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UP: साइबर सेल ने ऑनलाइन ठग गिरोह का किया पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तार

एचएसबी नाम का ऑनलाइन फ्रॉड कंपनी मध्य प्रदेश के बालाघाट में है. वहां की पुलिस की लीड मिलने पर देवरिया पुलिस ने इस रैकेट का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

मध्यप्रदेश के बालाघाट से यूपी के देवरिया तक इस गैंग का फैला जाल. (प्रतीकात्मक फोटो) मध्यप्रदेश के बालाघाट से यूपी के देवरिया तक इस गैंग का फैला जाल. (प्रतीकात्मक फोटो)
राम प्रताप सिंह
  • देवरिया,
  • 18 जून 2021,
  • अपडेटेड 6:31 PM IST
  • मध्यप्रदेश के बालाघाट से यूपी के देवरिया तक इस गैंग का फैला जाल
  • आरोपियों के पास से 101 पैक मोबाइल और 166 पैन कार्ड बरामद

यूपी की देवरिया पुलिस की साइबर सेल ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो लोगों से ऑनलाइन पैसे की ठगी कर अपने फेक अकाउंट में ट्रांसफर करते थे. उसके बाद बड़े-बड़े ऑनलाइन कंपनियों से विभिन्न आईडी पर मोबाइल और अन्य सामानों की पर्चेजिंग कर मंगवाकर खुले मार्केट में बेच देते थे.

एचएसबी नाम का ऑनलाइन फ्रॉड कंपनी मध्य प्रदेश के बालाघाट में है. वहां की पुलिस की लीड मिलने पर देवरिया पुलिस ने इस रैकेट का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 101 पैक मोबाइल, 166 पैन कार्ड, 11 पासबुक, 30 ATM कार्ड, 1 ग्रीन कार्ड ,11 चेक बुक और एक लाख 61 हजार रुपये कैश बरामद किया है. पकड़े गये अभियुक्तों के नाम शुभम गुप्ता और संजय चौरसिया है. ये दोनों देवरिया के रहने वाले हैं.

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गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के बालाघाट में एचएसबी नाम का एक ग्रुप है जो ऑनलाइन ठगी में लिप्त है. इस ग्रुप से देवरिया में भी कुछ युवक जुड़े थे. देवरिया एसपी के मुताबिक, मध्य प्रदेश के बालाघाट में पुलिस ने इस ग्रुप के कई सदस्यों को पकड़कर ऑनलाइन ठगी गैंग का पर्दाफाश किया था. उसी की लीड पर देवरिया पुलिस ने चार अभियुक्तों को साइबर सेल की मदद से दबोच लिया है. 

पकड़े गए आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. इसमें दो अभियुक्तों की संलिप्तता पाई गई है. इनके विरुद्ध सदर कोतवाली में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.

एसपी डॉक्टर श्रीपति मिश्रा का कहना है कि साइबर सेल और कोतवाली पुलिस ने ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो ऑनलाइन फ्रॉड करके उनके पैसे ठगी करके अपने फेक अकाउंट में ट्रांसफर कराते थे. इसके बाद वे लोग तुरंत उस फेक अकाउंट से विभिन्न इंपॉर्टेंट कंपनियों के जैसे फ्लिपकार्ट है एमाजॉन है. वहां से सामान खरीद लेते थे और सामान मंगाते थे. वह भी डिफरेंट आईडी पर सामान आता था. 

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डॉक्टर श्रीपति मिश्रा ने आगे बताया कि अपराधियों तक समान पहुंचने के बाद वे उसे ओपन मार्केट में बेचते थे. इनका एक ग्रुप चलता है. इनका ग्रुप लीडर मध्यप्रदेश के बालाघाट से है. बालाघाट पुलिस ने इसी ग्रुप के कई सदस्यों को पकड़कर ऑनलाइन ठगी गैंग का पर्दाफाश किया था. वहां से हमें लीड मिली. 

उसके आधार पर हमारी टीम ने गिरफ्तारी की. जिसमें चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया. 2 लोगों के पास से जो 117 मोबाइल एटीएम कार्ड, एक लाख 61 हजार बरामद हुआ है. दो को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा है. इस संबंध में पुलिस टीम और भी जांच कर रही है और उम्मीद कर रही है कि रिकवरी भी होगी.

 

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