
केंद्र सरकार ने मोबाइल गेम पबजी पर प्रतिबंध लगा दिया है. हाल ही में प्रतिबंधित पबजी का नशा दिल्ली के एक किशोर के सिर पर ऐसा चढ़ा कि उसने अपने दादा के खाते पर ही हाथ साफ कर दिया. किशोर ने दादा के खाते से 2 लाख रुपये से अधिक की धनराशि ट्रांसफर कर पबजी पर लुटा दी.
इसका खुलासा तब हुआ, जब बीएसएनएल से रिटायर्ड पेंशनर दादा के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर खाते से 2500 रुपये डेबिट किए जाने का मैसेज आया. खाते महज 275 रुपये बचे होने का मैसेज देख पेंशन धारक दादा के होश उड़ गए. पीड़ित ने जब जानकारी ली तो पता चला कि उसके खाते से दो महीने के अंदर पेटीएम के जरिए 2 लाख 34 हजार से अधिक रुपये डेबिट हुए हैं.
पीड़ित ने इस संबंध में दिल्ली पुलिस से शिकायत की. पीड़ित ने अपनी तहरीर में यह भी आरोप लगाया कि पैसे ट्रांसफर किए जाने के संबंध में उसके फोन पर कोई ओटीपी भी नहीं भेजा गया. दिल्ली पुलिस ने जब तहकीकात कर पेटीएम आईडी धारक को पकड़ा. पेटीएम आईडी 23 साल के पंकज कुमार के नाम से थी. केवाईसी भी हो चुकी थी.
पंकज ने बताया कि उसके नाबालिग दोस्त ने उससे उसकी पेटीएम आईडी और पासवर्ड मांगा था. उसने बताया था कि उसकी पेटीएम आईडी की केवाईसी नहीं हुई है. पंकज के पेटीएम से पबजी के लिए गूगल प्ले को कई पेमेंट किए गए थे. तहकीकात आगे बढ़ी तो यह कारस्तानी पेंशनर के पोते की ओर से ही अंजाम दिए जाने का खुलासा हुआ.
साइबर सेल ने जब आरोपों के घेरे में आए पोते को पकड़कर पूछताछ की तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया. उसने यह भी बताया कि पैसे ट्रांसफर करने के बाद वह ओटीपी का मैसेज डिलीट कर देता था, जिससे पैसे निकाले जाने की जानकारी किसी को न लगे और यह बैंक खाता हैक किए जाने का मामला लगे.