
गुजरात के राजकोट में कॉलेज के 10 छात्रों को पुलिस के केवल इसलिए अरेस्ट कर लिया गया क्योंकि वो सार्वजनिक स्थान पर ऑनलाइन गेम PUBG खेल रहे थे. बताया जा रहा है कि गुजरात के कई जिलों में पांच दिन पहले ही PUBG को बैन करने के लिए नोटिस जारी किया गया है जिसके तहत यह कार्रवाई की गई है.
इस मामले में यह अब तक की पहली गिरफ्तारी है. पुलिस का कहना है कि हम यह कड़ा संदेश देना चाहते हैं कि पबजी को बैन करने वाला नोटिस महज कागज का टुकड़ा नहीं है. यह देश के छात्रों को गुमराह कर रहा है. इसलिए लोगों को जागरूक करने के लिए हम सख्त कदम उठा रहे हैं.
फिलहाल गिरफ्तार किए गए छात्रों को बेल पर अब छोड़ दिया गया है. लेकिन PUBG को लेकर सरकार के इस रवैये पर लोग खासे नाराज हैं. लोगों का कहना है कि यह मनोरंजन का साधन है और इस पर बैन लगाना गलत है.
मालूम हो कि ऑनलाइन पबजी (PUBG)गेम पर गुजरात सरकार ने कुछ दिनों पहले ही प्रतिबंध लगा दिया गया था. साथ ही राज्य के शिक्षा विभाग को यह निर्देश जारी किए थे कि यदि बच्चे स्कूल में पबजी या कोई अन्य लत वाले गेम खेलते हैं, उन्हें इनके नुकसान के बारे में बताया जाए और इसकी आदत को छुड़ाया जाए.
गुजरात सरकार का कहना है कि अब तक ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जिनमें PUBG के कारण हादसे हुए हैं. अभिभावक लगातार यह शिकायत भी करते रहे हैं कि इस गेम के कारण बच्चों में हिंसक प्रवृत्ति आ रही है. इसलिए इसे बैन करना जरूरी है.
जब PUBG पर पीएम मोदी बोले थे - टेक्नोलॉजी से बच्चों को दूर करना ठीक नहीं...
मालूम हो कि कुछ माह पहले हुए 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में पीएम मोदी ने PUBG को लेकर एक अभिभावक के सवाल पर कहा था कि ऑनलाइन गेम समस्या भी है और समाधान भी है. लेकिन यदि हम बच्चे को टेक्नोलॉजी से दूर कर दें तो यह ठीक नहीं होगा. इससे दूरी बनाना सही नहीं है. यदि मां- बाप थोड़ी रूचि लें. खाना खाते वक्त चर्चा करें उसे प्रोत्साहित करें तो ठीक होगा.