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चीनी हैकर्स ने भारत में कारोबार करने वाली इस कंपनी के खाते से उड़ाए 131 करोड़

चीन में बैठे हैकर्स ने इटली की एक कंपनी की भारतीय शाखा को तगड़ा चूना लगाया है. फर्जी ई-मेल का इस्तेमाल करते हुए हैकर्स ने इस कंपनी के खाते से 131 करोड़ रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
दिव्येश सिंह
  • मुंबई ,
  • 11 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 5:05 PM IST

चीनी हैकर्स ने एक इटालियन कंपनी की भारतीय शाखा से 131 करोड़ रुपये उड़ा लिए हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इस फर्जीवाड़े के लिए चीनी हैकर्स ने फिशिंग ई-मेल का इस्तेमाल किया है. यह ऐसा संदिग्ध ई-मेल होता है जिसके द्वारा किसी व्यक्ति या संस्था के बारे में संवेदनशील जानकारी जैसे यूजर नेम, पासवर्ड और क्रेडिट कार्ड का विवरण आदि हासिल कर लिया जाता है. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.

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टेक्नीमोंट प्राइवेट लिमिटेड (TCMPL) नाम की इस कंपनी का मुंबई के मलाड में रजिस्टर्ड ऑफिस है. कंपनी ने गत 5 जनवरी को ही इसकी शिकायत दर्ज कराई है. प्राप्त जानकार के अनुसार, कंपनी की चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) मारियो रुजा से कथित रूप से कुछ चीनी नागरिकों ने एक ऐसे ई-मेल आईडी से संपर्क किया जो उनके कंपनी की ग्रुप सीईओ के ई-मेल से बहुत मिलता जुलता था. बताया जा रहा है कि ग्रुप सीईओ के नाम से चीनी नागरिकों ने एक गोपनीय विलय एवं अधिग्रहण सौदे के लिए भारी रकम की मांग की.

पिछले साल 13 नवंबर को रुजा के पास ग्रुप सीईओ पियरोबर्टो फॉल्जिएरो के बिल्कुल मिलते जुलते नाम से ई-मेल आया. इस मामले में दर्ज शिकायत की कॉपी आजतक-इंडिया टुडे ने देखी है. उसमें कहा गया है कि ई-मेल पर सिग्नेचर भी बिल्कुल उनके ग्रुप सीईओ से मिलता-जुलता था. सीईओ के छद्म मेल से संवाद करने वाले हैकर्स ने रुजा से कहा कि वह एक अलग बनाकर सीईओ से संवाद करें, क्योंकि यह मसला एक बहुत गोपनीय कंपनी अधिग्रहण एवं खरीद सौदे से जुड़ा है. इसमें बताया गया कि कंपनी एक बड़े चीनी समूह के शेयरों का फायदा उठाने के लिए मर्जर एवं एक्विजिशन सौदा कर रही है और इसके लिए उन्हें लुईजी कोराडी नामक वकील से संवाद करना होगा. ई-मेल में कहा गया कि कोराडी की फर्म ने टीसीएमपीएल की खरीद में सहयोग कर रही है और इस डील को फाइनल करने के लिए उन्हें फंड ट्रांसफर की जरूरत होगी.

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कोराडी ने रुजो से फोन पर और ई-मेल पर संपर्क भी किया और एक इनवाइस भेजकर 56 लाख डॉलर (करीब 131 करोड़ रुपये) एकाउंट में ट्रांसफर करने की मांग की. इसके बाद रुजो ने अपनी कंपनी के एकाउंट हेड से फंड ट्रांसफर करने को कहा.

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