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दिल्ली: दो बेटियों को फंदे से लटकाकर मां ने भी की खुदकुशी, बच गई एक बेटी की जान

मायके वालों की शिकायत पर पुलिस महिला के पति राहुल, उसके बड़े भाई महेंद्र और उसकी पत्नी भारती को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा.

तनसीम हैदर
  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 10:53 AM IST
  • दिल्ली के नंद नगरी इलाके की घटना
  • मां ने दो बेटियों को फंदे पर लटकाया
  • बाल-बाल बच गई एक बेटी की जान

नंद नगरी इलाके में एक मां ने अपनी दो मासूम बेटियों को फांसी लगा दी, इसके बाद खुद भी फंदे से लटकर कर जान दे दी. इस हादसे में मां और उनकी डेढ़ साल की बेटी की मौत हो गई जबकि चार चाल की बेटी की जान जाने से बाल-बाल बच गई. मृतका की पहचान आरती और उनकी बेटी नैंसी के रूप में हुई है.

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वहीं चार साल की बेटी आशिका को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिए गए हैं. शुरुआती जांच में पुलिस का कहना है कि महिला ने घरेलू कलह के चलते यह कदम उठाया होगा. महिला के मायके वालों ने उसके पति और उसके भाई पर दोनों की हत्या करने का आरोप लगाया है. जबकि ससुराल वालों का कहना है कि महिला ने बेटी के साथ खुदकुशी की है.

मायके वालों की शिकायत पर पुलिस महिला के पति राहुल, उसके बड़े भाई महेंद्र और उसकी पत्नी भारती को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा.

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पुलिस के अनुसार आरती अपने परिवार के साथ नंद नगरी के बी-ब्लॉक में रहती थी. पांच साल पहले आरती की शादी राहुल नाम के युवक से हुई थी. इनकी दो बेटियां नैंसी और आशिका हैं. राहुल और उसके पिता निरंजन सिंह का ट्रांसपोर्ट का काम है. निरंजन सिंह का तीन मंजिला मकान है. तीसरी मंजिल पर राहुल और भूतल पर राहुल का बड़ा भाई महेंद्र अपने परिवार के साथ रहता है. जबकि दूसरी मंजिल पर निरंजन सिंह खुद रहते हैं.

शुक्रवार रात के वक्त आरती ने तीसरी मंजिल पर पहले अपनी दोनों बेटियों को दरवाजे की ग्रिल में फंदा बांधकर लटकाया और उसके बाद खुद दूसरे कमरे में जाकर पंखे में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. रात के वक्त जब परिवार के सदस्य ऊपरी मंजिल पर गए तो हादसे का पता चला. आरती और नैंसी की मौके पर मौत हो गई थी और आशिका बेहोश थी सांसें चल रही थीं.

मायके वालों का कहना है कि रात एक बजे उन्हें बेटी की मौत की सूचना मिली. उनका आरोप है कि ससुराल वाले अक्सर उनकी बेटी को दहेज के लिए मारते-पीटते थे. कई बार बात करके समझौता करवा दिया गया था. लेकिन ससुराल वाले नहीं मान रहे थे. उनका कहना है कि आरती और उसकी बेटी की दहेज के चलते हत्या की गई है.

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