
दिल्ली पुलिस ने लोगों को शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करके बंपर मुनाफा कमाने का लालच देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. साइबर सेल ने इस गिरोह के नौ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक महिला भी शामिल है. आरोपियों ने चार लोगों को धोखा देकर 2.38 करोड़ रुपए की ठगी की थी. पैसों की वसूली की कोशिश की जा रही है.
पुलिस अधीक्षक (आईएफएसओ) हेमन्त तिवारी ने कहा, "17 जनवरी को ट्रेडिंग एप्लिकेशन के माध्यम से निवेश के बहाने धोखाधड़ी करने के संबंध में विशाल सोढ़ी नामक एक शख्स ने शिकायत दर्ज कराई थी. इसी तरह की शिकायतें तीन अन्य लोगों मनोज कुमार, राजबीर यादव और शैलेन्द्र कुमार से भी मिली थीं. सभी पीड़ित दिल्ली के रहने वाले हैं, जिनसे ठगी हुई है.''
पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि उन्हें एक मैसेंजर ग्रुप में जोड़ा गया था. वहां उन्हें स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में ट्रेनिंग देने के लिए ऑनलाइन ट्यूटोरियल आयोजित किए गए थे. इसके बाद उनके संबंधित बैंक खातों के माध्यम से कई कंपनियों में निवेश करने का लालच दिया गया. इस तरह पीड़ितों ने करीब 2.38 करोड़ रुपए शेयर बाजार में निवेश के लिए दे दिया था.
डीसीपी ने बताया कि साइबर ठगी की इन शिकायतों के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई और आगे की जांच की गई. इस दौरान 25 बहु-लाभार्थी बैंक खाते पाए गए, जिनमें जालसाजों ने शिकायतकर्ताओं से अपना पैसा जमा करने के लिए कहा था. आरोपी के डिजिटल लेनदेन और अकाउंट से जुड़ी जानकारी के आधार पर एक संदिग्ध की मुनीश शर्मा (37) की पहचान की गई.
इसके बाद दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके से मुनीश शर्मा गिरफ्तार कर लिया गया. उसकी निशानदेही पर इस गिरोह में सक्रिय आठ अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस के अनुसार, आरोपी विकास बंसल और उसके सहयोगियों मनोज बंसल, तुषार गर्ग ने 400 से अधिक फर्जी फर्में खोली हैं. इन फर्मों से जुड़े 400 से अधिक बैंक खाते भी खोले गए हैं.
जालसाज इन बैंक खातों का इस्तेमाल ठगी का पैसा निकालने के लिए कर रहे थे. वे अपने ठगी की कमाई को ठिकाने लगाने के लिए गरीब लोगों से संपर्क करते थे. उन्हें मोटी रकम के बदले उनके नाम पर बैंक खाते खोलने के लिए राजी करते थे. इतना ही नहीं उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य केवाईसी दस्तावेज भी एकत्र कर लिए और उनके नाम पर फर्जी फर्में खोल दी.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने फर्जी फर्मों को पंजीकृत करने के लिए दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर परिसर किराए पर लिए थे. गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मुनीष शर्मा, गौरव कुमार (34), परमजीत (27), राम कुमार रमन (32), विकास बंसल (52), तुषार गर्ग (30), मनोज बंसल (50), राजेश कुमार गोयल (57) और रचना (26) के रूप में की गई है. आरोपी दुबई स्थित साइबर ठगों को फर्जी बैंक खाते बेच रहे थे.