
प्रयागराज महाकुंभ को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो या पोस्ट शेयर करने वालों के खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है. इस संबंध में रविवार को कुछ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इन लोगों पर नेपाल से जुड़ी एक घटना का वीडियो महाकुंभ का बताकर सोशल मीडिया पर शेयर करने का आरोप है. मेला पुलिस ने ऐसे लोगों के लिए चेतावनी जारी की है.
इस संबंध में कुंभ मेला पुलिस ने एक्स पर लिखा है, ''नेपाल की घटना से संबंधित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुंभ, प्रयागराज का बताकर अफवाह फैलाने वाले सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध कुंभ मेला पुलिस द्वारा एफआईआर पंजीकृत करके वैधानिक कार्यवाही की जा रही है.'' इस पोस्ट के साथ ब्रजेश कुमार प्रजापति नामक एक एक्स यूजर के पोस्ट का स्क्रिन शॉट भी अटैच किया गया है.
ब्रजेश कुमार प्रजापति ने एक वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ''महाकुंभ_2025_प्रयागराज यानी मौत का महाकुंभ... भगदड कांड में एक परिवार से तीन-तीन लोगों की जान गई. परिजन पोस्टमार्टम हाऊस से कंधे पर शवों को लेकर जा रहे हैं. कम से कम एम्बुलेंस के माध्यम से शवों को उनके जन्म स्थान तक पहुंचाने में मदद करनी चाहिए.'' हालांकि, एक्स यूजर का ये दावा गलत है.
बता दें कि बसंत पंचमी के अवसर पर महाकुंभ में होने वाले अंतिम अमृत स्नान से पहले पुलिस और प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'जीरो एरर' के निर्देश के अनुपालन पर सभी ने पूरी ताकत लगा दी है. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई भगदड़ के 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 घायल हो गए. इसके बाद यूपी सरकार सख्त हो गई है.
यूपी सरकार ने मेले के सुचारू संचालन की निगरानी के लिए दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को भी तैनात किया है, जो साल 2019 अर्धकुंभ को सफलतापूर्वक आयोजित करने वाली टीम का हिस्सा थे. प्रयागराज में प्रशासन का अनुभव रखने वाले आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी, मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के साथ जुड़ गए हैं. अब अधिकारियों की इस तिकड़ी के पास कुंभ की बड़ी जिम्मेदारी है.
अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर खुद मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण उपायों की देखरेख कर रहे हैं. महाकुंभ हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने शनिवार को प्रयागराज का दौरा किया. उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया. घायलों को देखने के लिए विभिन्न अस्पतालों का दौरा किया. बसंत पंचमी स्नान की तैयारियों के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने बिना किसी त्रुटि के निष्पादन का निर्देश दिया है.
रविवार की सुबह एडीजी भास्कर मेला प्राधिकरण भवन में स्थित एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र (ICCC) पहुंचे. वहां उन्होंने बड़े स्क्रीन के माध्यम से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र, चौराहों और प्रवेश बिंदुओं पर निगरानी रखी. लोगों की भीड़ को घाटों से हटाने के लिए लाउडस्पीकर से खुद निर्देश जारी किए. उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा, "स्नान के बाद घाटों पर अनावश्यक रूप से न रुकें, अन्य श्रद्धालुओं के लिए जगह खाली कर दें.''
उन्होंने मेला क्षेत्र में मौजूद पुलिस अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि घाटों पर कहीं भी भीड़ एकत्र न हो और श्रद्धालु स्नान के बाद तुरंत अपने अगले गंतव्य के लिए निकल जाएं. पवित्र स्नान करके लौट रहे रूपम चंद्र ने बताया, "संगम घाट पर स्नान के बाद श्रद्धालुओं को हटाया जा रहा है. घाटों को खाली कराने के लिए पुलिस की टीम हर दिशा में सीटी बजा रही है.''
मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि पूरे पुलिस बल को मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं. इस बीच लखनऊ से आए प्रशासनिक अधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी और आशीष गोयल अपने पिछले अनुभव साझा कर मेला प्रशासन की मदद कर रहे हैं. साल 2019 के कुंभ में गोस्वामी प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष थे, जबकि गोयल मंडलायुक्त थे.