जापान में ट्विटर किलर के नाम से चर्चित एक सीरियल किलर ने अदालत में 9 लोगों की हत्या का जुर्म कुबूल कर लिया. आरोपी ट्विटर के जरिए पहले लोगों को लुभाता था और फिर मौका मिलते ही उनकी हत्या कर देता था.
27 साल के तकाहीरो शिराशि ने स्वीकार किया कि उसने नौ लोगों की हत्या की है. हालांकि समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि शिराशि के वकील ने दलील दी कि आरोपों को कम किया जाना चाहिए क्योंकि 'ट्विटर किलर' ने उन लोगों की हत्या की थी जो किसी न किसी चीज से पीड़ित थे और अपनी मौत चाहते थे. वकील ने कहा ऐसे लोगों ने आत्महत्या के विचार व्यक्त किए थे. वकील ने दावा किया कि मारे गए लोगों ने अपनी मौत के लिए "सहमति" दी थी.
शिराशि अगर इन हत्या के मामलों में दोषी पाया जाता है तो उसे मौत की सजा का सामना करना पड़ेगा. जापान में मौत की सजा अभियुक्त को फांसी पर चढ़ाकर दी जाती है. सीरियल किलर पर बलात्कार के भी आरोप लगे हैं. समाचार एजेंसी एएफपी ने एक चैनल पर चलाए गए रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि शिराशि पर आरोप है कि उसने पीड़ितों को भगाने और टूलबॉक्स में उनके अंगों को जमा करने की वजह से उसके हाथों मारे गए लोगों की गिनती नहीं की.
हालांकि, शिराशि के वकील चाहते हैं कि उन पर लगे आरोप "सहमति से हत्या" में सजा कम हो जाएं. शिराशि जो खुद को ट्विटर पर "द हैंगिंग प्रो" कहते थे, ने कथित तौर पर आत्महत्या संबंधित वेबसाइटों का उपयोग करके इंटरनेट पर लोगों से संपर्क किया. उनके ट्विटर बायो में लिखा हुआ था "मैं उन लोगों की मदद करना चाहता हूं जो वास्तव में दर्द में हैं, कृपया मुझे कभी भी डीएम करें."
भीषण हत्यारा बनने से पहले, शिराशि काबुचिचो जिले में स्थित वैश्यालय के लिए एक स्काउट के रूप में काम किया करता था. मैनिची शिंबुन के साथ एक साक्षात्कार में, शिराशि ने कहा कि वह अपने वकीलों से असहमत हैं और अभियोजकों को बताएंगे कि उन्होंने "बिना सहमति के हत्या को अंजाम दिया.
जो लोग उसी सीरियल किलर के हाथों मारे गए उनके सिर के पीछे चोट के निशान थे. इसका मतलब ये हुआ कि हत्या के लिए कोई सहमति नहीं थी और आरोपी ने ऐसा इसलिए किया ताकि वे विरोध न करें.
शिराशि को तीन साल पहले पुलिस ने एक 23 वर्षीय महिला के लापता होने की जांच के लिए हिरासत में लिया था, जिसने कथित तौर पर खुद को मारने की इच्छा के बारे में ट्वीट किया था. जब वह लापता हो गई, उसके भाई ने उसके ट्विटर अकाउंट को खंगाला जहां उसे कुछ संदिग्ध मैसेज मिले.
पुलिस ने 2017 में शिराशि के घर पर छापा मारकर इस भयावह घटनाक्रम का पर्दाफाश किया था. उसके घर से नौ शव निकाले गए थे. कूलर और टूलबॉक्स में लगभग 240 से अधिक मानव हड्डी के हिस्से छुपा कर रखे गए थे.