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नाबालिग लड़की से रिश्तेदार ने किया बलात्कार, 8 महीने बाद ऐसे हुआ खुलासा

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक 14 वर्षीय एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. हैरानी की बात ये है कि परिजनों को इसका पता तब चला जब पीड़िता ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया.

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक 14 वर्षीय एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार. उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक 14 वर्षीय एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार.
aajtak.in
  • मेरठ,
  • 25 मई 2024,
  • अपडेटेड 9:09 PM IST

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक 14 वर्षीय एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. हैरानी की बात ये है कि परिजनों को इसका पता तब चला जब पीड़िता ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया. इस मामले में पीड़िता के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने उसके एक रिश्तेदार के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके नवजात बच्चे की देखभाल ठीक से नहीं की थी. इस वजह से उसकी मौत हो गई. इसके बाद जिला प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार सुबह गर्भवती लड़की को उसके परिजन सरधना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए. वो आठ महीने की गर्भवती थी.

सरधना थाने के एसएचओ प्रताप सिंह ने बताया कि पीड़िता के बच्चे की मौत के बाद उसके परिजनों ने अपने एक नजदीकी रिश्तेदार सुभाष (40) के खिलाफ नाबालिग के साथ बलात्कार करने और उसे गर्भवती करने की शिकायत दर्ज कराई. उनकी तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया.

पीड़िता के परिवार के सदस्यों ने अस्पताल पर आरोप लगाया है कि उसे सीएचसी स्टाफ ने भर्ती नहीं किया और उसने आसपास ही बच्चे को जन्म दिया. जिला सूचना अधिकारी के अनुसार, जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा ने परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट सूर्यकांत त्रिपाठी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. जांच जारी है.

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पीड़िता जिला महिला अस्पताल में भर्ती है. उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है. पुलिस ने मृत बच्चे को पोस्टमॉर्टम और डीएनए जांच के लिए भेज दिया है. यहां हैरान की बात ये है कि पीड़िता पिछले आठ महीने से गर्भवती थी, लेकिन उसके परिजनों को पता नहीं था. यदि इसके बारे में पता भी था, तो पहले आरोपी के खिलाफ केस दर्ज क्यों नहीं कराया. 

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