
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महराजगंज में हुई हिंसा के मद्देनजर नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. यूपी पुलिस और सशस्त्र सीमा बल ने बहराइच से लगी नेपाल सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है. इस सीम से गुजरने वाले लोगों को रोकर जांच की जा रही है. जरूरत पड़ने पर पूछताछ भी की जा रही है. इसके साथ ही इस हिंसा प्रभावित इलाकों में लगातार तीसरे दिन भी मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाएं बंद रहीं, जिससे दैनिक जीवन प्रभावित हुआ.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार से अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है. रविवार और सोमवार को हिंसा ग्रस्त इलाकों में स्थिति नियंत्रण में है. जिले के अन्य हिस्सों में स्थिति सामान्य बताई जा रही है. बाजार खुले हुए हैं. लोग अपने काम-धंधे सामान्य रूप से कर रहे हैं. हालांकि, स्थानीय व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कहा कि लगातार तीसरे दिन इंटरनेट सेवाओं के निलंबन से कारोबार प्रभावित हुआ है, क्योंकि इस वजह से संपर्क कट गया है.
एसएसबी की 42वीं बटालियन के कमांडेंट गंगा सिंह उदावत ने कहा कि उन्हें डीआईजी-आईजी मुख्यालय द्वारा रविवार की घटना के तुरंत बाद सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए थे. उन्होंने बताया, "हमने नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल से बात की है. उनसे रुपैदिहा (बहराइच) के माध्यम से भारत-नेपाल सीमा पर लोगों की किसी भी अनावश्यक आवाजाही की जांच करने और वहां तलाशी बढ़ाने को कहा है. यहां सीमा पर आवाजाही आमतौर पर दशहरा के समय बढ़ जाती है.''
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के बहराइच चैप्टर के अध्यक्ष गौरी शंकर भानीरामका ने कहा कि इंटरनेट सेवाओं के निलंबन से जिले में व्यापार प्रभावित हुआ है. उन्होंने कहा, "इंटरनेट सेवाओं के निलंबन के कारण करोड़ों का व्यापार प्रभावित हुआ है." पुलिस ने कहा कि हिंसा के संबंध में अब तक पांच प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें से ज्यादातर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हैं. मुख्य आरोपी अब्दुल हामिद, उसके बेटे रिंकू उर्फ सरफराज और फहीम की तलाश जारी है.
इस बीच, हिंसा के दौरान घायल हुए शारीरिक रूप से विकलांग सत्यवान मिश्रा (45) को मंगलवार शाम बेहतर इलाज के लिए लखनऊ रेफर कर दिया गया. उन्हें जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज बहराइच में भर्ती कराया गया था. मंगलवार रात एक बयान में, यूपी सरकार ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच की स्थिति पर हर घंटे अपडेट प्राप्त कर रहे थे. उन्होंने वरिष्ठ पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ अतिरिक्त बल की तैनाती के निर्देश दिए हैं.
रविवार को बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर पथराव और गोलीबारी में 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वहीं, करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए. इस घटना के बाद इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया. पुलिस ने तत्वरित कार्रवाई की, जिसके चलते मंगलवार शाम तक 50 से अधिक संदिग्ध दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया. हिंसा और आगजनी के मामले में पांच अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं.