
Gangster Goldy Brar Murder Rumor Reality: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का कातिल और भारत का मोस्ट वॉन्टेड आतंकी गोल्ड़ी बराड़ अभी जिंदा है. दरअसल, अमेरिका में हुए जिस शूटआउट में गोल्डी बराड़ के मारे जाने की खबर आई थी, वो शूटआउट हुआ तो जरूर था, लेकिन उसमें मरने वाला गोल्डी नहीं बल्कि ग्लैडली था. मिलते जुलते नाम और एक जैसी दाढ़ी की वजह से गोल्ड़ी बराड़ की मौत की खबर अफवाह बनकर अमेरिका से भारत तक आ पहुंची थी. चलिए जान लेते हैं इस पूरे शूटआउट की असली कहानी.
मिलता जुलता नाम और चेहरे पर एक जैसी दाढ़ी
एक जैसा गोल चेहरा. दाढ़ी की स्टाइल भी एक जैसी. और तो और नाम भी एक जैसा. एक गोल्डी और दूसरा ग्लैडली. जुर्म की काली दुनिया में 'मिस्टेकेन आइडेंटिटी' ऐसे अजीबोगरीब मामले अक्सर देखने को मिलते हैं, जब मौत किसी की होती है और समझ किसी और की ली जाती है. बुधवार को भारत के मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के साथ कुछ ऐसा ही हुआ.
आतंकी लखबीर सिंह लांडा ने ली गोल्डी के क़त्ल की जिम्मेदारी
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के मेंबर और पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के क़त्ल के मुल्जिम गोल्डी बराड़ के अमेरिका में मारे जाने की खबर भारत में उड़ी और ऐसी उड़ी कि इसे लेकर ना सिर्फ चर्चाओं का बाज़ार गर्म हो गया, बल्कि विदेश में ही छुपे भारत के एक और छंटे हुए गैंगस्टर और आतंकी लखबीर सिंह लांडा ने गोल्डी के क़त्ल की जिम्मेदारी भी कथित तौर पर अपने सर ले ली.
ऐसे पलटी कहानी
बताया गया कि लांडा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इस बात का ऐलान किया. लेकिन चौबीस घंटे गुजरते-गुजरते गोल्डी बराड़ की मौत की खबर से धुंध छंटने लगी और जब सच्चाई सामने आई तो पूरा मामला ही मानों उल्टा हो गया. कहानी का रुख ही बदल गया
30 अप्रैल 2024, शाम 5.25 मिनट, हॉल्ट एवेन्यू, फेयरमोंट अमेरिका
एक शूटआउट में गोल्डी बराड़ के मारे जाने खबर इसी वक्त पर उड़ी. हुआ यूं कि शाम को अफ्रीकी मूल के कुछ लोगों के बीच हुई आपसी झड़प में अचानक गोलियां चलने लगी. मारपीट में एक शख्स नीचे जमीन पर गिरा और खुद को बचाने के लिए उसने फायरिंग शुरू कर दी. इस फायरिंग में दो लोगों को गोली लगी और दोनों को उठा कर अस्पताल ले जाया गया. इसमें एक की जान चली गई, जबकि एक को अस्पताल से छुट्टी मिल गई. लेकिन जिसकी जान गई, सारा फसाद उसी को लेकर शुरू हुआ.
गलतफहमी बन गई अफवाह
दरअसल, उसकी शक्ल सूरत काफी हद तक इंडियन गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से मिलती-जुलती थी. और ना सिर्फ मिलती जुलती थी, इत्तेफाक से उसका नाम भी गोल्डी के नाम से मिलता हुआ था. ऐसे में किसी उस शख्स की मौत को लेकर गलतफहमी हुई और ये गलतफहमी देखते ही देखते गोल्डी बराड़ की मौत की खबर बन कर सोशल मीडिया और मीडिया के कुछ हिस्सों में छाने लगी.
ऐसे पैदा हुआ कनफ्यूज़न
शूटआउट में जिस शख्स को गोली लगी उसका नाम जेविरय ग्लैडली था. अफ्रीकी मूल के इस शख्स के चेहरे पर भी तकरीबन वैसी ही दाढ़ी थी, जैसी अक्सर तस्वीरों में गोल्डी बराड़ की दिखती है. ऊपर से दोनों का चेहरा भी गोल है और शारीरिक बनावट भी काफी हद तक एक जैसी. और बस यही वो कॉमन फैक्टर थे, जिन्होंने कनफ्यूज़न पैदा कर दिया.
ग्लैडली को गोल्डी समझ बैठा पंजाबी शख्स
सूत्रों की मानें तो इस शूटआउट के वक़्त वहां से पंजाबी मूल का एक शख्स गुज़र रहा था, जिसे किसी ने ग्लैडली को गोली लगने की बात बताई और उसने ग्लैडली को गोल्डी समझ लिया और इसी से सारे असमंजस की शुरुआत हुई. ऊपर से मामला तब और गहरा गया जब गोल्डी बराड़ के क़त्ल की जिम्मेदारी आतंकी लखबीर सिंह लांडा की भी हवा उड़ गई. असल में सोशल मीडिया पर ऐसा कोई भी पोस्ट सामने नहीं आया, लेकिन हवा-हवाई पोस्ट के हवाले से गोल्डी की मौत के पीछे अर्श डल्ला और लखबीर सिंह लांडा की साजिश की खबरें भी सुनी-सुनाई जाने लगीं. क्योंकि अर्श डल्ला के साथ गोल्डी की पुरानी दुश्मनी है और डल्ला, लांडा का करीबी माना जाता है.
शूटआउट से जुड़ता गया गोल्डी का नाम
एक अमेरिकी वेबसाइट फॉक्स ने सबसे पहले इस शूटआउट की खबर दी थी. वेबसाइट ने लिखा था कि कैसे दो गुटों के बीच फेयरमोंट में गोलीबारी हुई. हालांकि वेबसाइड ने किसी का नाम नहीं लिखा था, लेकिन इसके बावजूद इस शूटआउट में हुई मौत को लोगों ने गोल्डी बराड़ की मौत से जोड़ दिया.
फ्रेस्नो पुलिस ने भारतीय दूतावास को बताई हकीकत
गोल्डी भारत में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला समेत कई क़त्ल के मामलों में नामज़द मुल्जिम है और इंडियन एजेंसियों ने उसके नाम पर लुकआउट नोटिस तक जारी कर रखा है. ऐसे में जैसे ही गोल्डी की मौत की खबर सामने आई, कैलिफोर्निया में भारत के वाणिज्यिक दूतावास के अफसरों ने अमेरिका की फ्रेस्नो पुलिस से बात की. और फिर देर रात फ्रेस्नो पुलिस ने अपनी तरफ से ये क्लीयर कर दिया कि वहां हुई गोली बारी में मारा गया शख्स भारतीय गैंगस्टर गोल्डी बराड़ नहीं है.
आतंकी संगठन बब्बर खालसा से भी जुड़े हैं गोल्डी के तार
अब बात इंडिया के टॉप मोस्ट गैंगस्टरों में से एक गोल्डी बराड़ की. लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जु़ड़ा गोल्डी बराड़ मूल से पंजाब के मुक्तसर साहिब का रहने वाला है. उसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है. पहले वो कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में रह रहा था, लेकिन भारत सरकार की ओर से उसे आतंकवादी घोषित किए जाने के बाद उसने अपना ठिकाना बदल लिया और कनाडा से फरार हो गया. फिलहाल खबरों के मुताबिक वो अमेरिका में ही कहीं छुपा है. गोल्डी के गैंगस्टर होने के साथ-साथ उसके खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा से जुड़े होने के दावे भी किये जाते रहे हैं.
आतंकी गोल्डी बराड़ की क्राइम कुंडली
गोल्डी का पूरा नाम सतविंदरजीत सिंह है उसका जन्म 1994 को हुआ और उसने ग्रैजुएशन तक की पढ़ाई की. फिलहाल वो विदेश से ही लॉरेंस गैंग के लिए काम करता है. गोल्डी के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की चंडीगढ़ में एक डिस्क के बाहर हत्या कर दी गई थी. गुरलाल बिश्नोई गैंग का करीबी था इसके बाद बिश्नोई गैंग ने गुरलाल बराड़ के क़त्ल का बदला लिया. युवा कांग्रेस नेता गुरलाल पहलवान की हत्या कर दी गई. इस हत्या की साज़िश में गोल्डी का नाम भी आया. इसके बाद गोल्डी 2021 में कनाडा भाग गया वो पहले भी स्टूडेंट वीजा पर 2017 में कनाडा गया था.
ऐसे सामने आया लांडा गैंग का नाम
अब बात गोल्डी के क़त्ल की झूठी खबर में आतंकी लखबीर सिंह लांडा और अर्श डल्ला का नाम सामने आने की. तो दोनों के बीच इस दुश्मनी की शुरुआत साल 2020 में हुए गोल्डी के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ के क़त्ल की वारदात से हुई थी. गुरलाल बराड़ को अक्टूबर 2020 में चंडीगढ़ में मारा गया था. और इसका इल्ज़ाम लखबीर सिंह लांडा गैंग पर लगा. और यहीं से दोनों में भयानक दुश्मनी की शुरुआत हो गई. यही वजह है कि बुधवार को जब गोल्डी के क़त्ल की खबर उड़ने लगी, तो लोगों ने उसे लांडा गैंग की करतूत से जोड़ दिया और उसके इस क़त्ल की जिम्मेदारी लेने की बात भी चला दी.
लखबीर सिंह लांडा की क्राइम कुंडली
लांडा के बारे में कहा जाता है कि वो कनाडा में रह कर भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देता है. इसी वजह से भारत सरकार ने उसे आतंकी घोषित कर रखा है. लांडा बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा है. ये लांडा ही था जिसने पंजाब के मोहाली में इंटेलिजेंस ब्यूरो के हेडक्वार्टर पर 9 मई 2022 को रॉकेट लॉन्चर से हमला करवाया था. पुलिस सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान से भारत में हथियारों और ड्रग्स की तस्करी में भी सक्रिय रूप से शामिल रहा है.
मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल है गोल्डी और लांडा का नाम
हालांकि गोल्डी और लांडा एक दूसरे के जानी दुश्मन हैं, लेकिन कानून से दुश्मनी के चलते दोनों ही भारतीय एजेंसियों की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल हैं. लांडा की तरह गोल्डी बराड़ की भी भारत को तलाश है. गोल्डी पर भी पाकिस्तान से अस्लहे और नशे की खेप की तस्करी के इल्जाम हैं. वैसे तो गोल्डी जुर्म की दुनिया में पहले से ही एक्टिव रहा है, लेकिन पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के क़त्ल के मामले में उसने जिस तरह से विदेश में बैठे ही क़त्ल की जिम्मेदारी ली और सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर इसे कबूल किया, उसने गोल्डी को रातों-रात और भी चर्चे में ला दिया.
गोल्डी ने ही निकाली थी सिद्धू मूसेवाला के क़त्ल की सुपारी
बाद में जब एजेंसियों ने मूसेवाला के क़त्ल की जांच शुरू की, तो बात सही निकली. भारत में क़त्ल को अंजाम देने वाले क़ातिलों और शूटरों से गोल्डी बराड़ के कनेक्शन की बात सामने आई. पता चला कि गोल्डी ने ना सिर्फ सिद्धू मूसेवाला के क़त्ल की सुपारी निकाली थी, बल्कि एक-एक शूटर और इनफॉर्मर को वो खुद विदेश से बैठे-बैठे गाइड भी कर रहा था. हुक्म दे रहा था.