
इंडोनेशिया के मकास्सर शहर में ईस्टर के पवित्र सप्ताह के पहले रविवार को दो संदिग्ध आत्मघाती हमलावरों ने खुद को एक कैथोलिक चर्च के बाहर बम से उड़ा लिया. जानकारी के मुताबिक इस हादसे में दस से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. इंडोनेशिया पुलिस ने इस घटना की जानकारी दी.
दक्षिण सुलावेसी के पुलिस प्रवक्ता ई ज़ुल्पान ने एजेंसी को बताया कि विस्फोट के समय सभी लोग सुलावेसी द्वीप पर चर्च के अंदर मौजूद थे. उन्होंने कहा कि हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि घटनास्थल पर शरीर के हिस्से केवल हमलावर के थे या कोई और भी लहुलूहान हुआ है. वहीं चर्च के फादर विल्हेमुस तुलक ने इंडोनेशियाई मीडिया को बताया कि संदिग्ध हमलावर ने मोटरसाइकिल के साथ चर्च के मैदान में घुसने की कोशिश की, लेकिन एक सुरक्षा गार्ड ने रोक दिया. उन्होंने बताया कि इस हादसे में कुल दस लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ काफी गंभीर हैं.
सुरक्षा कैमरे के फुटेज में एक धमाका नजर आ रहा है. पुलिस का कहना है कि हमले के लिए कौन जिम्मेदार हो सकता है यह अभी कहा नहीं जा सकता है. हालांकि पुलिस ने 2018 में चर्चों पर आत्मघाती हमलों और सुरबाया शहर में एक पुलिस चौकी पर हमला करने वाले इस्लामिक स्टेट से प्रेरित जमा अहशारत दौला (जेएडी) समूह को इस मामले में दोषी ठहराया है. उस दौरान हुए हमले में तकरीबन 30 से अधिक लोग मारे गए थे.
बता दें कि सुलावेसी का सबसे बड़ा शहर मकास्सर, इंडोनेशिया की धार्मिक ख़ूबसूरती को दर्शाता है. यह दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम-बहुल देश है. जिसमें ईसाई और अन्य धर्मों के अनुयायी अल्पसंख्यक हैं. इंडोनेशिया का सबसे घातक इस्लामी आतंकवादी हमला बाली के पर्यटक द्वीप पर 2002 में हुआ था, जब हमलावरों ने 202 लोगों को मार डाला गया था. इस हमले में मारे गए अधिकांश पर्यटक थे.