रांची के सुखदेव नगर इलाके में रहने वाले 59 साल के एक शख्स सुनील प्रसाद गुप्ता ने अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है. जिसमें बढ़ते कर्ज और एक सीआईडी सिपाही द्वारा उनकी जमीन को हड़प लेने के की बात लिखी है.
(फोटो- आकाश कुमार)
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया और मामले की जांच शुरू कर दी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि मृतक के पास कोई काम नहीं था और उन्होंने लोगों के काफी कर्ज ले रखा था. साथ ही पैसे लेने वाले लगातार उन्हें घर आकर बार-बार बेइज्जत कर रहे थे.
मृतक सुनील प्रसाद गुप्ता ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि अपने आप को सीआईडी सिपाही बताने वाला मदन मिश्रा ने उनसे जमीन अपने नाम लिखवा ली. जमीन के एवज में मिलने वाले रुपये भी नहीं दिये. इस वजह से उनकी आर्थिक स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई. मृतक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उन्होंने सीआईडी को जमीन इसलिए बेची क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी.
इसके अलावा मृतक ने अपने सुसाइड नोट लिखा कि वो पिछले 15 सालों से अदालत में केस लड़ रहे हैं और परिवार चलाने के लिए लोगों से कई बार कर्ज ले चुके हैं. सुसाइड नोट में सुनील ने अभिषेक नाम के एक युवक का भी जिक्र किया है, जिससे उन्होंने कर लिया था पर कर्ज न चुका पाने की वजह से अभिषेक उनके साथ हर रोज गाली गलौज करता था.
मृतक सुनील की तीन बेटियां हैं जो शादी के योग्य हो चुकी हैं, इसे लेकर भी सुनील बेहद परेशान था. उनके आत्महत्या के बाद पूरा परिवार टूट सा गया है. बेटियों का रो रो कर बुरा हाल है. उनका कहना है कि अब उन्हें कौन देखेगा. इस मामले में रांची के SSP सुरेंद्र झा ने कहा कि जांच हो रही है कोई भी दोषी बख्शा नही जाएगा. अंतिम संस्कार के समय तीनों बेटियों ने मुखाग्नि दी सबसे छोटी बेटी ने बताया कि पापा अक्सर कहा करते थे मुखाग्नि मेरी बेटी ही देगी.