये चोर
52 सालों से जुर्म की दुनिया में अंगद की तरह पांव जमाए दिल्ली के धनीराम ने चोरी और जालसाजी करते हुए ही बीए-एलएलबी, हैंडराइटिंग एक्सपर्ट और ग्राफोलॉजी की पढ़ाई की और पास भी हो गए. लेकिन इसके बाद इन्होंने वो कारनामा कर दिखाया, जैसा इनके अलावा शायद दूसरा कोई कर ही नहीं सकता. उन्होंने हरियाणा के झज्जर कोर्ट के एडिशनल सेशन जज को फर्जी तरीके से कंपलसरी लीव यानी छुट्टी पर भेज दिया. उनके पीछे मुड़ते ही खुद फर्ज़ी कागजातों के जरिए सीधे जज की कुर्सी पर विराजमान हो गए. इसके बाद तो इन्होंने पूरे दो महीने तक कितनों को सजा दी और कितनों को बरी किया किसी को नहीं पता. हालांकि रिकॉर्ड कहता है कि इन दो महीनों में चोर से जज बने धनीराम ने 2 हजार 7 सौ चालीस (2740) अपराधियों को जमानत पर रिहा कर दिया.
धनीराम ज़्यादातर गाड़ियां चुराता है और खुद ही फर्जी कागजात बना कर उन्हें आगे बेच देता है. लेकिन पूरे उत्तर पश्चिमी भारत की पुलिस को सालों-साल छकाने वाला धनीराम अब एक बार फिर से सलाखों के पीछे है.