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ऑनलाइन लेक्चर, हैकरों की फौज... मेवात के गांवों में साइबर ठगी की कोचिंग, एक लाख रुपये तक ले रहे फीस  

मेवात के नूंह में साइबर ठगों को पकड़ने के बाद अब पुलिस ठगों के कोचिंग सेंटर पर एक्शन ले रही है. पुलिस को ठगों ने बताया कि वो ट्रेनिंग लिए हुए लोगों से प्रशिक्षण ले रहे हैं. इसके लिए वो 40 हजार से एक लाख रुपये तक की फीस भी दे रहे हैं.

सांकेतिक फोटो सांकेतिक फोटो
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 मई 2023,
  • अपडेटेड 3:04 PM IST

हरियाणा के नूंह में साइबर ठगों को पकड़ने के बाद अब पुलिस ठगों के कोचिंग सेंटर पर एक्शन ले रही है. नूंह के गांवों में कोचिंग सेंटर्स के जरिए साइबर ठगी की ट्रेनिंग दी जाती है. ठगी की वारदात को कैसे अंजाम दिया जाए, ये सीखने के लिए हैकर 40 हजार से एक लाख रुपये तक की फीस देते हैं. 

ठगी की ट्रेनिंग में जामताड़ा कनेक्शन भी सामने आया है. ठगी की क्लास लगाने वाले इन अवैध कोचिंग सेंटर्स का अपना पाठ्यक्रम और यूनिफॉर्म भी थी. इसमें ऑनलाइन लेक्चर भी दिए जाते थे. पुलिस इन कोचिंग सेंटर के नेटवर्क को भी ध्वस्त करने की तैयारी में जुटी हुई है. वहीं पुलिस की कार्रवाई के बाद गांवों में सन्नाटा पसरा हुआ है. गांव के ज्यादातर युवा पड़ोसी जिलों और राज्यों में रहने वाले अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं.  

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बता दें कि बीते शुक्रवार को एसटीएफ और नूंह पुलिस ने पांच हजार पुलिसकर्मियों के साथ 14 गांवों में एक साथ 300 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस कार्रवाई में 47 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और 160 लोगों को हिरासत में लिया गया था. उसके बाद पुलिस को जानकारी मिली कि क्षेत्र में साइबर ठगी ही नहीं यह लोग इसकी ट्रेनिंग देने का काम भी करते थे.  

कैसे दी जाती है ट्रेनिंग? 

ठगी सीखने के लिए एक या दो कमरों के मकान पर टिनशेड में ट्रेनिंग दी जाती है. इसके अलावा ऑनलाइन क्लास भी लगाई जाती है. पुलिस को पता चला है कि यहां के कुछ लोग जामताड़ा के ठगों से ट्रेनिंग ले चुके हैं. पुलिस अधिकारी ने कहा कि ट्रेनिंग के इस खेल में जामताड़ा कनेक्शन भी सामने आया है. कार्रवाई के दौरान ठगों से मिले सिम कार्डों की डिटेल भारतीय साइबर क्राइम समन्वय केंद्र को भेज रहे हैं. वहां से इनके दूसरे राज्यों में बैठे ठग और इनकी ट्रेनिंग आदि का पता चलेगा.  

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इन तरीकों से ठगी को दिया जाता है अंजाम 

देश में साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. मामलों में किस तरह से तेजी आ रही है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि पिछले एक साल में https://cybercrime.gov.in/ पर 20 लाख से अधिक शिकायतें दर्ज कराई गईं और 40 हजार एफआईआर दर्ज की गईं. डिजिटल दुनिया के इस दौर में बदलते समय के साथ ठगी के तरीके भी बदलते जा रहे हैं. ठग अलग अलग तरीकों से ठगी करते हैं, लेकिन इन 10 तरीकों से ठग ज्यादातर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं.  

1- एटीएम ब्लॉक
2- क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड पॉइंट
3- बिजली बिल होल्ड
4- मूवी रेटिंग के नाम पर
5- वर्क फ्रॉम होम जॉब
6- पेटीएम के जरिए फ्रॉड
7- न्यूड व्हाट्सएप कॉल
8- पुलिस के नाम पर ठगी
9- सस्ते दाम में कस्टम के माल के नाम पर ठगी
10- OlX के जरिए ठगी 

 

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