
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) की टेरर फंडिंग के मास्टरमाइंड के तौर पर गिरफ्तार सतना के बलराम सिंह से दोस्ती रखना बजरंग दल के नेता आशीष सिंह राठौर को बहुत महंगा पड़ा. राठौर के पास सतना के जिला गौरक्षा प्रमुख की जिम्मेदारी थी. विश्व हिंदू परिषद ने राठौर को संगठन से बाहर करने की जानकारी दी है.
बजरंग दल के जिला सहसंयोजक सचिन शुक्ला ने बताया कि मीडिया में आई खबरों को आधार बनाते हुए विश्व हिन्दू परिषद ने राठौर के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया. बता दें कि कुछ दिन पहले ये मामला उजागर होने के बाद से ही बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद बैकफुट पर थे. राठौर ने बलराम को कथित तौर पर अपना खाता मुहैया कराया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बलराम जिन खातों का इस्तेमाल करता था, उनके एवज में तयशुदा रकम उपलब्ध कराता था. इसके साथ ही ऐसे लोगों के बाहर घूमने जाने पर उनके खर्च की भी व्यवस्था करता था. विश्व हिंदू परिषद की ओर से साफ किया गया है कि संगठन देशद्रोह करने वाले और उनसे संपर्क रखने वाले किसी भी व्यक्ति को संरक्षण नहीं देता है.