
राजस्थान के जयपुर में अंजलि वर्मा पर हुए जानलेवा हमले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस के हाथ वारदात का सीसीटीवी फुटेज लगा है. इसमें दो व्यक्ति स्कूटी पर बैठकर जाते हुए देखे गए हैं. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसमें एक आरोपी अंजलि का जेठ अब्दुल अजीज है. उसने अंजलि की हत्या के लिए शूटर्स हायर किए थे.
पुलिस के अनुसार, पीड़िता एक निजी दुकान में काम करती है. वो सुबह करीब साढ़े दस बजे दुकान के सामने अपनी स्कूटी खड़ी कर रही थी, तभी दोपहिया वाहन पर इंतजार कर रहे दो लोगों ने उस पर गोलियां चला दीं. जो कि उसकी पीठ में लगीं. इसके बाद स्थानीय लोग उसे कांवटिया अस्पताल ले गए. यहां से उसे एसएमएस अस्पताल ले जाया गया. पीड़िता का ऑपरेशन किया जा रहा है.
पुलिस उपायुक्त वंदिता राणा ने बताया कि इस घटना से जुड़ा सीसीटीवी फुटेज मिला है. इसमें दो आरोपियों को स्कूटी पर हेलमेट लगाकर जाते हुए देखा गया है. मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है.
दोस्ती के बाद प्यार फिर शादी
अंजलि और अब्दुल लतीफ एक-दूसरे को छह साल से जानते हैं. दोनों एक प्राइवेट स्कूल में साथ पढ़ते थे. इसी दरम्यान दोनों को एक-दूसरे से मोहब्बत हो गई और शादी करने का फैसला किया. लतीफ ने जब अपने घरवालों को हिंदू लड़की से शादी करने की बात बताई तो उन्होंने विरोध किया. हालांकि, लड़की के परिवार वालों ने शादी पर कोई आपत्ति नहीं की.
शादी की कीमत चुकाने की धमकी दी थी
पिछले साल 28 जुलाई को लतीफ और अंजलि ने कोर्ट मैरिज कर ली और मुरलीपुरा इलाके में रहने लगे. परिवार से खतरा देखते हुए दोनों ने पुलिस सुरक्षा की मांग की थी. वहीं, दिसंबर महीने में अंजलि के जेठ अजीज ने उसे इस शादी की कीमत चुकाने की धमकी दी थी.
पिछले साल भाई ने अपहरण किया था
लतीफ के मुताबिक पिछले साल उनके भाई ने उनका अपहरण किया था. इसकी पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन आपसी सहमति के बाद मामला शांत हो गया था. इसके बाद भाई ने हम दोनों को फिर से धमकाना शुरू कर दिया.
आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो
लतीफ के मुताबिक, हमले के पीछे उनके बड़े भाई अजीज और उनके दोस्तों का हाथ हो सकता है. उधर, लड़की की मां निर्मल देवी का कहना है कि बेटी की ससुराल वाले धमकी दे रहे थे. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.