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अधूरा रह गया अंकिता भंडारी का सपना, अपनी मेहनत से परिवार के लिए बनाना चाहती थी नया घर

अंकिता भंडारी अपने परिवार के लिए अपनी मेहनत के दम पर एक नया घर बनाना चाहती थी, जहां उसके माता-पिता और उसका भाई आराम से रह सकें. यह बात अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने बताई है. उन्होंने कहा कि अंकिता काफी मेहनती थी. वह मेहनत की दम पर पैसे कमाकर अपने सपने पूरा करना चाहती थी.

अंकिता भंडारी (File Photo) अंकिता भंडारी (File Photo)
अंकित शर्मा
  • देहरादून,
  • 27 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 6:55 AM IST

उत्तराखंड के अंकिता भंडारी हत्याकांड ने देशभर में लोगों को झकझोर कर रख दिया. जिसने भी इस सनसनीखेज मर्डर केस के बारे में सुना-पढ़ा वह हैरान रह गया. अब इस मामले से जुड़ी एक ऐसी बात सामने आई है, जिससे लोगों का मन दुखी हो सकता है.

दरअसल, 19 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह चुकी अंकिता ने अपने परिवार को लेकर कई सपने देखे थे, जिन्हें पूरा किए बिना ही वह दुनिया छोड़कर चली गई. अंकिता चाहती थी कि वह अपनी मेहनत से पैसे कमाकर अपने परिवार के लिए एक नया घर बनाए.

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अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने बताया,'मेरी बेटी काफी मेहनती थी. वह मेहनत की दम पर पैसे कमाकर अपने सपने पूरा करना चाहती थी. अंकिता कहती थी कि वह इन पैसों से अपने परिवार को आरामदायक जीवन देना चाहती है.'

वीरेंद्र भंडारी ने आगे बताया,'अंकिता अपने गांव में ही एक नया घर अपनी मेहनत के दम पर बनाना चाहती थी. ऐसा घर, जिसमें उसके माता-पिता और भाई आराम से रह सकें. लेकिन किस्मत को शायद उसकी लंबी उम्र मंजूर नहीं थी.'

अंकिता हत्याकांड को करीब 10 दिन होने वाले हैं, लेकिन अब तक उसका परिवार इससे उबर नहीं पाया है. अंकिता के पिता वीरेंद्र बताते हैं कि उनकी बेटी बस अपने परिवार का नाम रोशन करना चाहती थी. लेकिन उसके सपने अब अधूरे ही रह गए हैं.
 
बता दें कि 19 साल की अंकिता उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के श्रीकोट गांव की रहने वाली थी. बारहवीं अच्छे नंबरों से पास करने के बाद वह एक प्राइवेट कॉलेज से होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रही थी. बीजेपी नेता के प्राइवेट रिजॉर्ट में यह उसकी पहली नौकरी थी, जो दुर्भाग्य से उसकी आखिरी नौकरी बन गई.

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क्या है पूरा मामला?

पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर विधानसभा इलाके के एक प्राइवेट रिजॉर्ट में अंकिता रिसेप्शनिस्ट थी. अंकिता बीते 18-19 सितंबर से गायब थी. पुलिस और SDRF की टीमें जिला पावर हाउस के पास शक्ति नहर में तलाशी अभियान चला रही थीं. शनिवार यानी 24 सितंबर की सुबह पुलिस को अंकिता की डेडबॉडी चिल्ला पावर हाउस के पास से मिली थी.

अंकिता भंडारी की हत्या के आरोपी में पुलिस ने रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और असिस्टेंट मैनेजर अंकित गुप्ता को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. पुलकित आर्य पूर्व राज्य मंत्री भाजपा विनोद आर्य का बेटा है.

आरोपी सौरभ ने पुलिस को बताया था अंकिता और पुलकित में विवाद हुआ था. अंकिता हमें अपने साथियों के बीच बदनाम करती थी. हमारी बातें अपने साथियों को बताती थी कि हम उसे कस्टमर से संबंध बनाने के लिए कहते हैं. इस दौरान हुई हाथापाई के समय हमने गुस्से में उसे धक्का दे दिया था और वह नहर में गिर गई थी.

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