
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर शहर के एक स्कूल में दो नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण के आरोपी अक्षय शिंदे को स्थानीय अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. स्कूल में अटेंडेंट के तौर पर काम करने वाले आरोपी को पुलिस हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कल्याण में मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया था.
इस मामले की जांच कर रही एसआईटी बीते दिनों आरोपी अक्षय शिंदे के घर पहुंची थी. वो खरवई गावदेवी इलाके में रहता है, जहां उसके घर में ताला लगा हुआ था. एसआईटी ने ताला खोला और अंदर सुराग खोजने का काम किया. अक्षय का मोबाइल फोन भी ढूंढा गया, जिससे कई खुलासे हो सकते हैं. इस तहकीकात के दौरान कई अहम सबूत हाथ लगने की संभावना जताई जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, एसआईटी की टीम आरोपी अक्षय शिंदे के घर तकरीबन 45 मिनट तक रही, जिसके बाद वापस लौट गई. जांच पड़ताल में कुछ अहम दस्तावेज और अक्षय के मोबाइल की तलाश की जा रही थी. इस दौरान आरोपी भी उनके साथ था, जो कि रूमाल से अपना चेहरा ढंक रखा था. उसे 26 अगस्त तक पुलिस हिरासत में रखा गया था, जिसके बाद कोर्ट में पेश किया गया.
बताया जा रहा है उसकी दो शादियां हो चुकी हैं. पहली पत्नी ने उसे छोड़ दिया था. पहली पत्नी के छोड़ने के 4 महीने बाद ही उसने दूसरी शादी कर ली थी. हालांकि, उसकी आदतों की वजह से उसकी दूसरी पत्नी ने भी उसे छोड़ दिया. उस पर आरोप है कि उसने 16 अगस्त को स्कूल के बाथरूम में दो बच्चियों के साथ यौन-शोषण किया था. पीड़ित बच्चियों के घर वालों ने एक दिन बाद इस मामले में केस दर्ज करवाया था. इसके बाद पुलिस ने आरोपी अक्षय शिंदे को पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया था. कई लोगों पर कार्रवाई की गई है.
इसके तहत इलाके की महिला इंस्पेक्टर शुभदा शितोले का ट्रांसफर कर दिया गया. इतना ही नहीं स्कूल प्रिंसिपल, क्लास टीचर और एक महिला कर्मचारी को निलंबित किया गया. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक्स पर लिखा था, "बदलापुर पुलिस स्टेशन से जुड़े वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक और हेड कांस्टेबल को कर्तव्य में लापरवाही के लिए तत्काल निलंबित करने के आदेश जारी किए गए हैं."
इस मामले के उजागर होने के बाद लोगों ने भयंकर बवाल किया था. इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने जांच के लिए एसआईटी गठित की थी. देवेंद्र फडणवीस ने बताया था कि राज्य सरकार ने जांच के लिए महानिरीक्षक रैंक की भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी आरती सिंह को नियुक्त किया है. हम इस मामले में जल्द से जल्द आरोपपत्र दाखिल करना चाहते हैं और इस मामले को सुनवाई के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट के समक्ष रखना चाहते हैं.