
कैशलेस इंडिया का नारा देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में नोटबंदी जैसा कड़ा और अहम फैसला लिया था, लेकिन इसके बाद ऑनलाइन हैकर्स बेहद सक्रिय हो गए है. हैकर्स की नजर आपकी ऑनलाइन शॉपिंग और ट्रांजेक्शन पर होती है. हैकर्स बेहद हाई क्वालिटी के सॉफ्ट्वेयर्स के साथ कंपनी और कस्टमर को शिकार बनाने में लगे हुए है.
इस बार ऑनलाइन फर्जीवाड़े का जो मामला सामने आया है, वो अब तक का पहला मामला है. असल में दिल्ली पुलिस को एक ऑनलाइन कपंनी गिफ्टर ने शिकायत दी, जिसमें बताया गया कि ई गिफ्ट वाऊचर के दौरान उन्हें 92 लाख का नुकसान हुआ है. ये गड़बड़ी कैसे हुई इस बात का पता कंपनी को नहीं चल पा रहा है.
गिफ्टर एक ऐसी ऑनलाइन कंपनी है, जो ऑनलाइन शॉपिंग की कई कंपनी जैसे amazon और flipkart की तरह अपने रेगुलर कस्टमर को सस्ते में सामान देने के लिए ई-गिफ्ट वाऊचर निकालती है. इसी दौरन बीसीए कर रहे कुछ लड़कों के दिमाग में एक खुरापात आई, जिससे साइट को फ्रिज करके कंपनी को ही लूटा जा सके और उनको कानोकान खबर तक न हो.
इस मामले में पुलिस ने सनी नेहरा, आजाद चौधरी, प्रखर और तेजवीर नामक युवकों को गिरफ्तार किया है. इनमें सनी नेहरा पूरे गेम का मास्टरमाइंड है. वह शुरुआत से हैकर बनना चाहता था. इसके लिए वो इंटरनेट के जरिए देश-विदेश के हैकर्स के संपर्क में रहता था. हैकिंग के नए-नए तरीके सीखता रहता था. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.