राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ क्षेत्र में एक महिला विधायक पर हेड कांस्टेबल को थप्पड़ मारने का मामला सामने आया है. अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है और आरोप- प्रत्यारोप शुरू हो गया है. विधायक रमिला खड़िया का कहना है कि मैं मौक पर जरूर गई थी पर हेड कांस्टेबल को थप्पड़ नहीं मारा है.
(इनपुट- राजेश सोनी)
बताया जा रहा है कि कांस्टेबल महेन्द्र नाथ ने विधायक के भतीजे की बाइक रोककर उसका चालान काट दिया था. इससे गुस्साईं विधायक ने कांस्टेबल को थप्पड़ जड़ दिया. पुलिस ने महिला विधायक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
वहीं इस मामले पर हेड कांस्टेबल महेंद्र नाथ का कहना है कि नाकेबंदी के दौरान एक बाइक सवार सुनील बारिया को रोका था. कोरोना की वजह से चेकिंग चल रही है और जब उसने आने जाने की वजह पूछी तो वो आग बबूला हो गया. कॉलर पकड़कर नौकरी से निकलवाने की धमकी देने लगा. जिस पर हेड कॉन्स्टेबल ने चालान बना दिया.
फिर इसकी शिकायत सुनील ने विधायक रमिला खारिया से कर दी, जिसके बाद महिला विधायक ने हेड कांस्टेबल को थप्पड़ लगा दिया. पीड़ित ने बताया कि मनमानी कर करने के बाद विधायक मौके से चली गईं. इस मामले की जानकारी मैंने अपने अधिकारियों को दी.
इस मामले पर जब महेंद्र नाथ ने विधायक के खिलाफ केस दर्ज कराने की बात कही तो थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने उसे विधायक से माफी मांगने के लिए कहा. इस पर महेंद्र ने मना कर दिया. बाद में बाकी पुलिसवालों ने महेंद्र के समर्थन में मेस में हड़ताल कर दी और खाना खाने से इनकार कर दिया.
(प्रतीकात्मक फोटो)
पुलिस ने विधायक के खिलाफ केस दर्ज किया. साथ ही महेंद्र नाथ के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया गया है क्योंकि विधायक के खिलाफ केस की जांच सीबीसीआईडी करती है, इसलिए मामले को सीबीसीआईडी को सौंप दिया गया है.