उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से एक मानवता को शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है. जहां पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही देखने को मिली. सरकारी ट्रॉमा सेंटर द्वारा एंबुलेंस उपलब्ध न कराए जाने पर 6 साल की बच्ची के शव को परिजनों को मोटरसाइकिल पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
(फोटो- सुधीर शर्मा)
मृत बच्ची के परिजनों ने बताया कि एक मार्च को उनकी बच्ची का एक्सीडेंट हुआ था. मंगलवार रात बच्ची की हालत बेहद खराब हो गई. इस पर डॉक्टरों ने उसे आगरा रेफर कर दिया. बुधवार सुबह करीब चार बजे परिजन अपनी बच्ची को लेकर आगरा पहुंचे. यहां चिकित्सकों ने उसको भर्ती करने से मना कर दिया और घर ले जाने की बात कही.
इसके बाद परिजन सरकारी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे जहां पर डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया. लेकिन शव ले जाने के लिए किसी तरह के वाहन की व्यवस्था नहीं कराई और शव को सरकारी ट्रॉमा सेंटर से पोस्टमार्टम हाउस पर लेकर पहुंचे.
मामला संज्ञान में आने पर कार्यवाहक सीएमएस डॉक्टर आलोक कुमार खुद सरकारी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि परिजन स्टाफ के बिना संज्ञान के बालिका के शव को ले गए थे.
इस घटना के बाद से जिला प्रशासन में हड़ंकप मचा हुआ है. वहीं बच्ची के परिजनों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के इस रवैया उन्हें काफी निराशा हुई है. सरकार को इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है.