
कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया पत्रकार मनब गुहा को गिरफ्तार किया. मनब गुहा पर मोमिनपुर हिंसा की आड़ में कथित तौर पर भड़काऊ और सांप्रदायिक हिंसा फैलाने वाले वीडियो शेयर करने का आरोप है. पुलिस का कहना है कि ऐसे वीडियो से समाज में तनाव और फैल सकता था.
मोमिनपुर इलाके में 9 अक्टूबर को दो समुदायों में विवाद हो गया था. लक्ष्मी पूजा के मौके पर दो गुट आमने-सामने आ गए थे. उसी रात बाद में इकबालपुर पुलिस थाने का प्रदर्शनकारियों ने घेराव किया था और जमकर पत्थरबाजी की. पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके गए, ईंटों से हमला हुआ. दावा तो यहां तक हुआ कि उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर बम फेंके. इस हमले में 9 पुलिसकर्मी जिसमें दो IPS भी शामिल रहे, घायल हुए. IPS सौम्या राय को तो पैर में गंभीर चोटें आई हैं और उनका अस्पताल में इलाज जारी है.
अब तक 40 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां कीं हैं. पुलिस ने अब तक चार मामले दर्ज किए गए हैं. साथ ही 40 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. कोर्ट ने सभी को सात दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. इन सभी आरोपियों पर मारपीट, प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने जैसे कई गंभीर आरोप लगे हैं. वहीं तनाव के बाद इलाके में 12 अक्टूबर तक धारा-144 लागू कर दिया था.
26 वाहन और 6 दुकानें तोड़ दी गईं
पुलिस के मुताबिकबवाल में कुल 6 दुकानों को नुकसान हुआ, चार टैक्सी, 20 स्कूटर को भी तोड़ दिया गया. इसके अलावा 2 बाइकों को आग के हवाले भी किया गया. जब यह तोड़फोड़ की जा रही थी, सीसीटीवी में सबकुछ कैद हुआ, ऐसे में पुलिस दावा कर रही है कि आने वाले दिनों में और भी लोगों की गिरफ्तारी हो सकती हैं.
बीजेपी ने नोआखाली दंगों से तुलना की
बीजेपी के सोशल मीडिया प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर के जरिए राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने 1946 के नोआखाली दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि लोग इतिहास से सबक नहीं ले रहे और उसे दोहरा रहे हैं. उन्होंने इसी दिन कोजागरी लक्ष्मी पूजा के दिन हुई घटना से मामले की तुलना की. इस हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल में नेता विपक्ष सुभेंदु अधिकारी ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इलाके में सेंट्रल फोर्स को तैनाती की मांग की है.