
दिल्ली से सटे हरियाणा के गुडगांव शहर में पुलिस ने शादी का झांसा देकर ठगी करने वाले एक इंटरनेशनल रैकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस संबंध में दो नाइजीरियन नागरिकों और एक भारतीय महिला को गिरफ्तार किया है. ये लोग एक मैरिज पोर्टल के जरिए भोली भाली महिलाओं को फंसाकर उनके साथ ठगी करते थे.
दरअसल, गुड़गांव पुलिस को एक महिला इंजीनियर ने शिकायत देकर बताया कि उसने जीवन साथी डॉट काम पर अपना प्रोफाइल डाला हुआ था. उसी साइट पर उसकी दोस्ती जैफ डेनिस नामक एक शख्स से हो गई. जैफ खुद को इग्लैंड निवासी बताता था. वह खुद को एक निजी कंपनी में वरिष्ठ पद पर कार्यरत बताता था.
महिला का कहना है कि उसके पास एक दिन एक मोबाइल नंबर से फोन आया. फोन करने वाले शख्स ने अपना नाम जैफ डेनिस बताया. इसके बाद से मोबाइल पर बातचीत होने लगी. बात दोस्ती से आगे निकलकर शादी तक जा पहुंची. जैफ ने महिला से शादी करने का वादा कर लिया. इस सिलसिले में वह भारत आने की बात करने लगा.
मगर इसी दौरान उसने परेशान होने का बहाना बताया. उसने खुद को परेशानी में बता कर महिला से अलग-अलग खातों में करीब दस लाख की रकम जमा करा ली. उसने महिला से वादा किया कि वह ये पैसा जल्द लौटा देगा लेकिन इसके बाद उसका फोन जब बंद आने लगा.
महिला इंजीनियर को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को मामले की शिकायत दर्ज कराई. मामला क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया गया. जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने हिलेरी नामदी ओकोली को श्रीनिवासपुरी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया. उसकी निशानदेही पुलिस ने सामुएल और रीता वासुमोटारी को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के मुताबिक मूल रूप से असम की रहने वाली रीता बैंक अधिकारियों को झांसे में लेकर फर्जी नाम से बैंक खाते खुलवा लेती थी. इन्हीं खातों में जैफ डेनिस ने महिला को झांसा देकर रकम जमा कराई थी. पूछताछ में रीता उर्फ रीना वासुमोटारी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया.
वह फर्जी खाते खुलवाकर डेबिट कार्ड और पासबुक इन दोनों आरोपियों को देती थी. जिनके बदले वह प्रत्येक खाते के 10000 लेती थी. वह महिलाओं को कभी कस्टम तो कभी अन्य विभाग की अधिकारी बनकर फोन भी करती थी. धोखाधड़ी करके रकम डलवाने का काम वही करती थी.
पुलिस ने रीता के पास से पहचान पत्र, पैन कार्ड, आधार कार्ड, डेबिट कार्ड, बैंक चेकबुक, बैंक पासबुक और मोबाइल फोन बरामद किए हैं. अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है. पुलिस इस रैकेट के अन्य सदस्यों को तलाश कर रही है.