महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है जो कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में डॉक्टरों द्वारा इस्तेमाल कर फेंक गए रबर के हैंड ग्लवज को फिर से वॉशिंग मशीन में साफ कर उन्हें नए सिरे से पैक कर बड़े पैमाने पर बेचता था.
(इनपुट : इसरार चिश्ती)
पुलिस ने सोमवार को वालूज के पास साजापुर के एक गोदाम पर छापा माकर कई दस्ताने बरामद किए हैं. बताया जा रहा है कि नवी मुंबई के गामी इड्रस्ट्रियल पार्क, पावणे में कुछ लोग इस्तेमाल किए दस्तानों को इकट्ठा कर मशीन में उनकी धुलाई और नई पैकिंग करके फिर से बेचने के लिए तैयार कर रहे थे.
मुंबई पुलिस ने बेलापुर में छापा मारकर चार लाख के इस्तेमाल हुए दस्तानों को जब्त किया और इसके आरोपी प्रशांत अशोक सुर्वे को गिरफ्तार किया. पुछताछ प्रशांत ने पुलिस को बताया कि औरंगाबाद के एमआईडीसी इलाके में भी इसी तरह के इस्तेमाल दस्तानों को बड़ी संख्या में छिपाया गया है.
इसके बाद मुंबई पुलिस और वालूज एमआईडीसी पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरोह से जुड़े एक और आरोपी शेख फरोज और शेख इनायत को गिरफ्तार किया. उनकी निशानदेही पर साजापुर स्थित गट नंबर 13, प्लॉट नंबर 185 के गोदाम पर छापा मारकर 19 टन इस्तेमाल किए हुए दस्ताने जब्त किए.
पुलिस के मुताबिक इस गिरोह के तार देश के कई राज्यों से जुड़े हैं, जिनकी जांच की जा रही है. यह धंधा कोरोना काल में ज्यादा बढ़ा है. पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है. आने वाले समय में कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं.