
सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर (Twitter) की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं. अब दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने अदालत में एक अर्जी लगाकर ट्विटर के फाउंडर जैक डोर्सी (Jack Dorsey) और ट्विटर इंडिया के पूर्व सीईओ मनीष माहेश्वरी (Manish Maheshwari) के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
इसी बीच नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (NCPCR) ने भी दिल्ली हाईकोर्ट में एक हलफनामा दायर कर एक मामले में ट्विटर को पार्टी बनाने की मांग की है.
मामला ट्विटर पर चाइल्ड पोर्न (Child Porn) से जुड़े कंटेंट का है. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने ट्विटर के खिलाफ FIR दर्ज की है. इस FIR में एक शिकायत का भी हवाला दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि कैसे एक फैक्ट चेक वेबसाइट के को-फाउंडर ने नाबालिग बच्ची का ऑनलाइन शोषण किया. दिल्ली पुलिस ने अपनी अर्जी में बताया है कि कैसे जब एक अकाउंट की जानकारी मांगी गई थी, तो ट्विटर ने जानकारी नहीं दी थी.
ये पूरा मामला NCPCR की उस शिकायत से जुड़ा हुआ है, जिसमें उसने ट्विटर पर गुमराह करने का आरोप लगाया है. NCPCR ने तर्क दिया था कि ट्विटर पर चाइल्ड पोर्न और डार्क वेब से जुड़ी कई लिंक्स हैं. इस मामले में जब ट्विटर के अधिकारियों को तलब किया तो ट्विटर ने अपने जवाब में कहा कि ट्विटर इंडिया और ट्विटर इंक दो अलग-अलग कंपनियां हैं. साथ ही ये भी कहा था कि वेबसाइट पर जो भी कंटेंट है, उस पर ट्विटर का कंट्रोल नहीं है.
हालांकि, जब जांच की तो NCPCR ने पाया कि ट्विटर इंक के पास ट्विटर इंडिया के 99% शेयर हैं. शिकायत में ये भी कहा गया था कि कैसे एक फैक्ट चेक वेबसाइट के को-फाउंडर ने एक नाबालिग बच्ची का ऑनलाइन शोषण किया और कैसे ट्विटर इस मामले की जानकारी भारतीय एजेंसियों से साझा करने की बजाय अमेरिकी एजेंसियों को दी जो पॉक्सो एक्ट का उल्लंघन है. अपनी FIR में NCPCR ने 10 ऐसे ट्विटर हैंडल की जानकारी भी दी थी जो चाइल्ड पोर्नोग्राफी में शामिल थे.
(रिपोर्टः मोहित शर्मा)