
भिवानी में दो लोगों जिंदा जलाकर मार डालने का आरोपी बदमाश मोनू मानेसर अभी भी फरार है. मोनू मानेसर ने इससे पहले भी एक युवक को गोली मार दी थी. हथियारों के साथ उसकी दबंगई के कई वीडियो वायरल हैं. अब दो लोगों को बोलेरो गाड़ी में जलाकर मारने वाले मोनू मानेसर के समर्थन में लोगों ने गुरुग्राम के मानेसर में हिंदू महापंचायत का आयोजन कर उसे निर्दोष बताया है.
पुलिस को धमकी
इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने सड़क पर जाम लगाया और राजस्थान पुलिस को खुली धमकी दे डाली. महापंचायत में कहा गया कि अगर पुलिस मोनू मानेसर के यहां छापे डालती है, तो पुलिस अपने पांव पर वापस नहीं जाएगी. महापंचायत में खुलेआम पुलिस और कानून को धमकी दी गई. जिसे देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आरोपियों और उनके समर्थकों को ना तो कानून का डर है और ना ही पुलिस की परवाह.
आरोपियों की मदद के लिए फंड
महापंचायत में ऐलान किया गया कि मोनू मानेसर और उसकी टीम के लिए फंड बनाया जाएगा, ताकि कानूनी लड़ाई लड़ी जा सके. इतना ही नहीं महापंचायत में धमकी दी गई कि अगर राजस्थान पुलिस मोनू पर कार्रवाई करने के लिए आती है, तो वह अपने पांव से वापस नहीं जाएगी. महापंचायत ने इस मामले में सीबीआई जांच की भी मांग की.
कौन है आरोपी मोनू मानेसर?
हत्यारोपी मोनू मानेसर का पूरा नाम मोहित है. वह मानेसर का रहने वाला है. उसे हथियारों की नुमाइश और दबंगई करने का शौक है. बताया जाता है कि वो पिछले 10-12 साल से बजरंग दल से जुड़ा है. वह पिछले कुछ सालों से गो तस्करों से मुठभेड़ करने वाला चेहरा बनकर सामने आया है. शातिर मोनू उर्फ मोहित पर युवक को गोली मारने का भी इल्जाम भी लग चुका है. वो काउ प्रोटेक्शन टास्क फोर्स का भी सदस्य है. फिलहाल, इस डबल मर्डर केस में वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहा है.
अपहरण के बाद किया गया डबल मर्डर
हरियाणा के भिवानी के लोहारू में 16 फरवरी यानी गुरुवार को जली हुई एक बोलेरो कार में दो कंकाल मिले थे. मृतकों की पहचान नासिर (25) और जुनैद (35) के तौर पर हुई है. दोनों राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले थे. मृतकों के परिजनों ने बुधवार को नासिर और जुनैद के अगवा होने की शिकायत दर्ज कराई थी. मृतकों के परिजनों ने अपनी शिकायत में कहा था कि बजरंग दल के कार्यतकर्ताओं ने दोनों का भरतपुर से अपहरण किया. इस मामले में पुलिस ने बजरंग दल और गो रक्षा दल के मोनू मानेसर उर्फ मोहित समेत 5 लोगों पर मामला दर्ज किया था.
राजस्थान पुलिस पर गंभीर आरोप
इस मामले में अन्य आरोपी और मोनू के नेतृत्व वाले गो रक्षा समूह के सदस्य श्रीकांत पंडित की मां दुलारी देवी ने आरोप लगाया है कि दो लोगों के कथित अपहरण और हत्या के मामले में पुलिस उनके बेटे को गिरफ्तार करने के लिए घर पर छापेमारी करने आई थी. राजस्थान पुलिस और सादे वेश में आए कुछ गुंडों ने रात के समय उनके घर में जबरन घुसकर 9 माह की गर्भवती बहू कमलेश (श्रीकांत की पत्नी) के पेट पर लात मार दी, जिसके कारण बहू ने अपना बच्चा खो दिया. यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके दो अन्य बेटों विष्णु और राहुल को जबरन उठा लिया और अपने साथ ले गए. हमें अब भी उनके ठिकाने के बारे में पता नहीं है.
VHP ने की सीबीआई जांच की मांग
उधर, विश्व हिंदू परिषद ने इस मामले के अन्य आरोपी श्रीकांत पंडित की पत्नी से मारपीट और उसका गर्भ गिर जाने के मामले में राजस्थान पुलिस पर हमला बोला है और सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही इसके विरोध में 22 फरवरी यानी बुधवार को पलवल जिले के हथीन कस्बे में महापंचायत बुलाई गई है.
विहिप के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन हरियाणा के मेवात स्थित नगीना में आरोपी गोरक्षक श्रीकांत के घर पहुंचे और उसके परिजनों से मिले. उन्होंने परिवार को सुरक्षा देने, मृत बच्चे के पोस्टमार्टम और राजस्थान पुलिस पर धारा 312 के तहत केस दर्ज करने की मांग की, जिसे हरियाणा पुलिस ने मान लिया.
विश्व हिंदू परिषद ने बताया कि 22 फरवरी यानी बुधवार को मेवात के हथीन में हिंदू समाज की महापंचायत बुलाई गई है. संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा है कि मामले की सीबीआई जांच हो और निर्दोषों को फंसाने के हर षड्यंत्र के विरुद्ध हिन्दू समाज सड़क से न्यायालय तक लड़ेगा.