
दिल्ली पुलिस ने तीन इंजीनियरिंग के छात्रों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि ये तीनों फेक एप्लीकेशन से फर्जी पेमेंट दिखाकर दुकानदारों को ठगना चाहते थे. एक दुकानदार के सामने उनकी चालाकी चल नहीं पाई और ये तीनों छात्र पकड़े गए.
मामला गुरुवार का है. दिल्ली की सरोजिनी नगर मार्केट में 4 इंजीनियरिंग के छात्र पहुंचे. एक दुकान पर जाकर 4700 रुपये की एक स्मार्ट वॉच देखते हैं और पसंद करते हैं. फिर दुकानदार को पेटीएम से पेमेंट करते हैं. पेमेंट स्कैन करके की जाती है. लेकिन दुकानदार को पेमेंट रिसीव नहीं होती. दुकानदार ने जब छात्रों से कहा तो उन्होंने अपने मोबाइल में पेमेंट का रिसीविंग दिखाया जो फर्जी था.
तभी दुकानदार को ठगी का आभास होने लगा और उसने बिना देर किए पुलिस को इस बात की सूचना दी. पुलिस की टीम को आते देख चारों छात्र दुकान से भागने लगे. पुलिस वालों ने पीछा करके 4 में से 3 छात्रों को पकड़ लिया. जांच में पता चला कि ये चारों बी. टेक के छात्र हैं. और फेक एप्लीकेशन से पेमेंट दिखाकर लोगों से चीटिंग कर रहे थे.
फरीदाबाद में इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर ठगी
उधर, एनसीआर के फरीदाबाद शहर में इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए साइबर थाने की टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी लैप्स हो चुकी पॉलिसी पर अच्छा मुनाफा दिलवाने का लालच देकर पॉलिसी धारकों के साथ लाखों की ठगी करते थे. आरोपियो के कब्जे से तीन मोबाइल फोन और 9 लाख 60 हजार रुपये की नकदी बरामद हुई है. साथ ही आरोपियों के खाते में रखे 2 लाख 45 हजार रुपये भी फ्रीज़ कर दिए गए हैं.
पकड़े गए आरोपियों की पहचान शुभम, दीपक, राज प्रताप, संजीव और अनुराग के तौर पर हुई है. आरोपियों को 19 मार्च 2021 को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद रिमांड पर लेकर इनसे पूछताछ की गई. आरोपियों ने कई वारदात कबूल की हैं. उन्होंने लोगों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी की है. आरोपियों के खिलाफ 18 मार्च 2021 को साइबर थाने में आईपीसी की धारा 406, 419, 420 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था. ये आरोपी बहुत ही शातिराना तरीके से भोले भाले लोगों को अपने चंगुल में फंसाकर उनसे पैसे ऐंठते थे. आरोपियों ने धोखाधड़ी करने के लिए एक पूरा गिरोह बनाया हुआ था और फर्जी सिम कार्ड के साथ-साथ फर्जी बैंक अकाउंट भी खुलवा रखे थे.
फरीदाबाद के सेक्टर 29 में रहने वाले नेत्रपाल सिंह के साथ इन शातिर बदमाशों ने 14 लाख 40 हजार 710 रुपये की धोखाधड़ी की थी. नेत्रपाल ने इस मामले में धोखाधड़ी की शिकायत 18 मार्च 2021 को साइबर थाने में दर्ज कराई थी. उसी के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. जबकि इनका एक साथी फरार है, जिसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.