
Mukhtar Ansari Bail: बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को 10 साल पुराने एक मामले में जमानत मिल गई है. उन्हें ये जमानत 2011 में हत्या से जुड़े एक मामले में मिली है. हालांकि, जमानत के बाद भी मुख्तार अंसारी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे, क्योंकि उनके खिलाफ मामले दर्ज हैं और अभी सिर्फ एक ही केस में जमानत मिली है. फिलहाल अंसारी यूपी की बांदा जेल में बंद हैं.
मुख्तार अंसारी को बुधवार को MP-MLA कोर्ट से जमानत मिली है. स्पेशल जज दिनेश कुमार चौरसिया ने उन्हें 1 लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी है.
किस मामले में मिली जमानत?
मुख्तार अंसारी को अभी जिस मामले में जमानत मिली है, वो 2011 का मामला है. अंसारी पर एक गवाह और एक पुलिस गनर की हत्या करने का आरोप है. इस मामले में मऊ के दक्षिण टोला थाने में केस दर्ज है. अंसारी को इस मामले में आरोपी बनाया गया था और उन पर गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) लगाया गया था.
उनके वकील दरोगा सिंह ने न्यूज एजेंसी को बताया कि गैंगस्टर एक्ट के तहत ज्यादा से ज्यादा 10 साल की सजा का प्रावधान है, लेकिन अंसारी इससे ज्यादा अवधि तक जेल में रहे हैं. इसलिए कोर्ट ने उन्हें जमानत देने का आदेश दिया है. इस मामले में अंसारी 9 सितंबर 2011 से जेल में बंद हैं.
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लेकिन नहीं होगी रिहाई
जमानत मिलने के बाद अंसारी की रिहाई की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन मऊ पुलिस ने कहा कि उनके खिलाफ अभी भी कई मामले लंबित हैं, इसलिए उन्हें रिहा नहीं किया जा सकता.
पुलिस ने एक बयान जारी कर बताया कि मुख्तार अंसारी कुल 12 केस में जेल में बंद हैं. उनके खिलाफ मऊ में 5, गाजीपुर में 4, वाराणसी, बाराबंकी और आजमगढ़ में 1-1 मामला है.
एक सीनियर पुलिस अफसर ने न्यूज एजेंसी को बताया कि चूंकि मुख्तार अंसारी के खिलाफ कई मामलों में अभी भी सुनवाई चल रही है, इसलिए उसका जेल से बाहर आना मुश्किल होगा.
पहली बार चुनाव नहीं लड़ रहे मुख्तार अंसारी
गाजीपुर में जन्मे मुख्तार अंसारी पहली बार 1996 में मऊ सीट से विधायक चुने गए. उसके बाद 2002, 2007, 2012 और 2017 लगातार 5 बार विधायक चुने गए. मुख्तार अंसारी दो बार बीएसपी, दो बार निर्दलीय और एक बार कौमी एकता दल के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं.
इस बार अंसारी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. उनकी जगह उनके बेटे अब्बास अंसारी चुनाव लड़ रहे हैं. उन्हें सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने मऊ सदर सीट से टिकट दिया है. सुभासपा समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में है.